सर्वोत्तम उदाहरण और सुझाव

अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष

अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष
मंदी के दौर में भी भारत रहेगा मजबूत
आईएमएफ (IMF) के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि वर्तमान में देखें तो आज हर देश में आर्थिक विकास (Economic Growth) की गति धीमी है. लेकिन भारत तेजी से आगे की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि अन्य देशों की तुलना में भारत बेहतर स्थान पर है और आने वाले समय में भी जब वैश्विक अर्थव्यव्स्था (Global Economy) में गिरावट आएगी और मंदी की मार दुनिया के बड़े-बड़े देशों को अपनी जद में लेगी, उस समय भी भारत मजबूत स्थिति में नजर आएगा. आर्थिक वृद्धि दर के मामले में भारत चीन (China) से भी कहीं ज्यादा आगे रहेगा.

K Subramanian: पूर्व सीईए केवी सुब्रमण्यम को मिली बड़ी जिम्मेदारी, आईएमएफ में भारत के कार्यकारी निदेशक नियुक्त

K Subramanian कैबिनेट ने डॉ कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम की अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में भारत के लिए कार्यकारी निदेशक के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। उन पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष में भारतीय हितों की बात रखने की जिम्मेदारी होगी।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारत के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम (KV Subramanian) को गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में भारत का कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया गया। केवी सुब्रमण्यम प्रख्यात अर्थशास्त्री सुरजीत एस भल्ला (Surjit S Bhalla) का स्थान लेंगे, जिन्हें 2019 में आईएमएफ के बोर्ड में भारत के कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था।

एक सरकारी आदेश में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने डॉ कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम, प्रोफेसर (वित्त), इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस और पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार की अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में भारत के लिए कार्यकारी निदेशक के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।

आईएमएफ में भारत के अगले प्रतिनिधि

सुब्रमण्यम का कार्यकाल नवंबर से शुरू होगा और तीन साल की अवधि तक या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, जारी रहेगा। बता दें कि प्रख्यात अर्थशास्त्री सुरजीत एस भल्ला का कार्यकाल ईडी आईएमएफ (ED-IMF) के रूप में 31 अक्टूबर, 2022 को खत्म हो रहा है। भल्ला को 2019 में आईएमएफ के बोर्ड में भारत के कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने आरबीआई (RBI) के पूर्व डिप्टी गवर्नर सुबीर गोकर्ण का स्थान लिया, जिनका 30 जुलाई को अमेरिका में निधन हो गया।

सुब्रमण्यम ने 2021 में 3 साल के कार्यकाल के बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार का पद छोड़ दिया था। तब उन्होंने कहा था कि उन्होंने शिक्षा जगत में लौटने का फैसला किया है। सरकार ने दिसंबर 2018 में आईएसबी हैदराबाद के प्रोफेसर सुब्रमण्यम को सीईए के रूप में नियुक्त किया था।

अन्‍तर्राष्‍ट्रीय मुद्रा कोष ने अनुमान व्‍यक्‍त किया है कि भारत विश्‍व में सर्वाधिक तेजी से बढ़ती प्रमुख . - Latest Tweet by आकाशवाणी समाचार

अन्‍तर्राष्‍ट्रीय मुद्रा कोष ने अनुमान व्‍यक्‍त किया है कि भारत विश्‍व में सर्वाधिक तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्‍यवस्‍था बनी रहेगी। वर्ष 2021 में भारत की विकास दर साढ़े 9 प्रतिशत रहने का अनुमान है। pic.twitter.com/ostMMFNNpT— आकाशवाणी समाचार (@AIRNewsHindi) October 13, 2021

(SocialLY के साथ पाएं लेटेस्ट ब्रेकिंग न्यूज, वायरल ट्रेंड और सोशल मीडिया की दुनिया से जुड़ी सभी खबरें. यहां आपको ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर वायरल होने वाले हर कंटेंट की सीधी जानकारी मिलेगी. ऊपर दिखाया गया पोस्ट अनएडिटेड कंटेंट है, जिसे सीधे सोशल मीडिया यूजर्स के अकाउंट से लिया गया है. लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है. सोशल मीडिया पोस्ट लेटेस्टली के विचारों और भावनाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता है, हम इस पोस्ट में मौजूद किसी भी कंटेंट के लिए कोई जिम्मेदारी या दायित्व स्वीकार नहीं करते हैं.)

चीन को चेतावनी. भारत की बड़ाई, IMF ने कहा- मंदी के साए में भी Indian Economy रहेगी सबसे आगे

IMF ने वृद्धि दर का अनुमान घटाते हुए की भारत की सराहना

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 12 अक्टूबर 2022,
  • (अपडेटेड 12 अक्टूबर 2022, 12:10 PM IST)

दुनिया पर बढ़ते मंदी (Recession) के खतरे के बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने वित्त वर्ष 2022/23 के लिए देश की आर्थिक वृद्धि दर (Economic Growth Rate) के अनुमान को घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया है. भले ही वैश्विक हालातों को देखते हुए आईएमएफ ने अपने पूर्वानुमान में कटौती की हो, लेकिन उसने अपनी रिपोर्ट में इस बात का जिक्र भी किया है कि दुनिया के तमाम देशों में मंदी के खतरे के बीच भारत (India) सबसे अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और आने वाले समय में भी तेजी से आगे बढ़ेगा.

सम्बंधित ख़बरें

तिमाही नतीजों से पहले Infosys को बड़ा झटका, कंपनी प्रेसिडेंट ने दिया इस्तीफा
अलॉटमेंट आज, मोटी कमाई कराएगा ये IPO, ऐसे चेक करें शेयर मिला या नहीं!
Swiss Bank ने शेयर की खाताधारकों की चौथी लिस्ट
एयरटेल-Jio से मुकाबले के लिए अडानी मैदान में, मिला फुल टेलीकॉम लाइसेंस
छुट्टा नहीं है, बदले में थमाते थे टॉफी, अब UPI की वजह से कंपनी का धंधा मंदा!

सम्बंधित ख़बरें

6.8% की दर से बढ़ेगी भारतीय इकोनॉमी
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने मंगलवार को जारी भारत के आर्थिक वृद्धि दर (India Economic Growth Rate) के अनुमान में दूसरी बार कटौती की है. आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए इसे जुलाई में 8.2 फीसदी से घटाकर 7.4 फीसदी कर दिया था और अब एक बार फिर इसमें कटौती की है. IMF ने वर्तमान हालातों के मद्देनजर अपने पूर्वानुमान को संशोधित करते हुए इसे 7.4 फीसदी से कम करते हुए 6.8 फीसदी कर दिया है.

ग्लोबल ग्रोथ रेट अनुमान भी घटाया
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक से पहले जारी रिपोर्ट में IMF ने कहा कि हालांकि, भारतीय अर्थव्यवस्था की तारीफ भी की. गौरतलब है कि बीते वित्त वर्ष के दौरान भारत की वृद्धि दर 8.7 फीसदी रही थी. वार्षिक विश्व आर्थिक आउटलुक रिपोर्ट में, IMF ने कहा कि भारत के लिए वृद्धि दर के अनुमान में जुलाई के पूर्वानुमान की तुलना में 0.6 फीसदी की कटौती की जा रही है. इसके साथ ही ग्लोबल ग्रोथ रेट का अनुमान भी 2021 में 6.0 फीसदी की तुलना अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष में 2022 में 3.2 फीसदी और 2023 में 2.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया है.

अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष

उत्तर महासभा, सुरक्षा परिषद्, सचिवालय, अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय, आर्थिक सामाजिक परिषद् तथा न्यासिता परिषद्।

उत्तर जैतून की पत्तियों के बीच में विश्व का मानचित्र, जैतून की पत्तियां विश्व शांति का संकेत देती है |

2. सुरक्षा परिषद् के स्थायी सदस्य देशों के नाम बताओ अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष तथा इनको स्थायी प्रदान करने के कारणों पर प्रकाश डालिये।

  1. 1. सबसे बड़ा वित्तीय योगदान कर्ता
  2. 2. मुख्यालय USA के भू-क्षेत्र में स्थित
  3. 3. अधिकतर कर्मचारी USA से है।
  1. 1. उपयोगी संस्था
  2. 2. विचार मंथन का मंच
  3. अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष
  4. 3. USA नीतियों की आलोचना का मंच
  5. 4. इसके बिना विश्व भयानक

(B)कार्टून में दायें हाथ से बात नहीं समझोगे तो बायें हाथ से समझाई जायेंगी स्थिति का व्यक्त किया गया है इस स्थिति को अपने शब्दों में स्पष्ट कीजिए।

IMF ने वित्तीय वर्ष 2023 के लिए भारत के आर्थिक विकास के अनुमान को 8.2 फीसदी से घटाकर किया 7.4 प्रतिशत

IMF cuts India’s economic growth forecast to 7.4% for FY23 | IMF ने वित्तीय वर्ष 2023 के लिए भारत के आर्थिक विकास के अनुमान को 8.2 फीसदी से घटाकर किया 7.4 प्रतिशत

Highlights अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने वैश्विक विकास पूर्वानुमानों में फिर से कटौती की IMF ने 2023 के विकास के अनुमान को 3.6% के अप्रैल के अनुमान से घटाकर 2.9% किया कहा- 2023 में यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में विकास दर होगी लगभग शून्य के बराबर

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने मंगलवार को वैश्विक विकास पूर्वानुमानों में फिर से कटौती की है। आईएमएफ ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के आर्थिक विकास के अनुमान को 80 आधार अंकों से घटाकर 7.4 प्रतिशत कर दिया, जो अप्रैल में अनुमानित 8.2 प्रतिशत था, जिसमें कम अनुकूल बाहरी परिस्थितियों और तेजी से नीति को सख्त करने का उल्लेख है।

रेटिंग: 4.75
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 831
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *