ट्रेडिंग विचार

कॉमर्स प्लेटफार्मों की तुलना

कॉमर्स प्लेटफार्मों की तुलना
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ई-कॉमर्स भुगतान प्रणाली के प्रकार

ई-कॉमर्स साइट इलेक्ट्रॉनिक भुगतान का उपयोग करती हैं, जब आप सामान और सेवाएँ ऑनलाइन खरीदते हैं, तो आप इलेक्ट्रॉनिक माध्यम का उपयोग करके उनका भुगतान करते हैं। नकद या चेक का उपयोग किए बिना भुगतान के इस तरीके को ई-कॉमर्स भुगतान प्रणाली कहा जाता है और इसे ऑनलाइन या इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणालियों के रूप में भी जाना जाता है।

Table of Contents

इंटरनेट-आधारित बैंकिंग और खरीदारी के बढ़ते कॉमर्स प्लेटफार्मों की तुलना उपयोग ने विभिन्न ई-कॉमर्स भुगतान प्रणालियों में वृद्धि की है और सुरक्षित ई-भुगतान लेनदेन को बढ़ाने, सुधारने और प्रदान करने के लिए तकनीकी विकसित की गई है।

पेपरलेस ई-कॉमर्स भुगतान ने कागज के काम, लेनदेन की लागत और कर्मियों की लागत को कम करके भुगतान प्रोसेसिंग में क्रांति ला दी है। यह सिस्टम उपयोगकर्ता के अनुकूल हैं और मैनुअल प्रोसेसिंग की तुलना में कम समय लेते हैं और व्यवसायों को अपने बाजार तक पहुंचने में मदद करते हैं।

क्रेडिट कार्ड (Credit Card)

ई-कॉमर्स लेनदेन के लिए सबसे लोकप्रिय भुगतान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से होता है। इसका उपयोग करना सरल है| क्रेडिट कार्ड छोटा प्लास्टिक कार्ड होता है जिसमें एक खाते के साथ एक अनोखी संख्या जुड़ी होती है। इसमें एक चुंबकीय पट्टी भी लगी हुई है जिसका उपयोग कार्ड रीडर के माध्यम से क्रेडिट कार्ड पढ़ने के लिए किया जाता है। जब कोई ग्राहक क्रेडिट कार्ड के माध्यम से उत्पाद खरीदता है, तो क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता बैंक ग्राहक की ओर से भुगतान करता है और ग्राहक के पास एक निश्चित समय अवधि होती है जिसके बाद वह क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान कर सकता है। यह आमतौर पर क्रेडिट कार्ड मासिक भुगतान चक्र है।

  • कार्ड धारक – ग्राहक
  • व्यापारी – उत्पाद का विक्रेता जो क्रेडिट कार्ड से भुगतान स्वीकार कर सकता है।
  • कार्ड जारीकर्ता बैंक – कार्ड धारक का बैंक
  • परिचित बैंक – व्यापारी बैंक
  • कार्ड ब्रांड – उदाहरण के लिए, वीजा या मास्टरकार्ड।

डेबिट कार्ड (Debit card)

डेबिट कार्ड भारत का दूसरा सबसे बड़ा ई-कॉमर्स भुगतान माध्यम है। जो ग्राहक अपनी वित्तीय कॉमर्स प्लेटफार्मों की तुलना सीमा के भीतर ऑनलाइन खर्च करना चाहते हैं, वे अपने डेबिट कार्ड से भुगतान करना पसंद करते हैं। डेबिट कार्ड के साथ, ग्राहक केवल उस पैसे से खरीदे गए सामान का भुगतान कर सकता है जो उसके बैंक खाते में पहले से ही उपलब्ध है, इसमें खरीदार जो राशि खर्च करता है, उसके पास बिल भेजा जाता है और उसे बिलिंग अवधि के अंत तक भुगतान करना पड़ता हैं|

स्मार्ट कार्ड (Smart Card)

यह एक माइक्रोप्रोसेसर के साथ एक प्लास्टिक कार्ड होता है जिसमे ग्राहक की व्यक्तिगत जानकारी को संग्रहीत किया जाता है और इसे ऑनलाइन लेनदेन करने और बिलों के जल्दी भुगतान के लिए धनराशि के साथ लोड किया जा सकता है। स्मार्ट कार्ड में लोड किया गया पैसा ग्राहक द्वारा उपयोग के अनुसार कम हो जाता है और उसे अपने बैंक खाते से पुनः लोड करना पड़ता है।

ई-वॉलेट (E Wallet)

ई-वॉलेट एक प्रीपेड खाता है जो ग्राहक को एक सुरक्षित वातावरण में कई क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और बैंक खाता नंबर स्टोर करने की अनुमति देता है। यह भुगतान करते समय हर बार खाता जानकारी की कुंजी को समाप्त करता है। एक बार जब ग्राहक पंजीकृत हो जाता है और ई-वॉलेट प्रोफाइल बनाता है, तो वह तेजी से भुगतान कर सकता है।

ई-मनी (E Money)

ई-मनी लेनदेन उस स्थिति को संदर्भित करता है जहां भुगतान कॉमर्स प्लेटफार्मों की तुलना नेटवर्क पर किया जाता है और राशि भागीदारी के बिना एक वित्तीय निकाय से दूसरे वित्तीय निकाय में स्थानांतरित हो जाती है। ई-मनी लेनदेन तेजी से, सुविधाजनक हैं, और बहुत समय बचाता है।

क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, या स्मार्ट कार्ड के माध्यम से किए गए ऑनलाइन भुगतान ई-मनी लेनदेन के उदाहरण हैं। एक और लोकप्रिय उदाहरण ई-कैश है। ई-कैश के मामले में, ग्राहक और व्यापारी दोनों को ई-कैश जारी करने वाले बैंक या कंपनी के साथ साइन अप करना पड़ता हैं।

नेटबैंकिंग (Net banking)

यह ई-कॉमर्स भुगतान करने का एक और लोकप्रिय तरीका है। यह ग्राहक के बैंक से सीधे ऑनलाइन खरीद के लिए भुगतान करने का एक सरल तरीका है। यह पैसे देने के लिए डेबिट कार्ड के समान विधि का उपयोग करता है जो पहले से ही ग्राहक के बैंक में है। नेट बैंकिंग के लिए उपयोगकर्ता को भुगतान उद्देश्यों के लिए कार्ड की आवश्यकता नहीं है, लेकिन उपयोगकर्ता को नेट बैंकिंग सुविधा के लिए अपने बैंक के साथ पंजीकरण करना होता हैं खरीद को पूरा करते समय ग्राहक को केवल अपने नेट बैंकिंग आईडी और पिन को डालना पड़ता हैं|

मोबाइल भुगतान (Mobile Payment)

ऑनलाइन भुगतान करने के नवीनतम तरीकों में से एक मोबाइल फोन के माध्यम से हैं। क्रेडिट कार्ड या नकद का उपयोग करने के बजाय, सभी ग्राहक को टेक्स्ट संदेश के माध्यम से अपने सेवा प्रदाता को भुगतान अनुरोध भेजना होगा; ग्राहक के मोबाइल खाते या क्रेडिट कार्ड से खरीदारी का शुल्क लिया जाता है। मोबाइल भुगतान प्रणाली स्थापित करने के लिए, ग्राहक को बस अपने सेवा प्रदाता की वेबसाइट से एक सॉफ्टवेयर डाउनलोड करना होगा और फिर क्रेडिट कार्ड या मोबाइल बिलिंग जानकारी को सॉफ्टवेयर से जोड़ना होगा।

इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (Electronic Fund transfer)

एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में धन हस्तांतरित करने के लिए यह एक बहुत ही लोकप्रिय इलेक्ट्रॉनिक भुगतान विधि है। खाते एक ही बैंक या विभिन्न बैंकों में हो सकते हैं। इसमें एटीएम (ऑटोमेटेड टेलर मशीन) या कंप्यूटर का उपयोग करके फंड ट्रांसफर किया जा सकता है।

आजकल, इंटरनेट आधारित EFT लोकप्रिय हो रही है। इस मामले में, एक ग्राहक बैंक द्वारा प्रदान की गई वेबसाइट का उपयोग करता है, बैंक की वेबसाइट पर लॉग इन करता है और दूसरे बैंक खाते को पंजीकृत करता है। वह उस खाते में कुछ राशि हस्तांतरित करने का अनुरोध करता है। ग्राहक का बैंक उसी खाते में होने पर अन्य खाते में राशि स्थानांतरित करता है, अन्यथा हस्तांतरण अनुरोध एक ACH (स्वचालित क्लियरिंग हाउस) को भेज दिया जाता है ताकि राशि को अन्य खाते में स्थानांतरित किया जा सके और राशि ग्राहक के खाते से काट ली जाए। एक बार राशि अन्य खाते में स्थानांतरित हो जाने के बाद, ग्राहक को बैंक द्वारा फण्ड ट्रान्सफर की सूचना दी जाती है।

अमेज़न पे (Amazon Pay)

ऑनलाइन खरीद के लिए भुगतान करने का एक और सुविधाजनक, सुरक्षित तरीका अमेज़न पे के माध्यम से है। इसमें अपनी जानकारी का उपयोग करें जो पहले से ही आपके अमेजन अकाउंट क्रेडेंशियल्स में लॉग इन करने और अग्रणी मर्चेंट वेबसाइटों और ऐप्स पर भुगतान करने के लिए है। आपकी भुगतान जानकारी सुरक्षित रूप से अमेज़ॅन के साथ संग्रहीत की जाती है और हजारों वेबसाइटों और ऐप्स पर पहुंच योग्य होती है जहां आप खरीदारी करना पसंद करते हैं।

यदि आप अपने उत्पादों को ऑनलाइन बेचने की योजना बना रहे हैं, तो अमेज़ॅन आपको अपने उत्पादों और सेवाओं के लिए भुगतान कने की सुविधा प्रदान करता हैं। आप अमेज़ॅन पर बेचने पर भी विचार कर सकते हैं, जो दुनिया के सबसे लोकप्रिय ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों में से एक है। कॉमर्स प्लेटफार्मों की तुलना अमेज़ॅन पर बेचने के लिए, कृपया खुद को मुफ्त में पंजीकृत करें।

लिपस्टिक कम, आईलाइनर ज्यादा- COVID ने भारत के मेकअप बाजार को इस तरह बदला

कॉस्मेटिक बेचने वाली कंपनियों के अनुसार, लिपस्टिक की विभिन्न श्रेणियों के लिहाज कॉमर्स प्लेटफार्मों की तुलना से भी बदलाव नजर आ रहा है. उनके मुताबिक जो लोग लिपस्टिक खरीद भी रहे हैं वे भी ग्लॉसी की तुलना में अब स्मज और ट्रांसफर प्रूफ मैट वैरिएंट को तरजीह दे रहे हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर | करोलिना ग्रैबोव्स्का | पिक्साबे

नई दिल्ली : मास्क को रोजमर्रा के जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बनाकर कोविड-19 महामारी ने मेकअप की दुनिया को एकदम बदलकर रख दिया है. अनुमानों के मुताबिक, होंठ ज्यादातर फेस मास्क के पीछे छिपे रहने के कारण लिपस्टिक की बिक्री पिछले साल की तुलना में 70 प्रतिशत तक घट गई गई है. वहीं अन्य कॉस्मेटिक उत्पादों, खासकर आई मेकअप की खरीद बढ़ी है.

यह एक ऐसा बदलाव है जो बाजार विश्लेषकों की नजर से छिपा नहीं रहा है. वित्तीय सेवा कंपनी एडलवाइस के विश्लेषक निहाल महेश झाम ने कहा, ‘कोविड-19 के कारण लागू पाबंदियों से भारतीय उपभोक्ताओं की आवाजाही पर पड़े असर के कारण लिपस्टिक के दैनिक इस्तेमाल की जरूरत घट गई है. कुल मिलाकर लिपस्टिक श्रेणी की बिक्री पिछले वर्ष या कोविड काल से पहले की तुलना में 70 प्रतिशत से अधिक घट गई है.’

कॉस्मेटिक बेचने वाली कंपनियों के अनुसार, लिपस्टिक की विभिन्न श्रेणियों के लिहाज से भी बदलाव नजर आ रहा है. उनके मुताबिक जो लोग लिपस्टिक खरीद भी रहे हैं वे भी ग्लॉसी की तुलना में अब स्मज और ट्रांसफर कॉमर्स प्लेटफार्मों की तुलना प्रूफ मैट वैरिएंट को तरजीह दे रहे हैं.

19,000 से अधिक ब्यूटी ब्रांड बेचने वाली दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन इंडिया में ब्यूटी, ग्रूमिंग और लक्जरी ब्यूटी प्रमुख मृणमय मेहता ने कहा, ‘मेकअप बाजार में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी वाली लिप कैटेगरी के कोविड पूर्व के समय की स्थिति में पहुंचने की दिशा में रफ्तार सबसे धीमी है.’

उन्होंने कहा, ‘काजल, आईलाइनर और मसकारा ऐसी कैटेगरी हैं जो आंकड़ों के लिहाज से साल-दर-साल अधिकतम वृद्धि देख रही हैं.’

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सौंदर्य प्रसाधन क्षेत्र की एक और शीर्ष खिलाड़ी न्याका, जो अपनी वेबसाइट, एप और स्टोर आदि पर 1,200 से अधिक ब्रांड की बिक्री करती है, ने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में लिपस्टिक कैटेगरी में वृद्धि अन्य कैटगरी की तुलना में ज्यादा नहीं है.

न्याका के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘व्यापक स्तर पर बात करें तो पिछले कुछ महीनों में स्किनकेयर, हेयर, हाइजीन और पर्सनल केयर उत्पादों की बिक्री में खासी वृद्धि दिखी है. मेकअप की सब-कैटेगरी के स्तर पर होठों की तुलना में आंखों और नाखूनों के लिए इस्तेमाल होने वाले उत्पादों में अच्छी-खासी वृद्धि दिखी है.’ साथ ही जोड़ा, ‘ई-कॉमर्स के साथ-साथ हमारे स्टोर में भी आई पैलेट जैसे उत्पादों की बिक्री में लगातार तेजी नजर आ रही है.’

हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल), जिसके उत्पादों के बुके में ब्रांड लक्मे शामिल है, ने भी यह कहते हुए इस दावे की पुष्टि की कि उसने देखा है कि ‘लिपस्टिक की तुलना में आई मेकअप और नेल पॉलिश की रेंज ने बाजार में बहुत तेजी से वापसी की है.’

हालांकि, ई-कॉमर्स प्लेयर फ्लिपकार्ट ने एक अलग ही आकलन सामने रखा. कंपनी का दावा है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ने लॉकडाउन से पहले की तुलना में 75 कॉमर्स प्लेटफार्मों की तुलना फीसदी वृद्धि दर के साथ लिपस्टिक की मांग में बड़ी उछाल दर्ज की है.

अन्य बातों के अलावा बिक्री के लिहाज से लॉकडाउन पूर्व की तुलना में आंकड़ों में वृद्धि के पीछे एक तथ्य यह भी हो सकता है कि सार्वजनिक रूप से आवाजाही पर पाबंदियों के कारण लोग स्टोर पर जाकर खरीदने के बजाये ई-कॉमर्स पोर्टल का विकल्प अपनाने लगे हैं.

फ्लिपकार्ट ने यह भी कहा कि आंखों के मेकअप उत्पादों की बिक्री तेजी हुई है. फ्लिपकार्ट प्रवक्ता ने कहा, ‘इसमें कोई दो राय नहीं कि आंखों के मेकअप पर उपभोक्ताओं का फोकस बढ़ा है.’ साथ ही जोड़ा कि इसकी वजह यह है कि अगर किसी ने मास्क लगा भी रखा है तब भी आंखें दिखती रहती हैं. प्रवक्ता ने बताया कि आई मेकअप में पूरी कैटेगरी (सौंदर्य प्रसाधन) की तुलना में दोगुना तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है.

उन्होंने कहा, ‘देशभर के टियर 2 और 3 शहरों में भी उपभोक्ता अब काजल जैसे बेसिक प्रोडक्ट की तुलना में मसकारा और आईशैडो को अपनी रोजमर्रा की दिनचर्या का हिस्सा बना रहे हैं.’

एचयूएल प्रवक्ता ने इससे सहमति जताते हुए कहा, ‘उपभोक्ता अपनी आंखों के मेकअप को लेकर ज्यादा प्रयोग कर रहे हैं.’

ग्लॉसी के बजाये मैट अपना रहे

लिपस्टिक कैटेगरी में अमेजन इंडिया, फ्लिपकार्ट और एचयूएल सभी ने एक ट्रेंड बढ़ने की बात कही कि ऐसे उत्पादों की मांग बढ़ी है जो किसी चीज के संपर्क में आने पर आसानी से अपने निशान नहीं छोड़ते.

अमेजन इंडिया के मेहता ने कहा कि ट्रांसफर-प्रूफ मैट लिपस्टिक का ट्रेंड तेजी से बढ़ा है. ‘और अधिक से अधिक ब्रांड इस तरह के नए उत्पादों को लॉन्च कर रहे हैं.’

अमेजन इंडिया का कहना है कि मेबेलिन, फेस कनाडा, रेवलॉन, स्विस ब्यूटी और शुगर कॉस्मेटिक्स जैसे ब्रांड ‘अपने उत्पादों को लेकर इनोवेशन कर रहे हैं और साथ ही न्यू नॉर्मल के मुताबिक कम्युनिकेशन में भी बदलाव कर रहे हैं’

मास्क का प्रचलन बढ़ने के संदर्भ में एचयूएल प्रवक्ता ने कहा, ‘उपभोक्ता लंबे समय तक चलने वाली स्मज प्रूफ-लिपस्टिक पसंद कर रहे हैं जो उनके मास्क में निशान न छोड़े और जिसे लगाना भी आसान हो.’

फ्लिपकार्ट ने भी इस दावे का समर्थन किया.

ग्रूमिंग प्रोडक्ट की मांग भी बढ़ी

महामारी के बाद की स्थिति में एक और ट्रेंड उभरकर सामने आया है कि हेयर कलर, बाल काटने वाली कैंची और चिमटी और मैनीक्योर और पैडीक्योर किट जैसे सेल्फ ग्रूमिंग प्रोडक्ट की बिक्री बढ़ी है क्योंकि महामारी के कारण सैलून आना-जाना सीमित हो गया है.

मेहता ने कहा, ‘हालांकि, हमने कंज्यूमर सेंटीमेंट में तेजी देखी है और (सौंदर्य प्रसाधन) कैटेगरी में 20 जुलाई के बाद से सुधार हुआ है, खासकर नाखून और आंखों के लिए इस्तेमाल होने उत्पादों की स्थिति पहले से काफी बेहतर हुई है.’

फ्लिपकार्ट ने कहा कि पिछले छह महीनों के दौरान उपभोक्ताओं ने मेकअप की सभी कैटगरी में प्राइमर, हाइलाइटर्स, कंसीलर आदि वर्टिकल को आजमाया है.

फ्लिपकार्ट प्रवक्ता ने कहा, ‘कोविड-19 महामारी ने इस साल सभी ऑनलाइन प्लेटफार्म में उपभोक्ता के खरीदारी व्यवहार को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. देशभर में पिछले छह महीनों के दौरान उपभोक्ता द्वारा हर महीने खरीदी कॉमर्स प्लेटफार्मों की तुलना जाने वाली आवश्यक वस्तुओं की परिभाषा रोजमर्रा की चीजों में बदल गई है.’

प्रवक्ता ने कहा, ‘इसे दैनिक उपयोग में आने वाले मेकअप उत्पादों में से कुछ, जैसे सिंदूर, नेलपॉलिश रिमूवर, आईलाइनर और बिंदी आदि, की बढ़ती मांग के रूप में आसानी से देखा जा सकता है. क्योंकि उपभोक्ताओं का अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए ई-कॉमर्स पर भरोसा बढ़ा है.’

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

रामदेव ने लॉन्च किया ई-कॉमर्स प्लेटफार्म, पतंजलि के उत्पाद अब ऑनलाइन भी मिलेंगे

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नई दिल्ली। पतंजलि के उत्पाद अब पारंपरिक रिटेल स्टोरों के अलावा ऑनलाइन शॉपिंग की विभिन्न साइटों के माध्यम से भी खरीदे जा सकेंगे। योग गुरु बाबा रामदेव ने ऑनलाइन शॉपिंग के प्रति देश में बढ़ रहे आकर्षण के मद्देनजर “हरिद्वार से हर द्वार तक” अपने उत्पादों को पहुंचाने के लिए मंगलवार को यहां पतंजलि का ई-कॉमर्स प्लेटफार्म लॉन्च किया। इसके लिए पतंजलि ने पेटीएम, फिल्पकार्ड, अमेजन और बिग बास्केट सहित कई अग्रणी ई-रिटेलर और एग्रीगेटर पार्टनर के साथ समझौता किया है।

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रामदेव ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ऑनलाइन सहयोगी के साथ समझौते और व्यवस्थाओं को मूल उद्देश्य आम ग्राहकों को पारंपरिक रिटेल व्यवस्था का विकल्प व विस्तार तथा सुविधा व कुशलता प्रदान कराना है। उन्होंने कहा कि यहां इस बात का ध्यान रखा गया है कि नीतियों, मर्यादाओं एवं व्यवस्थाओं का पालन करते हुए स्वदेशी का घर-घर तक विस्तार हो सके और पतंजलि के स्वदेशी उत्पाद समाज के अंतिम व्यक्ति तक आसानी से पहुंच सके। अमेजन को देशी-विदेशी का संगम करार देते हुए कहा कि अमेजन भले ही विदेशी हो लेकिन वह अब स्वदेशी उत्पादों को भी बेचेगा।

हालांकि उन्होंने पतंजलि में किसी भी विदेशी कंपनी की हिस्सेदारी से साफ इनकार किया। उन्होंने कहा कि स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए विदेशी तकनीक के इस्तेमाल में कोई बुराई नहीं है। ऑनलाइन शॉपिंग पर रिटेल दुकानों की तुलना में सामान सस्ता मिलने के सवाल पर रामदेव ने कहा कि अमेजन सहित अन्य सभी कंपनियां हमारे किसी भी उत्पाद को डिस्कांउट के साथ नहीं बेच सकेंगे। इसके लिए पतंजलि ने इन कंपनियों के साथ एक करार किया है। उन्होंने कहा कि हमारी ये ऑनलाइन व्यवस्था वर्तमान में प्रतिदिन 10 लाख से अधिक ऑर्डर निबटाने में सक्षम हैं। इसे भविष्य में एक से दो हजार करोड़ सालाना करने का लक्ष्य है।

उन्होंने पतंजलि के उत्पादों की गुणवत्ता पर कहा कि हमारे यहां तीन सौ से पांच सौ वैज्ञानिक सभी उत्पादों की गहन जांच करते हैं। इसके बावजूद भी यदि भविष्य में किसी उत्पाद में खराबी सामने आएगी तो उसे बाजार से वापस ले लिया जाएगा। रामदेव ने भविष्य की योजना के विषय में बताया कि वह इसी माह अपने रिटेल विक्रेताओं के लिए स्वदेशी लोयल्टी कार्ड लेकर आएंगे। इसमें पांच करोड़ लोगों को 5 लाख का दुर्घटना बीमा और दिव्यांगता पर 2:30 लाख का बीमा का प्रावधान होगा। इसके अलावा जनवरी-फरवरी में 20 हजार लोगों को पंतजलि सेल्समैन सहित अन्य बड़े पदों पर अच्छे पैकेज पर नौकरी भी देगा। इसके अलावा दिव्य जल भी लाया जा रहा है।

उन्होंने इस दौरान पतंजलि की डिस्ट्रीब्यूटरशिप को लेकर होने वाली ठगी पर कहा कि पतंजलि के नाम पर विज्ञापन से करोड़ों रुपए ऐंठे जाते हैं| इससे सावधान रहने की जरूरत है। पतंजलि परिधान के सवाल पर उन्होंने बताया कि अगले वर्ष जनवरी तक बाजार में जींस, बच्चों के कपड़े, खड़ाऊं सहित तीन हजार उत्पाद बाजार में होंगे। उन्होंने बताया कि स्वदेशी उत्पादों के अलावा पतंजलि एक हजार शहीद सैनिकों को मुफ्त शिक्षा के लिए छात्रावास सहित एक स्कूल का भी निर्माण कर रहा है।

रूपांतरण दर

रूपांतरण दर क्या है? - आगंतुक विश्लेषिकी शब्दावली

रूपांतरण दर उन वेबसाइट विज़िटर या उपयोगकर्ताओं के प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करती है जो वांछित कार्रवाई करते हैं जो किसी व्यवसाय की सफलता की ओर ले जाती है, या दूसरे शब्दों में आगंतुकों /उपयोगकर्ताओं की कुल संख्या के संबंध में रूपांतरणों की संख्या का प्रतिनिधित्व करती है। सीआरओ रणनीति के माध्यम से वेबसाइट की रूपांतरण दर को बढ़ाया जा सकता है।

रूपांतरण दर के बारे में

रूपांतरण दर एक मार्केटिंग मीट्रिक कॉमर्स प्लेटफार्मों की तुलना है जो किसी वेबसाइट पर एक निश्चित कार्रवाई करने वाले विज़िटर या उपयोगकर्ताओं के प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करती है, जिसके परिणामस्वरूप व्यवसाय का लाभ हुआ। उदाहरण के लिए, यदि दो लोग किसी ई-कॉमर्स वेबसाइट पर प्रवेश कॉमर्स प्लेटफार्मों की तुलना करते हैं और एक छोड़ने का निर्णय करता है जबकि दूसरा उत्पाद खरीदने का निर्णय लेता है, तो दूसरा व्यक्ति रूपांतरण के रूप में गिना जाता है और उस वेबसाइट के लिए रूपांतरण दर, इस मामले में, 50% होगी . प्रत्येक व्यवसाय के लिए रूपांतरण भिन्न होते हैं, क्योंकि कोई खरीदारी को रूपांतरण मान सकता है, जबकि अन्य सदस्यता या पंजीकरण को रूपांतरण के रूप में गिन सकते हैं। यह सब व्यवसाय के प्रकार और पूर्व निर्धारित लक्ष्यों पर निर्भर करता है। विज़िटर एनालिटिक्स ऐप में, उपयोगकर्ता स्वयं निर्णय लेते हैं कि कौन से वेब पेज रूपांतरण के रूप में गिने जाते हैं और वे अपने व्यवसाय के लिए महत्वपूर्ण वेब पेजों को कॉन्फ़िगर करने में सक्षम हैं, जिन्हें अवलोकन डैशबोर्ड और पेज मेनू → रूपांतरण में रूपांतरण के रूप में गिना जाएगा।

रूपांतरण दर का सूत्र क्या है?

रूपांतरण दर उन आगंतुकों के प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करती है जो कार्रवाई करते हैं और वेबसाइट पर एक साधारण यात्रा से परे जाते हैं, खरीदने, डाउनलोड करने, एक फॉर्म भरने या वेबसाइट पर अन्य अनुरोधों का अनुपालन करने के माध्यम से। रूपांतरण दर का सूत्र इस तरह दिखता है:

रूपांतरण दर = लक्ष्य उपलब्धियों /आगंतुकों की संख्या

विज़िटर एनालिटिक्स के बारे में

190 देशों से 2 मिलियन से अधिक इंस्टाल के साथ और वेबसाइट आंकड़ों, उपयोगकर्ता व्यवहार विश्लेषण और विज़िटर इंटरैक्शन के संबंध में किसी भी वेबसाइट के लिए एक ऑल-इन-वन समाधान की पेशकश के साथ, विज़िटर एनालिटिक्स दुनिया भर में अग्रणी ऑनलाइन टूल में से एक है। सभी सुविधाएं 100% GDPR-/CCPA के अनुरूप हैं और वास्तविक समय में डेटा एकत्र करती हैं।

मोबाइल वाणिज्य

मोबाइल कॉमर्स, जिसे एम-कॉमर्स या एमकॉमर्स के रूप में भी जाना जाता है, सेलफ़ोन और टैबलेट्स जैसे वायरलेस हैंडहेल्ड डिवाइस का उपयोग ऑनलाइन है, जो उत्पादों की खरीद और बिक्री, ऑनलाइन बैंकिंग, और बिलों का भुगतान करने सहित ऑनलाइन वाणिज्यिक लेनदेन करते हैं। एम-कॉमर्स गतिविधि का उपयोग बढ़ रहा है। बाजार अनुसंधान कंपनी स्टैटिस्टा के अनुसार, संयुक्त राज्य में मोबाइल वाणिज्य बिक्री 2017 में अनुमानित $ 207.2 बिलियन थी।

चाबी छीन लेना

  • मोबाइल वाणिज्य व्यवसाय या सेलफ़ोन या टैबलेट जैसे मोबाइल उपकरणों पर किए गए खरीद को संदर्भित करता है।
  • सुरक्षा मुद्दों का समाधान होते ही मोबाइल कॉमर्स तेजी से बढ़ा है।
  • Apple और Google जैसी कंपनियों ने अपनी मोबाइल कॉमर्स सेवाएं शुरू की हैं।

मोबाइल कॉमर्स को समझना

मोबाइल कॉमर्स इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स का एक बड़ा सबसे बड़ा उप-समूह है, एक मॉडल जहां फर्म या व्यक्ति इंटरनेट पर व्यापार कॉमर्स प्लेटफार्मों की तुलना करते हैं। मोबाइल कॉमर्स के तेजी से विकास को कई कारकों द्वारा संचालित किया गया है, जिसमें वायरलेस हैंडहेल्ड डिवाइस कंप्यूटिंग पावर, एम-कॉमर्स अनुप्रयोगों का प्रसार और सुरक्षा मुद्दों का व्यापक समाधान शामिल है।

मोबाइल कॉमर्स की सुविधा

मोबाइल कॉमर्स में सक्षम उपकरणों की श्रेणी बढ़ रही है। उदाहरण के लिए, ऐप्पल पे और एंड्रॉइड पे जैसे डिजिटल वॉलेट ग्राहकों को स्वाइपिंग कार्ड की असुविधा के बिना इन-स्टोर खरीदारी करने देते हैं। और 2010 के मध्य के दौरान, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, जैसे कि फेसबुक, ट्विटर, पिंटरेस्ट और इंस्टाग्राम ने अपने मोबाइल प्लेटफार्मों पर “खरीद बटन” लॉन्च किया, जिससे उपयोगकर्ता इन सोशल मीडिया साइटों से सीधे अन्य खुदरा विक्रेताओं से आसानी से खरीदारी कर सकें।

जैसे ही वायरलेस उपकरणों पर सामग्री वितरण अधिक सुव्यवस्थित, सुरक्षित और स्केलेबल हो जाता है, डिजिटल वाणिज्य लेनदेन चढ़ाई जारी रखने की संभावना है।

विशेष ध्यान

मोबाइल कॉमर्स में सुधार के तरीके

त्वरित-लोडिंग वेबपेजों की अधिक बिक्री जीतने की संभावना है क्योंकि उपभोक्ता अधीर हो सकते हैं, और वे तत्काल संतुष्टि की मांग करते हैं। मोबाइल चेकआउट को खरीदारों को आसानी से भुगतान जानकारी दर्ज करनी चाहिए, अधिमानतः मोबाइल वॉलेट के साथ जो मैन्युअल प्रविष्टि के उपयोग को समाप्त करते हैं, जिससे मानवीय त्रुटि कम हो जाती है और एक चिकनी चेकआउट अनुभव की सुविधा मिलती है।

मोबाइल वाणिज्य वीडियो और विपणन

मोबाइल एप्लिकेशन जो किसी उत्पाद की प्रमुख विशेषताओं को प्रदर्शित करने के लिए वीडियो का उपयोग करते हैं, अधिक राजस्व उत्पन्न करने की संभावना है। उदाहरण के लिए, एक ऑनलाइन विदेशी मुद्रा दलाल जो वीडियो लिंक भेजता है जो अपने नए मोबाइल ट्रेडिंग एप्लिकेशन को प्रदर्शित करता है और अधिक ग्राहकों को जीतने की संभावना है।

मोबाइल वेब और मोबाइल अनुप्रयोग

उपभोक्ता आमतौर पर ऑनलाइन शॉपिंग खोजों को आरंभ करने के लिए Google और / या सोशल मीडिया प्रचार का उपयोग करते हैं। नतीजतन, ब्राउज़र मोबाइल एप्लिकेशन की तुलना में अधिक लेनदेन ड्राइव करते हैं। इस कारण से, उपभोक्ता अक्सर अपने समग्र खरीदारी अनुभव को बढ़ाने के लिए मोबाइल वेबसाइटों के साथ मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग करते हैं।

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