एक विजेता व्यापार स्थापित करना

Manifesto | Gujarat | BJP | JP Nadda
गुजरात में बीजेपी ने अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है। अगले 5 वर्षों में गुजरात के युवाओं को 20 लाख रोजगार के अवसर दिए जाएंगे। 10,000 करोड़ के बजट से 20,000 सरकारी स्कूलों को स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में बदला जाएगा। 3 सिविल मेडिसिटी 2 एम्स के स्तर के संस्थान स्थापित करने और मौजूदा अस्पतालों, सीएचसी और पीएचसी के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए 10,000 करोड़ का महाराजा श्री भगवत सिंह एक विजेता व्यापार स्थापित करना जी स्वास्थ्य कोष बनाया जाएगा। घोषणा पत्र के अनुसार 2036 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने के मद्देनजर गुजरात ओलंपिक मिशन शुरू होगा और विश्व स्तरीय खेल का इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया जाएगा सुनिश्चित किया जाएगा कि गुजरात में हर नागरिक के पास पक्का घर हो। 1 लाख से ज्यादा महिलाओं को सरकारी नौकरियां दी जाएंगी।
'जय भीम' सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि भावना है : निर्देशक था से ग्नानवेल
नई दिल्ली, किसे परम्परा से अलग हटकर कुछ नया करना कहा जा सकता है, आईएफएफआई 53 के प्रतिनिधियों को एक फिल्म के बजाय, एक भावना की एक विजेता व्यापार स्थापित करना स्क्रीनिंग से प्रेरित होने का एक अनूठा अवसर मिला। हम पर विश्वास नहीं है? कानून प्रवर्तन और न्याय प्रणाली की कमियों को सामने रखने वाले और सबसे साहसी निर्देशकों में से एक, था से ग्नानवेल के शब्दों में, “लेकिन, आपको हमारी बात पर विश्वास करना होगा।“ तमिल फिल्म के बारे में निर्देशक का कहना है, “'जय भीम' सिर्फ एक शब्द नहीं है, बल्कि एक भावना है। इस फिल्म ने निश्चित रूप से अंतरराष्ट्रीय और घरेलू प्रतिनिधियों के रोंगटे खड़े कर दिए हैं तथा उनके जीवन में परिवर्तन ला दिया है - जो सही है उसके लिए बोलना और उसके पक्ष में खड़ा होना, परिणाम चाहे जो भी हो। ग्नानवेल ने फिल्म महोत्सव के दौरान पीआईबी द्वारा आयोजित ‘टेबल टॉक्स’ सत्र में मीडिया और इस महोत्सव में शामिल प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करते हुए इस फिल्म का शीर्षक 'जय भीम' रखने के पीछे के विचार को साझा किया। उन्होंने कहा, “मेरे लिए जय भीम शब्द शोषित और हाशिये पर रहने वाले लोगों का पर्याय है, जिनके हितों के लिए डॉ. बी. आर. अम्बेडकर हमेशा खड़े रहे।” इस फिल्म को हर तरफ से मिली अकल्पनीय प्रशंसा पर अपनी अपार खुशी व्यक्त करते हुए ज्ञानवेल ने कहा कि यह फिल्म इसलिए सभी से जुड़ सकी क्योंकि एक विजेता व्यापार स्थापित करना इसने एक ऐसे विषय को उठाया है, जो सार्वभौमिक है। उन्होंने कहा, “जय भीम के बाद, मैंने जातिगत भेदभाव, कानून के कार्यान्वन और न्याय प्रणाली की खामियों के बारे में ऐसी सैकड़ों कहानियां सुनीं।” उन्होंने कहा कि वह अपनी फिल्म के माध्यम से यह दर्शाने एक विजेता व्यापार स्थापित करना की कोशिश कर रहे हैं कि अन्याय के खिलाफ लड़ाई में संविधान ही असली हथियार है। जय भीम ज्वलंत मुद्दों पर खरे और पैने तेवरों वाली फिल्म है, जिसमें जनजातीय दम्पती राजाकुन्नू और सेनगनी के जीवन व संघर्षों को दर्शाया गया है। यह दम्पती ऊंची जाति वाले लोगों की मनमानी और इच्छा के अनुसार जीने पर बाध्य हैं। ये उनके यहां घरेलू कामकाज करते हैं। फिल्म बनाने की कड़वी शैली उस समय नजर आती है, जब राजाकुन्नू को ऐसे अपराध के लिये गिरफ्तार कर लिया जाता है, जो उसने किया ही नहीं। इसके बाद फिल्म प्रतिरोध के भयंकर क्षणों को दर्शाती है। फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह ताकतवर लोग, कमजोर वर्ग के लोगों को अपमानित करते हैं, उन पर जुल्म करते हैं। सामाजिक बदलाव में सिनेमा की भूमिका के बारे में ग्नानवेल ने कहा कि वैसे फिल्म में एक मसीहा है, जो शोषित लोगों के लिये लड़ता है, लेकिन उनकी फिल्म का संदेश महान विद्वान बी.आर. अम्बेडकर के विचारों को ध्वनित करती है कि शिक्षा ही एकमात्र जरिया है, जिससे लोग अधिकार-सम्पन्न हो सकते हैं। ग्नानवेल ने कहा, “वास्तविक जीवन में कोई महानायक नहीं होता। शिक्षा के जरिये शक्तिसम्पन्न बनकर व्यक्ति खुद अपना महानायक बनता है। मेरी फिल्म का उद्देश्य उसी समय पूरा होगा जब सारे शोषित अधिकार-सम्पन्न हो जायेंगे।” यह फिल्म न्यायमूर्ति के. चंद्रू के जीवन की असली घटना पर आधारित है, जिन दिनों वे वकालत करते थे। उनकी भूमिका प्रसिद्ध अभिनेता सूर्या ने निभाई है। फिल्म में उसकी विषयवस्तु ही असली नायक है। इसके बारे में ग्नानवेल ने कहा कि अगर विषयवस्तु जीवंत होगी, तो लोग उसी तरह फिल्म बनायेंगे जैसा रचनाकार चाहता है। बाद में सब-कुछ ठीक-ठाक होता जायेगा। उल्लेखनीय है अभिनेता सूर्या ने जो गैर-सरकारी संस्थान अग्राम फाउंडेशन बनाया है, उसके पीछे की प्रेरणा निर्देशक ग्नानवेल हैं। एक विजेता व्यापार स्थापित करना इस पर प्रकाश डालते हुये फिल्म के सह-निर्माता राजशेखर के. ने कहा कि ग्नानवेल ने अपना करियर पत्रकार और लेखक के रूप में शुरू किया था। वे वर्षों तक वंचित लोगों के लिये काम करते रहे। उन्होंने कहा, “फिल्म बनाने के लिये सूर्या से संपर्क किया गया था। उन्होंने एक बार कहानी सुनी तो उन्होंने फिल्म में काम करने की इच्छा व्यक्त की। यह हमारे लिये बहुत अचरज की बात थी।” फिल्म बनाने की ईमानदार कोशिश और इरुला जनजाति के लोगों को फिल्म में शामिल करने के बारे में राजशेखर ने कहा कि मणिकंदन और लिजोमोल जोस जैसे कलाकारों ने राजाकुन्नू व सेनगनी की भूमिका निभाई है। ये दोनों जनजातीय समुदाय के जीवन को करीब से देखने के लिये उनके साथ 45 दिनों तक रहे थे। ‘जय भीम’ फिल्म के प्रशंसकों को बहुत खुश करने वाली खबर सुनाते हुए राजशेखर ने कहा कि ‘जय भीम’ के सीक्वल निश्चित रूप से बनेंगे। उन्होंने कहा, "चूंकि इसे लेकर बातचीत शुरू हो चुकी है इसलिए वे पाइपलाइन में हैं।" अभिनेता लिजोमोल जोस, जिन्हें मुख्य रूप से मलयालम फिल्मों के लिए जाना जाता है, उन्होंने कहा कि असली चुनौती तमिल भाषी इरुला का किरदार निभाने की थी। उन्होंने बताया, "मेरे क्राफ्ट को निखारने के लिए आदिवासी समुदाय के साथ हमारा रहना महत्वपूर्ण साबित हुआ।" अभिनेता मणिकंदन जो इस बातचीत में उपस्थित थे, उन्होंने कहा कि ये फिल्म उन्हें काफी अप्रत्याशित रूप से मिली। कैसे इस फिल्म ने उन्हें खुद को बदलने में मदद की और उनके अंदरूनी विकास में मदद की, इसे साझा करते हुए इन अभिनेता ने कहा, "मैं ऐसे लोगों से मिला और उनके साथ रहा जो ये सोचते हैं कि उनके पास दुनिया में सब कुछ है, जबकि उनके पास हमारे जैसी कोई भी भौतिक चीजें नहीं थीं।" इफ्फी-53 में ‘जय भीम’ की स्क्रीनिंग इंडियन पैनोरमा फीचर फिल्म्स सेक्शन के तहत की गई थी। भारतीय फिल्म निर्देशक और लेखक था से ग्नानवेल तमिल फिल्म उद्योग में काफी एक विजेता व्यापार स्थापित करना प्रसिद्ध हैं और जय भीम के लिए सबसे ज्यादा जाने जाते हैं। उनके निर्देशन की पहली फिल्म कूटथिल ओरुथन (2017) थी। 2डी एंटरटेनमेंट एक पुरस्कार विजेता भारतीय फिल्म निर्माण और वितरण कंपनी है, जिसमें अभिनेता, निर्माता और प्रस्तुतकर्ता सूर्या ने राजशेखर पांडियन, ज्योतिका और कार्थी के एक विजेता व्यापार स्थापित करना साथ कई ब्लॉकबस्टर हिट किए हैं।
सेंटर फॉर एक्सीलेंस को लेकर मंत्री जोशी ने अधिकारियों को एक सप्ताह में एक्शन प्लान बनाने के दिए निर्देश
देहरादून। कृषि एवं उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने सोमवार को सचिवालय स्थित एफआरडीसी सभागार में उद्यान विभाग के अधिकारियों के साथ एक सप्ताह पूर्व हुई बैठक में दिए गए दिशा निर्देशों की प्रगति की जानकारी ली। बैठक में सचिव वी.बी. आरसी पुरुषोत्तम, अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान और विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में मंत्री जोशी ने विभागीय अधिकारियों से पिछली समीक्षा बैठक में दिए गए दिशा निर्देश की जानकारी ली अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि शीतकालीन सीजन में फल एवं सब्जी के पौध की डिमांड में फलों की डिमांड 7,47,341 आयी है । ऐसे ही सब्जियों के पौधों की मांग 257.61 लाख आयी है। इसी प्रकार फलों में सेब की पौध की डिमांड 4,15,905 आयी है। मंत्री जोशी ने अधिकारियों को सेब पर विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए अधिकारियों को जनपदवार डीएचओ से पर्सनली बात कर प्लांटेशन बढ़ाने के निर्देश दिए।
मंत्री जोशी ने कहा कि किसान को गुणवत्ता युक्त वैरायटी के पौधे उपलब्ध कराए जाए, उन्होंने कहा आज किसान सेब की एम -9 की वैरायटी की जगह रूट स्टॉक की वैरायटी की ओर जा रहे है, जिसको लेकर मंत्री जोशी ने कहा कि जिससे किसानों को लाभ हो वह अच्छी वैरायटी के पौध किसानों को उपलब्ध कराया जाय । मंत्री जोशी ने एम -9 को रूटस्टॉक में परिवर्तित कर किसानों को गुणवत्ता युक्त और अच्छी पैदावार के पौधे उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मंत्री जोशी ने कहा कि किसानों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ शीघ्र ही ट्रेनिंग प्रोग्राम भी शुरू करने जा रहे हैं जिसमें हिमाचल के जीत चौहान से बातचीत की जा रही है। ताकि वह किसानों को ट्रेनिंग दे सके।
बैठक में रूफ गार्डनिंग को लेकर भी चर्चा की गई जिसमे उद्यान विभाग द्वारा रूफ गार्डनिंग को प्रोत्साहित करने के लिए 25 दिसंबर से एक विजेता व्यापार स्थापित करना 02 जनवरी 2023 तक रूप गार्डनिंग सप्ताह के रूप में मनाया जायेगा। मंत्री जोशी ने कहा कि फरवरी बसंतोत्सव के समय उसमें एक विजेता व्यापार स्थापित करना फूलों के साथ साथ रूफ गार्डनिंग में उगाई गई उत्पाद के साथ प्रतियोगिता की जाएगी ।जिसमे रूफ गार्डनिंग के प्रोत्साहन के लिए विजेता को ईनाम दिया जाएगा। बैठक में मंत्री जोशी ने सेंटर फॉर एक्सीलेंस को लेकर अधिकारियों को एक सप्ताह में एक्शन प्लान बनाने के निर्देश भी दिए। इसके साथ ही मंत्री जोशी ने अधिकारियों को नर्सरी के लिए एक ठोस कार्य योजना बनाने के भी निर्देश दिए मंत्री जोशी ने कहा कि अगली बार किसान पौध के लिए बाहर न जाए, सभी पौध यहां से अन्य राज्यों में सप्लाई हो इसके लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। मंत्री जोशी ने कहा कि हमारा जो संकल्प है कि 2025 तक किसान को आय दोगनी हो इस दिशा में प्रदेश सरकार लगातार प्रयासरत है।
इस अवसर पर सचिव वी.बी.आरसी पुरुषोत्तम, अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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15 नवंबर : जानिए आज कौन से प्रसिद्ध व्यक्तियों का जन्मदिन है
आज यानी 15 नवंबर 2022 को देश में कई प्रसिद्ध और इतिहासकार व्यक्ति का जन्मदिन है, जिसे बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है, इन प्रसिद्ध और इतिहासकार लोगों के जन्मदिन को लेकर बच्चे हो, बूढ़े हो या जवान सभी काफी उत्साहित रहते हैं. परंतु जब बात प्रसिद्ध व्यक्तियों के जन्मदिन की आती है, तो यह चर्चा का विषय बन जाता है. और सभी उनके जन्मदिन के बारे में जानने के लिए सभी एक्साइटेड रहते एक विजेता व्यापार स्थापित करना हैं.
तो आज हम आपको देश के कई प्रसिद्ध व्यक्ति जिनका आज जन्मदिन है, उनके बारे में बताएंगे, तो चलिए जानते हैं आज किन महान हस्तियों का जन्मदिन है.
कार्नेलिया सोराबजी
Image Source : https://commons.wikimedia.org/wiki/File:Cornelia_Sorabji_at_the_1924_Braemar_Gathering.jpg
कार्नेलिया सोराबजी (Cornelia Sorabji) भारत की पहली बैरिस्टर महिला थी, इनका जन्म नासिक शहर में 15 नवम्बर 1866 में हुआ था, कार्नेलिया सोराबजी एक समाज सुधारक के साथ ही साथ एक लेखिका भी थीं. जिन्होंने कई पुस्तकें भी लिखी है. साथ ही हम आपको बता दें कि कार्नेलिया सोराबजी ऐसे समय में बैरिस्टर बनी थीं, जब इस क्षेत्र में महिलाओं को वकालत आदि का अधिकार प्राप्त नहीं था. कार्नेलिया सोराबजी ने बैरिस्टर बनने के बाद महिलाओं को कानूनी परामर्श देना शुरू कर दिया. और महिलाओं के लिए वकालत का पेशा शुरू करने की मांग की, जिसे सरकार ने स्वीकार किया और महिलाओं के लिए भी वकालत में पद जारी किया गया. कार्नेलिया सोराबजी के इस कार्य के लिए सन 2012 में लंदन के लिंकन इन में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया था.
बिरसा मुण्डा
बिरसा मुंडा एक आदिवासी नेता और प्रसिद्ध लोक नायक एक विजेता व्यापार स्थापित करना थे, बिरसा मुंडा को कई राज्य की आदिवासी जनजातियों में भगवान के रूप में पूजा जाता है, बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवम्बर 1875 को रांची जिले के अलीहतु नामक गांव में हुआ था, इनका जन्म रांची के गरीब किसान के यहां हुआ था, बिरसा मुंडा के पिता का नाम सुगना मुंडा और उनकी माता का नाम कर्मी हटू था, बिरसा मुंडा ने अंग्रेजो के खिलाफ कई संघर्षशील लड़ाइयां लड़ी, और जीत भी स्थापित की परंतु एक विद्रोह के दौरान सन 1900 में आदिवासी लोंगो को संगठित देखकर ब्रिटिश सरकार ने आरोप में गिरफ्तार कर लिया, और उन्हें 2 साल का दंड दे दिया.
ज्योति प्रकाश निराला
भारतीय वायु सेना के कमांडो ज्योति प्रकाश निराला का जन्म रोहतास जिला बिहार के बदलाडीह नामक गांव में 15 नवम्बर 1986 को हुआ था. ज्योति प्रकाश निराला ने वर्क 2005 में ज्योति प्रकाश निराला ने भारतीय वायु सेना में प्रवेश किया था. ज्योति प्रकाश निराला भारतीय वायु सेना के गरुड़ कमांडों में से एक थे. यह कश्मीर के एक युद्ध में शहीद हो गए थे, कॉर्पोरल ज्योति प्रकाश निराला को 26 जनवरी 2018 को ‘गणतंत्र दिवस के अवसर पर ‘अशोक चक्र’ से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जाबांज निराला को मरणोपरान्त का यह सम्मान दिया, जिसे उनकी पत्नी और मां ने ग्रहण किया.
सानिया मिर्ज़ा
Image Source : Sania Mirza Instagram
सानिया मिर्ज़ा भारत की तरफ से खेलने वाली एक अनुभवी टेनिस खिलाड़ी हैं, इनका जन्म 15 नवंबर 1986 को मुंबई में एक मुस्लिम परिवार में हुआ था, इनके पिता का नाम इमरान मिर्जा और माता का नाम नसीमा मिर्जा है, यह एकमात्र ऐसी महिला टेनिस खिलाड़ी बनी जिसने 2003 से 2013 में लगातार एक दशक तक महिला टेनिस संघ के एकल और डबल में शीर्ष भारतीय टेनिस खिलाड़ी के रूप में अपना स्थान बनाए रखा, और सानिया मिर्जा के बाद एकल प्रतियोगिता से उनकी सेना वृद्धि का स्थान अंकिता रैना को प्राप्त हो गया.
इसके अलावा जानिए इन लोकप्रिय हस्तियों का भी आज जन्मदिन है, जैसे:-
शैलीन डियान – शैलीन डियान वुडली एक अमेरिकी अभिनेत्री हैं. जिनका जन्म 15 नवंबर 1991 में सैन बर्नार्डिनो के कैलिफ़ोर्निया में हुआ था.
विलियम पिट – विलियम पिट, चैथम के प्रथम अर्ल, पीसी, एफआरएस व्हिग समूह के एक ब्रिटिश राजनेता थे, जिन्होंने 1766 से 1768 तक ग्रेट ब्रिटेन के प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया. इनका जन्म 15 नवंबर 1708 को हुआ था.