Trading क्या है

शेयर मार्किट में Option Trading क्या है?
शेयर मार्किट में Option Trading क्या है? ये सवाल मुझसे बहुत लोगों ने पूछा है जिसका मुख्य कारण है कम पैसे में अधिक मुनाफा और लॉस का पता होना कि ट्रेडर्स को कितना अधिकतम लॉस हो सकता है और ऐसा वास्तव में होता भी है और नहीं भी क्योंकि ट्रेडिंग में अगर आप 5000 - 5000 तीन दिन लगातार कमाते हो तो चौथे दिन 20000 गँवा भी देते हो और आप नुक्सान उठाते हैं और ऐसा क्यों Trading क्या है होता है आपसे कहाँ गलती हो रही है और उसके दूर करने के क्या उपाए हैं ये हम आज इस पाठशाला में जानेंगे ।
सबसे पहले मै आपको बतादूँ कि मेरी बात शायद आपको बोर करें किन्तु अगर आप वास्तव में सीखने के लिए मेरी साइट पर आए हैं तो यकीन मानिये आपको और कहीं जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी बस मेरे साथ अंत तक बने रहें। यहां आपको सारी चीजें सिखने को मिलेंगे।
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तो आज से हम आज शुरू करने जा रहे हैं ऑप्शन ट्रेडिंग की पाठशाला जिसको पढ़ कर और अच्छे से समझ कर आप ऑप्शन में अच्छे से कम रिस्क में अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं बस आपको इसको अच्छे से समझने की आवश्यकता है।
मै इस अध्याय को शुरू करूँ उससे पहले मै आपको एक बात बताना चाहती हूँ कि कोई व्यक्ति लॉटरी क्यों नहीं खरीदता - क्योंकि उसे पता है कि इसमें जीतने की संभावना बेहद कम होती है किन्तु अगर आप एक बार लॉटरी जीत जाते हैं तो इसकी संभावना बढ़ जाती है कि आप बार - बार लॉटरी खरीदेंगे।
हम अपने निवेश में भी ऐसा ही करते हैं बिना तैयारी के मार्किट में कूदना शरू में कुछ फायदा होना जिससे हमारा कॉन्फिडेंस बढ़ जाता है किन्तु गलती और पेशन्श न होने की वजह से भरी नुक्सान होता है तो First Learn Then Trade.
तो जैसा हमने ऊपर बताया था कि तीन दिन तक जितना कमाया उतना ही आम ट्रेडर एक ही दिन में पूरा कमाया हुआ पैसा गँवा भी देता है उसका मुख्य कारण है:-
1. पेशंस का न होना कम प्रॉफिट लेकर जब नुक्सान हो रहा होता है तो इस उम्मीद से कि शायद अब उनका लॉस प्रॉफिट में बदल जाये और उसे होल्ड करके रखना।
2. सपोर्ट और रेजिडेंस का ज्ञान न होना या होते हुए भी उनको फॉलो न करना।
3. टेक्निकल एनालिसिस न आना।
4. कैंडल स्टिक की जानकारी न होना।
5. ऑप्शन कैसे काम करता है इसकी सम्पूर्ण जानकारी का न होना।
शेयर मार्किट में Option Trading क्या है?
Option Trade जानने से पहले ये जान लें कि अगर आप इसके बारे में नहीं जानते और सीखने के लिए यहां आये हैं तो मेरे पूरे अध्याय समाप्त होने के बाद ही कोई ट्रेड लें और छोटे से ही शुरू करें अन्यथा आपका P&L खतरे में पड़ सकता है यहां मै आपको डरा नहीं रही बल्कि आपको इसके खतरे से अवगत करा रही हूँ कि ये कितना खतरनाक है।
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ऑप्शन ट्रेडिंग एक प्रकार का अनुबंध होता है जिसमे एक व्यक्ति दूसरे को एक निश्चित प्रीमियम पर ये अनबंध करता है कि मै ये वस्तु एक हफ्ते या एक महीने बाद इतने में खरीदूंगा चाहे उसका दाम कितना भी हो और इसके बदले वो एक छोटी रकम प्रीमियम के रूप में देता है।
इसको एक उदाहरण से समझते है एक व्यक्ति जिसको लगता है कि रिलायंस का रिजल्ट बहुत अच्छा आने वाला है और ये अगले हफ्ते अपने हाई को भी ब्रेक कर सकता है और वहीँ दूसरा व्यक्ति सोचता है कि रिलायंस का रिजल्ट अच्छा तो आएगा किन्तु ये पहले ही 5% भाग चुका है तो रिजल्ट के बाद इसमें प्रॉफिट बुकिंग आएगी।
अब दोनों व्यक्ति आपस में एक अनुबंध कर लेते हैं खरीदने वाला व्यक्ति 10 रुपये की प्रीमियम देकर दूसरे से कहता है कि मै रिलायंस को एक हफ्ते बाद खरीदूंगा तो दूसरा व्यक्ति ये सोच कर सौदा मंजूर करलेता है कि अभी इसका दाम 2000 रूपए है और उसे लगता है कि इसका दाम 2000 से नीचे आ जायेगा और खरीदार स्टॉक को नहीं खरीदेगा तो उसको १० रूपए सीधे बच जायेंगे।
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क्योंकि खरीदार स्टॉक को तब ही खरीदेगा जब स्टॉक का दाम इसके सौदे के टाइम के प्राइस से ज्यादा हो अब यहां दो चीजें हो सकती हैं:-
1. स्टॉक का प्राइस जो आज 2000 का है और अगले हफ्ते 2100 का हो जाता है तो उसको 100 के हिसाब से उसका प्रीमियम का फायदा मिलेगा। किन्तु अगर 2000 के नीचे चाहे वो 1500 ही क्यों न पहुँच जाये उसको सिर्फ प्रीमियम का ही नुक्सान होगा।
2. अगर स्टॉक का प्राइस अगले हफ्ते 2000 के नीचे बंद होता है तो उसको 10 के हिसाब से उसका प्रीमियम का फायदा मिलेगा। किन्तु जितना ऊपर बंद होगा उतना उसका नुक्सान होगा।
जहां तक मै जानती हूँ तक़रीबन 500 तरीके से ऑप्शन ट्रेडिंग की जाती है और कुछ तरीके ऐसे भी होंगे जो बड़े ट्रेडर्स ने या ब्रोकर ने अपने लिए बनाई हो किन्तु इन सबको आपको जानना की आवश्यकता नहीं है। आपको सिर्फ ऑप्शन के बारे में जानने की आवश्यकता है जिससे आप ट्रेड ले कर फायदा ले सकें।
1). बुलिश स्ट्रैटजी, 2). बेयरिश स्ट्रैटजी, 3). न्यूट्रल स्ट्रैटजी
इन सबके अलावा जिन विषयों पर हम चर्चा करेंगे वो हैं :-
1. मैक्स पेन फॉर ऑप्शन राइटिंग,
2. वोलैटिलिटी ओर्बिटोज (डायनामिक डेल्टा हेजिंग)
3. ओपन इंट्रेस्ट
इन सब विषयों पर हम एक-एक करके चर्चा करेंगे (अध्याय वाइज) ताकि आप इसको भली-भांति समझ जाएँ। बाकी के अध्यायों में इन सबके अलावा जो मै आपको बताने वाली हूँ वो हैं पे ऑफ़, ब्रेक इवेन, और स्ट्राइक प्राइस आदि सब कुछ तो बने रहें मेरे साथ।
जैसा कि हमने ऊपर बताया था कि बहुत से तरीके हैं ऑप्शन ट्रेडिंग के लेकिन इनमे से सारे तरीकों को आपको सीखने की आवश्यकता नहीं है आपको सिर्फ कुछ ही तरीके यहां बताये जायेंगे जिससे आप लगातार अच्छा प्रॉफिट कमा सकते है किन्तु इन्हे आपको अच्छे से समझने की जरूरत है।
वैसे ऑप्शन स्टॉक में निफ़्टी और बैंक निफ़्टी में की जाती है किन्तु मै यहां पर जो उदाहरण दूंगी वो निफ़्टी को लेकर है तो बने रहें हमारे साथ अगले अध्याय में हम जानेंगे "बुल कॉल स्प्रेड स्ट्रेट्जी" ऑप्शन को - धन्यवाद्
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ? Intraday Trading se paise kaise kamaye ? Intraday Trading meaning in hindi.
दोस्तो शेयर बाज़ार की बात जब भी कोई करता है तब अमूमन आपके मन में यही विचार आता होगा कि बाज़ार में पैसा लगाकर जब तक लंबा इंतजार न करें, मुनाफ़ा कमाना संभव नहीं होता। लेकिन हम आपको बता देना चाहते हैं कि ऐसा बिल्कुल भी ज़रूरी नहीं। इस लेख में हम intraday trading kya hai? जानने के साथ-साथ इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स इन हिंदी (intraday trading tips in hindi) के बारे में भी जानेंगे।
दरअसल शेयर बाज़ार अपने निवेशकों को 1 दिन में भी यानि कि इंट्राडे ट्रेडिंग में भी मुनाफ़ा कमाने का भरपूर मौक़ा देता है। आप सोच रहे होंगे कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? तो बता दें कि बाज़ार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर ख़रीदने और बेचने की प्रक्रिया को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते हैं।
इस ट्रेडिंग के अंतर्गत शेयर बाज़ार में सुबह पैसा लगाकर दोपहर तक अच्छी कमाई की जा सकती है। यहाँ शेयर ख़रीदा तो जाता है लेकिन उसका मक़सद निवेश करना नहीं होता, बल्कि एक दिन में उसमें जितनी भी बढ़त मिले, उस बढ़त से मुनाफ़ा कमाना होता है। ध्यान रहे कि इसमें ज़रूरी नहीं कि आपको मुनाफ़ा ही हो।
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें इन हिंदी | intraday trading kaise kare in hindi
शेयर बाज़ार में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें? तो इसके लिए सबसे पहले तो आपके नाम पर डीमेट एकाउंट और एक ट्रेडिंग एकाउंट होना चाहिए। इस एकाउंट में आप या तो ब्रोकर को फ़ोन पर ऑर्डर देकर ट्रेडिंग कर सकते हैं। या ख़ुद से ऑनलाइन ट्रेडिंग भी कर सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग एक ऐसा ऑप्शन है जिसमें आप कम से कम समय में ज़्यादा मुनाफ़ा कमा सकते हैं। यदि आप भी सोच Trading क्या है रहे हैं कि शेयर मार्केट इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाएं? how to start intraday trading in hindi तो यह लेख बिल्कुल आपके लिये ही है।
इंट्राडे ट्रेडिंग को यदि बेहतर जानकारी और संयम के साथ किया जाए तो इसमे कोई संदेह नहीं कि आप घर बैठे अच्छा ख़ासा पैसा कमा सकते हैं। आइये हम इंट्राडे ट्रेडिंग share market intraday trading in hindi को सरल भाषा में समझने का प्रयास करते हैं। प्रतिदिन शेयर मार्केट से 1000 से 2000 कैसे कमाएं? जानने के लिए क्लिक करें।
दरअसल इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेडर्स अपने पसंदीदा शेयरों को एक ही दिन में ख़रीदते और बेचते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग टाइम (intraday trading time) की बात करें तो यदि इक्विटी मार्केट में ट्रेडिंग करनी हो तो यह ट्रेडिंग आपको सुबह 9.30 बजे से दोपहर के 3.30 बजे तक करनी होगी। लेकिन यदि आपको कमोडिटी मार्केट commodity market में ट्रेडिंग करनी हो तो इसका ट्रेडिंग टाइम सुबह 9 बजे से रात 11.30 बजे तक का होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कुछ ज़रूरी बातें क्या हैं? | इंट्राडे ट्रेडिंग में कई जाने वाली सावधानियाँ
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए कुछ ज़रूरी बातें (intraday me savdhaniya) जानना अत्यंत आवश्यक है। आइये जानते हैं ये ज़रूरी सावधानियाँ क्या हैं-
इंट्राडे ट्रेडिंग में सबसे महत्व पूर्ण बात यही है कि आपको यह पता होना चाहिए कि किस स्टॉक को खरीदना या बेचना ज़्यादा बेहतर होगा। किस स्टॉक का परफॉर्मेंस इस समय बेहतर है? यदि आपने इन बातों की जानकारी ठीक ढंग से ले ली है। तो आपको मुनाफ़ा कमाने से कोई नहीं रोक सकता।
किसी भी शेयर को ख़रीदने से पहले उसका तकनीकी विश्लेषण (technical analysis) करना बेहद ज़रूरी होता है। तभी आप उपयुक्त स्टॉक ख़रीदकर आसानी से मुनाफ़ा कमा सकते हैं।
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते समय, ख़ासकर इंट्राडे ट्रेडिंग में एंट्री करते समय यह सबसे महत्वपूर्ण होता है कि आप किसी समय में मार्केट में एंट्री ले रहे हैं। क्योंकि सही समय में ली गयी एंट्री आपको कभी-कभी कम समय में ज़्यादा मुनाफ़ा कमाने का मौका दे देती है। वरना ग़लत समय में ली गयी एंट्री आपको इंट्राडे में नुक़सान भी पहुँचा सकती है। या फ़िर आपको कई दिनों तक इंतज़ार करना पड़ सकता है। जो कि रिस्की भी हो सकता है।
जब भी आप इंट्राडे ट्रेडिंग करें तो इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि कोई भी ट्रेड बिना किसी टारगेट के न करें। ज़्यादा लालच करने के बजाय एक निर्धारित लक्ष्य ज़रूर तय कर लें। इससे आप इंट्राडे ट्रेडिंग में निश्चित रूप से मुनाफ़ा कमा सकते हैं।
शेयर मार्केट में कमाई की बात करें तो आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि जिस इनकम के लिए लोग अपना घर, अपना शहर छोड़कर नौकरियाँ करते हैं। उतनी या उससे भी कहीं ज़्यादा इनकम घर बैठे कमा सकते हैं। यही कारण होता है कि इसमें लालच बढ़ने लगता है। लोग अनलिमिटेड पैसा कम से कम समय में एक साथ कमाना चाहते हैं। जिसका परिणाम घातक हो सकता है। आप कमाने के बजाय भारी नुक़सान में भी जा सकते हैं।
शेयर में पैसा कमाना है तो आपको मार्केट के न्यूज़ से अपडेट रहना ज़रुरी होता है। मार्केट से आप जितना ज़्यादा अपडेट रहेंगे उतना ही ज़्यादा आप मुनाफ़ा कमा सकते हैं।
शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग करनी हो तो याद रखें कि कोई भी ट्रेड करते समय एक सीमा में रहकर ही ट्रेड करने की कोशिश करें। डीमैट एकॉउंट में जितना एमाउंट जमा हो, उससे कम एमाउंट के ही ट्रेड ख़रीदें। वर्ना आपको मार्जिन की समस्या आ सकती है। ऐसा करने से आप आसानी से होल्ड भी कर सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग में अच्छी कमाई करनी हो तो ट्रेड छोटे-छोटे करें। शुरुआत में छोटे-छोटे मुनाफ़े ही आपका आत्मविश्वास बढ़ाते हैं। ज़्यादातर लोग जब मुनाफ़ा हो रहा होता है तब उस मुनाफ़े को और भी ज़्यादा बड़ा बनाने के चक्कर में मुनाफ़ा बुक नहीं करते। जिस कारण कभी-कभी मुनाफ़े का उल्टा बड़ा नुक़सान भी हो जाता है। इस बात को गाँठ बांध लें कि बाज़ार आपको जितना मुनाफ़ा दे रहा है उसे स्वीकार करें।
उम्मीद है यह लेख "intraday trading क्या है? इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाएं?" ज़रूर पसंद आया होगा। इस लेख में intraday trading strategies in hindi के संबंध में बतायी गयी जानकारी आपके लिए ज़रूर उपयोगी साबित होगी। इसे पढ़ने के बाद आप अपनी इंट्राडे ट्रेडिंग में ज़रूर सुधार लाएँगे। साथ ही बेहतर मुनाफ़ा कमाकर शेयर मार्केट का लुत्फ़ उठाएंगे।
Trading क्या है
ट्रेडिंग क्या है? कैसे सीखें?पूरी जानकारी | Trading in Hindi
- Post author: ShareMarketIndia
- Post published: March 8, 2022
- Post category: शेयर मार्केट
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ट्रेडिंग क्या है? कैसे सीखें?पूरी जानकारी | Trading in Hindi
आजकल लोग इंटरनेट से पैसे कमाने के अलग अलग तरीके खोजते रहते है। ट्रेडिंग भी एक ऐसा तरीका है जिससे आप हजारों रुपए कमा सकते है। तो आइये जानते है ट्रेडिंग क्या है? कैसे सीखें?
शेयर मार्केट में कम समय में ज्यादा पैसे कमाने के लिए लोग ट्रेडिंग करते है। ट्रेडिंग करके कुछ लोग दिन के हजारों रुपए कमाते है।लेकिन ज्यादातर लोग ट्रेडिंग में पैसे गवांते है या फिर थोडे ही पैसे कमा पाते है। क्युकी वह लोग ट्रेडिंग क्या है(Trading in Hindi),कैसे सीखें?, ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है, इन सबकी जानकारी लिए बिना ही ट्रेडिंग करना शुरू करते है।
इसलिए आपको सबसे पहले ट्रेडिंग क्या है? ये जानना जरूरी है।
Table of Contents
ट्रेडिंग क्या है? | Trading in Hindi
ट्रेडिंग का अर्थ होता है व्यापार। दो व्यक्ति या संस्था के बीच वस्तु और सेवाओं का आदान प्रदान इसी को ट्रेडिंग यानी व्यापार कहते है। बहुत पुराने समय से दुनिया में ट्रेडिंग यानी व्यापार होता आ रहा है। पुराने समय में लोग एक वस्तु के बदले दूसरी वस्तु देते थे। उसके बाद वस्तु के बदले पैसे देने लगे।
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग का अर्थ होता है शेयर की खरीदी और बिक्री। जैसे कि हम किसी वस्तु की खरीद और बिक्री करके मुनाफा कमाते हैं वैसे ही शेयर मार्केट में कंपनियों के शेयर कि खरीद और बिक्री करके मुनाफा कमाया जाता है।
ट्रेडिंग करने में बहुत जोखिम होता है ऐसा कहा जाता है क्योंकि इसमें यह कोई नहीं जानता कि भविष्य में कुछ समय बाद शेयर के भाव में क्या मूवमेंट आयेगा। अक्सर ऐसा होता कि अगर शेयर से जुड़ी कोई अच्छी न्यूज़ आती है तो शेयर के भाव में तेजी दिखाई देती है। और अगर शेयर से जुड़ी कुछ बुरी न्यूज़ आती है तो शेयर के भाव में गिरावट देखने को मिल सकती है।
ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है? | Online Trading in Hindi
इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के मदत से शेयर को खरीदने और बेचने की सुविधा को ऑनलाइन ट्रेडिंग (Online Trading in Hindi) कहा जाता है। शेयर के अलावा आप मच्यूल फंड, करेंसी,कमोडिटी और अन्य वित्तीय सिक्योरिटीज को आप ऑनलाइन खरीद सकते है।
किसी भी ऑनलाइन स्टॉक ब्रोकर के साथ घर बैठे अकाउंट खुलवाकर आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते है।
ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? | Types of Trading in Hindi
ट्रेडिंग के मुख्य रूप से तीन प्रकार होते है।
इंट्राडे ट्रेडिंग, पोजिशनल,स्विंग ट्रेडिंग। आइए सबसे पहले जानते है इंत्राडे ट्रेडिंग क्या है?
इंट्राडे ट्रेडिंग | Intraday Trading in Hindi
बहुत से लोग शेयर मार्केट में कम समय में मुनाफा कमाना चाहते है। उनके लिए इंट्राडे ट्रेडिंग अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
एक ही दिन के अंदर शेयर खरीदकर बेचना इसी Trading क्या है को इंट्राडे ट्रेडिंग कहता है।शेयर मार्केट सुबह 9:15 को खुलता है और 3:30 को बंद होता है। उसी समय के बीच में अगर आप शेयर खरीद कर बीच देते है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आपको शेयर मार्केट के बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए। अगर आप अच्छे से इंट्राडे ट्रेडिंग सीख गए तो आप दिन के हजारों रुपए कमा सकत है। लेकिन इसमें नुकसान होने की भी पूरी संभावना होती है। इंट्राडे ट्रेडिंग में रहने वाली जोखिमों से अज्ञात होते हुए कई बार ट्रेडर इंट्राडे ट्रेडिंग में भारी नुक्सान कर बैठते है।
मेरी राय ये है कि अगर आप नए है तो आपको इंट्राडे ट्रेडिंग में ज्यादा पैसे नहीं लगाने चाहिए।
पोजिशनल ट्रेडिंग | Positional Trading in Hindi
यदि आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करना चाहते हैं, लेकिन हर दिन के उतार-चढ़ाव पर नजर नहीं रख सकते हैं, और लंबे समय के लिए भी निवेश नहीं करना चाहते हैं, तो फिर पोजिशनल ट्रेडिंग आपके लिए अच्छा मार्ग हो सकता है।
पोजीशनल ट्रेडिंग में ट्रेडर अपने शेयर इंट्राडे से ज्यादा समय के लिए होल्ड कर सकते।यह समय एक दिन,एक हफ्ता या एक महीना भी हो सकता है।
जबकि पोजीशन ट्रेडिंग सुनने में आसान लग रही होगी लेकिन, इसके लिए अच्छे फंडामेंटल और टेक्निकल रिसर्च की आवश्यकता होती है। साथ ही शेयर मार्केट के बारे में अच्छी और ठोस जानकारी भी जरूरी होती है।
स्विंग ट्रेडिंग | Swing Trading in Hindi
स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग है पर जहां ट्रेडर शेयर थोड़े समय के लिए शेयर खरीदते हैताकि उससे मुनाफा कमा सकें। यह समय आमतौर पर कुछ दिनों और कई हफ्तों के बीच होता है।
स्विंग ट्रेडर शेयर की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव और गति के रुझानों को जानने के लिए और शेयर खरीदने या बेचने के लिए ट्रेडिंग गतिविधि में एक पैटर्न का विश्लेषण करता है। स्विंग ट्रेडिंग आम तौर पर लार्ज कैप शेयर पे कि जाती है।
स्विंग ट्रेडर्स आमतौर पर स्विंग ट्रेडिंग के लिए शेयर चुनने के लिए तकनीकी विश्लेषण(टेक्निकल एनालिसिस) का उपयोग करते हैं। अगर आपको स्विंग ट्रेडिंग सीखनी है तो आपको टेक्निकल एनालिसिस आना ही चाहिए । स्विंग ट्रेडिंग में भी रिस्क होती है इसलिए बिना समझे पैसे नहीं लगाना चाहिए।
ट्रेडिंग कैसे सीखे | How to Learn Trading in Hindi
आपने ट्रेडिंग क्या है? ट्रेडिंग के कितने प्रकार होते है ये बाते तो जान ली आइए अब जानते जानते है कि ट्रेडिंग कैसे सीखे(How to Learn Trading in Hindi)
यूटयूब एक ऐसा जरिया है जहां से आप ट्रेडिंग सीख सकते है।आपको यूट्यूब के ऊपर बहुत सारे चैनल मिलेंगे जहां से आप फ्री में ट्रेडिंग सीख सकते है। गूगल पर भी ऐसी बहुत वेबसाइट उपलब्ध है जहां से आप ट्रेडिंग के बारे में जानकारी ले सकते है।
ट्रेडिंग सीखनी के लिए आप किसी अच्छी किताब को पढ़ सकते है।दोस्तों अगर आपको किताबे पढ़ना पसंद है तो आप किताब से भी ट्रेडिंग सीख सकते हो।आप ऐसे लोगों की किताब पढ़े जिन्होंने ट्रेडिंग में सफल होकर अच्छा पैसा कमाया है।आपको इंटरनेट पर ट्रेडिंग के ऊपर बहुत सारे ई-बुक भी मिल जाएंगे जिन्हें आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर पढ़ सकते है।
दोस्तों आपको शेयर मार्केट के बारे ऑनलाइन और ऑफलाइन बहुत सारे फ्री और पेड कोर्सेस मिल जाएंगे।इन कोर्सेस कि मदद से आप ट्रेडिंग सीख सकते हो।
भास्कर एक्सप्लेनर: आप शेयर ट्रेडिंग करते हैं तो यह जानना आपके लिए जरूरी है; एक सितंबर से बदल रहा है मार्जिन का नियम
शेयर बाजार में एक सितंबर से आम निवेशकों के लिए नियम बदलने वाले हैं। अब वे ब्रोकर की ओर से मिलने वाली मार्जिन का लाभ नहीं उठा सकेंगे। जितना पैसा वे अपफ्रंट मार्जिन के तौर पर ब्रोकर को देंगे, उतने के ही शेयर खरीद सकेंगे। इसे लेकर कई शेयर ब्रोकर आशंकित है कि वॉल्युम नीचे आ जाएगा। आइए समझते हैं क्या Trading क्या है है यह नया नियम और आपकी ट्रेडिंग को किस तरह प्रभावित करेगा?
सबसे पहले, यह मार्जिन क्या है?
- शेयर मार्केट की भाषा में अपफ्रंट मार्जिन सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले शब्दों में से एक है। यह वह न्यूनतम राशि या सिक्योरिटी होती है जो ट्रेडिंग शुरू करने से पहले निवेशक स्टॉक ब्रोकर को देता है।
- वास्तव में यह राशि या सिक्योरिटी, बाजारों की ओर से ब्रोकरेज से अपफ्रंट वसूली जाने वाली राशि का हिस्सा होती है। यह इक्विटी और कमोडिटी डेरिवेटिव्स में ट्रेडिंग से पहले वसूली जाती है।
- इसके अलावा स्टॉक्स में किए गए कुल निवेश के आधार पर ब्रोकरेज हाउस भी निवेशक को मार्जिन देते थे। यह मार्जिन ब्रोकरेज हाउस निर्धारित प्रक्रिया के तहत तय होती थी।
- इसे ऐसे समझिए कि निवेशक ने एक लाख रुपए के स्टॉक्स खरीदे हैं। इसके बाद भी ब्रोकरेज हाउस उसे एक लाख से ज्यादा के स्टॉक्स खरीदने की अनुमति देते थे।
- अपफ्रंट मार्जिन में दो मुख्य बातें शामिल होती हैं, पहला वैल्यू एट रिस्क (वीएआर) और दूसरा एक्स्ट्रीम लॉस मार्जिन (ईएलएम)। इसी के आधार पर किसी निवेशक की मार्जिन भी तय होती है।
अब तक क्या है मार्जिन लेने की प्रक्रिया?
- मार्जिन दो तरह की होती है। एक तो है कैश मार्जिन। यानी आपने जितना पैसा आपके ब्रोकर को दिया है, उसमें कितना सरप्लस है, उतने की ही ट्रेडिंग आप कर सकते हैं।
- दूसरी है स्टॉक मार्जिन। इस प्रक्रिया में ब्रोकरेज हाउस आपके डीमैट अकाउंट से स्टॉक्स अपने अकाउंट में ट्रांसफर करते हैं और क्लियरिंग हाउस के लिए प्लेज मार्क हो जाती है।
- इस सिस्टम में यदि कैश मार्जिन के ऊपर ट्रेडिंग में कोई नुकसान होता है तो क्लियरिंग हाउस प्लेज मार्क किए स्टॉक को बेचकर राशि वसूल कर सकता है।
नया सिस्टम किस तरह अलग होगा?
- सेबी ने मार्जिन ट्रेडिंग को नए सिरे से तय किया है। अब तक प्लेज सिस्टम में निवेशक की भूमिका कम और ब्रोकरेज हाउस की ज्यादा होती थी। वह ही कई सारे काम निवेशक की ओर से कर लेते थे।
- नए सिस्टम में स्टॉक्स आपके अकाउंट में ही रहेंगे और वहीं पर क्लियरिंग हाउस प्लेज मार्क कर देगा। इससे ब्रोकर के अकाउंट में स्टॉक्स नहीं जाएंगे। मार्जिन तय करना आपके अधिकार में रहेगा।
- प्लेज ब्रोकर के फेवर में मार्क हो जाएगी। ब्रोकर को अलग डीमैट अकाउंट खोलना होगा- ‘टीएमसीएम- क्लाइंट सिक्योरिटी मार्जिन प्लेज अकाउंट’। यहां टीएमसीएम यानी ट्रेडिंग मेंबर क्लियरिंग मेंबर।
- तब ब्रोकर को इन सिक्योरिटी को क्लियरिंग कॉर्पोरेशन के फेवर में री-प्लेज करना होगा। तब आपके खाते में अतिरिक्त मार्जिन मिल सकेगी।
- यदि मार्जिन में एक लाख रुपए से कम का शॉर्टफॉल रहता है तो 0.5% पेनल्टी लगेगी। इसी तरह एक लाख से अधिक के शॉर्टफॉल पर 1% पेनल्टी लगेगी। यदि लगातार तीन दिन मार्जिन शॉर्टफॉल रहता है या महीने में पांच दिन शॉर्टफॉल रहता है तो पेनल्टी 5% हो जाएगी।
नई व्यवस्था में आज खरीदो, कल बेचो (बीटीएसटी) का क्या होगा?
Trading क्या है? stock market Trading कितने प्रकार की होती है
Trading क्या है? यह उन लोगों को जानना चाहिए जो लोग stock marketing मे आना चाहते है or लोगों को सबसे पहले trading का मतलब जानना चाहिए की trading क्या होता है और इसके कितने प्रकार होते है चलो हम देखते है trading mean in hindi या trading क्या है इस आर्टिकल मे आपको इस विषय की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त होगी तो चलो हम स्टेप by स्टेप देखते है join me if you want more telegram
Table of Contents
Trading क्या है?
हम आसान शब्दों मे trading क्या है को हिन्दी मे “व्यापार” बोलते हो या कहते है इसका मतलब किसी बस्तु या किसी service का आदान प्रदान करके मुनाफा प्राप्त करना |
इसी प्रकार जो लोग share marketing या stock market मे आना चाहते है और बो शेयर मार्केट मे कंपनी के share को खरीदते है और उन्हे buy बेच कर मुनाफा कमाते है उसे हम stock market ट्रैडिंग बोल सकते है अगर हम और अंदर बात को समझे तो trading stock market या हम share market मे trading की अवधि 1 बर्ष की होती है अगर कोई भी trader किसी कंपनी के शेयर को 1 साल से और अधिक होल्ड करता है तो उसे हम investment के रूप मे जानते है तो उसे हम trading न बोलकर उसे इनवेस्टमेंट बोलते है यह पूरा व्यापार पहले ऑफलाइन हुआ करता था पर यह पूरा व्यापार अब पारदर्शी अनलाइन हो गया है
चलो आपको एक example देकर समझते है ( FREE DEMAT ACCOUNT OPENING )
कोई भी ट्रैडर मेरे कहने का मतलब कोई भी व्यक्ति जो कोई भी किसी company का share buy करता जिसकी 1 share की कीमत 100 रुपए है आज और उसने 10 दिन बाद उसी share की कीमत 10 दिन बाद 1500 रुपए की हो गई और उसे उसने 1400 रुपए का मुनाफा कमा कर बेच दिया उसे हम trading बोल सकते है अतः आप समझ गए होंगे ट्रैडिंग क्या होती है
हम देखते है ट्रैडिंग के प्रकार के बारे मे जो निनमप्रकार के है
share market Trading कितने प्रकार की होती है
share market को चार प्रकार की होती है जो इस प्रकार है
Scalping Trading
scalping trading हैलो दोस्तों आप आज जानेगे scalping trading के बारे मे यह क्या होती है यह आज कल बहुत ज्यादा इसका उपयोग करते है ट्रैडर becouse आजकल किसी को मार्केट मे पूरा समय बिताने के लिए समय नहीं होता है बो नहीं बैठ सकते 9:15 am to 3:30 pm पूरे समय मार्केट देखने के लिए इसलिए बहुत ज्यादा ट्रैडर scalping trading का उपयोग करते है मुनाफा कामने के लिए
Scalping Trading का मतलब आप एक छोटी सी move को एक बड़े postion साइजिंग के अगएनिस्त trade क्या जाता है यह trade कुछ सेकंड के लिए ली जाती है अगर आप इसे और अच्छे से समझना चाहते है तो आपको मेरा टेलग्रैम चननले जॉइन करना चाहए जिससे आप लाइव इसे समझ सके की scalping trading कैसे करते है पर यह बहुत रिस्क trade होती है इसमे लालच नहीं करना चाहए इस ट्रैड का use करके आप कुछ सेकंड मे लाखों पेसे earn कर सकते है
Intraday Trading
intraday trading वह ट्रैडिंग होती है जो ट्रैडर उस ट्रैड को केवल एक दिन के ही लिए ले सकते है इसे intraday बोलते है आज कल बहुत से ट्रैडर interday खेल कर लाखों pese earn करते है
वो भी 1 दिन मे interday को खेलने के लिए किसी कंपनी के share को खरीद जाता है बो भी 9:15 am to 3:30 pm के लिए इसमे आपको समय दिया जाता 9:15 am से 3:30 pm तक जब आप को मुनाफा होता है तब आप अपने शेयर को बेच सकते है पर यह आपकी लिमिट केवल 1 दिन की होती है
इसमे रिस्क काम होता है scalping के अपेक्षा पर यह बहुत ज्यादा ट्रैडर इसको nifty या bank nifty मे खेलते है intraday अगर आप जानना चाहते है nifty kya है तो इस आर्टिकल को जरूर पड़े nifty 50
Swing Trading
Swing Trading यह अपने जरूर सुन होगा किसी ट्रैडर से तो चलो हम देखते है Swing Trading क्या होती है Swing Trading का मतलब शेयर मार्केट मे बार बार ट्रैड करते है 1 दिन मे दस बार कर सकते है यह ट्रैड करने मे रस्क बहुत काम होता है इसमे किसी कंपनी का फूँदमेंटेल देख कर किया जाता है इस ट्रैड को अपनाकर आप अच्छा pese earn कर सकते share मार्केट मे इसकी ऐक्यरसी बहुत अच्छी होती है और आप घर बैठे पेसे कमा सकते है
Positional Trading
Positional Trading वह ट्रेड जो कुछ लॉंग टर्म के लिए होल्ड किए जाने बाली trading होती है । यह मार्केट का long term movement को कैप्चर करने के लिए किया जाता है। ताकि एक अच्छा मुनाफा हो सके। शेयर बाजार की रोजाना के up-down से इन पर जायदा असर नहीं होता है। यह बाकी सभी trading से कम रिस्की होता है