बिटकॉइन का आज का रेट क्या है?

औंधे मुंह गिरा बिटकॉइन उठने का नाम नहीं ले रहा. क्रिप्टोकरंसी की चमक अब फीकी पड़ती दिख रही है क्योंकि लोगों को इसके नफा-नुकसान के बारे में पता चल गया है. यही वजह है कि लोग क्रिप्टोकरंसी को बेचकर जल्द निकल जाना चाहते हैं. इससे क्रिप्टो की बिकवाली बढ़ी है और सोने में निवेश की मांग में वृद्धि है. इससे सोने के दाम को तेजी मिल रही है.
क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट से पूरी दुनिया में हाहाकार, लेकिन भारत पर असर नहीं, जानिए क्यों
TV9 Bharatvarsh | Edited By: Ravikant Singh
Updated on: Nov 14, 2022 | 5:12 PM
क्रिप्टोकरेंसी में आई बड़ी गिरावट से चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल है. वहीं भारत में इसका ख़ास असर नहीं हुआ है. इसका श्रेय सरकार और बिटकॉइन का आज का रेट क्या है? भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के सतर्क रुख को जाता है. आरबीआई क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देने से बार-बार इनकार करता रहा है और उसने इसमें लेनदेन को लेकर आगाह भी किया है. वहीं सरकार ने क्रिप्टो लेनदेन की मांग को कम करने के लिए टैक्स का रास्ता चुना है.
RBI का विरोध कारगर
भारत में आरबीआई पहले दिन से ही क्रिप्टोकरेंसी का विरोध कर रहा है, जबकि सरकार शुरू में एक कानून लाकर ऐसे माध्यमों को रेगुलेट करने का विचार कर रही थी. हालांकि, सरकार बहुत विचार-विमर्श के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची कि वर्चुअल करेंसी के संबंध में वैश्विक सहमति की जरूरत है क्योंकि ये सीमाहीन हैं और इसमें शामिल जोखिम बहुत अधिक हैं. आरबीआई के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी को विशेष रूप से रेगुलेटेड फाइनेंशियल सिस्टम से बचकर निकल जाने के लिए विकसित किया गया है और यह उनके साथ सावधानी बरतने के लिए पर्याप्त कारण होना चाहिए.
उद्योग का अनुमान है कि भारतीय निवेशकों का क्रिप्टोकरेंसी में निवेश केवल तीन प्रतिशत है. वैश्विक क्रिप्टो बाजार में गिरावट के बावजूद, भारत की क्रिप्टोकरेंसी कंपनियां अभी तक किसी जल्दबाजी में नहीं हैं. भारत के सबसे बड़े बिटकॉइन का आज का रेट क्या है? क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स और जेबपे का काम जारी है. सरकार और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के साथ केंद्रीय बैंक के सतर्क रुख की वजह से भारत में क्रिप्टो का बड़ा बाजार नहीं खड़ा हो सका. अगर भारतीय संस्थाएं क्रिप्टो में शामिल हो गई होतीं, तो देश में कई लोगों के पैसे डूब जाते.
Gold Price Today: अभी नीचे नहीं आएंगे सोने के भाव, 5 पॉइंट में समझिए क्यों
TV9 Bharatvarsh | Edited बिटकॉइन का आज का रेट क्या है? By: Ravikant Singh
Updated on: Nov 09, 2022 | 2:21 PM
सोने के दाम (Gold price) कम होने का नाम नहीं ले रहे. दिल्ली के बाजारों की बात करें तो इसकी कीमतें 52 हजार से ऊपर बनी हुई हैं. यही हाल चांदी का भी है. सोने की तरह चांदी ने भी अपनी चमक बरकरार रखी है. त्योहारी सीजन चल रहा है और इसके बाद शादी-ब्याह का सीजन भी शुरू हो जाएगा. शादियों में गहनों के लिए सोने की मांग भरपूर होती है. ऐसे में सोने के भाव में गिरावट की संभवना कम ही दिख रही है. भाव में लगातार तेजी की बात करें तो इसकी स्थानीय वजह कम और अंतरराष्ट्रीय कारण अधिक है. सोने के भाव में आगे क्या होगा और किन फैक्टर पर दाम निर्भर करेंगे, आइए इस बारे में बिटकॉइन का आज का रेट क्या है? जानते हैं.
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RBI का विरोध कारगर
भारत में आरबीआई पहले दिन से ही क्रिप्टोकरेंसी का विरोध कर रहा है, जबकि सरकार शुरू में एक कानून लाकर ऐसे माध्यमों को रेगुलेट करने का विचार कर रही थी. हालांकि, सरकार बहुत बिटकॉइन का आज का रेट क्या है? विचार-विमर्श के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची कि वर्चुअल करेंसी के संबंध में वैश्विक सहमति की जरूरत है क्योंकि ये सीमाहीन हैं और इसमें शामिल जोखिम बहुत अधिक हैं. आरबीआई के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी को विशेष रूप से रेगुलेटेड फाइनेंशियल सिस्टम से बचकर निकल जाने के लिए विकसित किया गया है और यह उनके साथ सावधानी बरतने के लिए पर्याप्त कारण होना चाहिए.
उद्योग का अनुमान है कि भारतीय निवेशकों का क्रिप्टोकरेंसी में निवेश केवल तीन प्रतिशत है. वैश्विक क्रिप्टो बाजार में गिरावट के बावजूद, भारत की क्रिप्टोकरेंसी कंपनियां अभी तक किसी जल्दबाजी में नहीं हैं. भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स और जेबपे का काम जारी है. सरकार और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के साथ केंद्रीय बैंक के सतर्क रुख की वजह से भारत में क्रिप्टो का बड़ा बाजार नहीं खड़ा हो सका. अगर भारतीय संस्थाएं क्रिप्टो में शामिल हो गई होतीं, तो देश में कई लोगों के पैसे डूब जाते.