आईएफसी बाजार जमा निकासी

ऐक्सिस बैंक ने भारत में बायर की बेटर लाइफ फार्मिंग पहल से साझेदारी की ‘बेटर लाइफ फार्मिंग’ एक विश्वव्यापी बहु-हितधारक साझेदारी है जोकि विकासशील देशों में छोटे किसानों को स्थायी कृषि आय अर्जित करने में सहयोग करेग
मुंबई, 25 सितम्बर, 2020 (GNI) : भारत का निजी क्षेत्र का तीसरा सबसे बड़ा बैंक, ऐक्सिस बैंक भारत में बायर के बेटर लाइफ फार्मिंग अभियान से जुड़ गया है। इस पहल का उद्देश्य छोटे किसानों और ग्रामीण कृषि समुदाय को बेहतर और संपूर्ण वित्तीय समाधान उपलब्ध कराना है। इस साझेदारी के माध्यम से ऐक्सिस बैंक सस्ते दर पर ऋण, जमा, निकासी, भुगतान आदि जैसे तरह-तरह के शुरू से लेकर अंत तक वित्तीय समाधान और सेवाओं की पेशकश करेगा। इन सेवाओं का डिजिटल वित्तीय समाधान और घर जाकर सेवा उपलब्ध कराना बैंक की पेशकशों का अभिन्न हिस्सा आईएफसी बाजार जमा निकासी होगा ताकि सुविधाजनक और चिंतामुक्त लेन-देन सुनिश्चित की जा सके. इन सेवाओं को बायर के बेटर लाइफ फार्मिंग के केन्द्रों के माध्यम से प्रदान किया जाएगा, जिसका स्वामित्व और संचालन किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ), संघ, कृषि स्नातक या स्थानीय किसान/उद्यमी के हाथों में हो।
बेटर लाइफ फार्मिंग (बीएलएफ) एक विश्व्यापी, बहु-हितधारक गठबंधन है जो विकासशील देशों में छोटे किसानों की सहायता करने के लिए सम्पूर्ण कृषि मूल्य श्रृंखला में साझीदारों के साथ मिलकर काम करता है ताकि फसल की पैदावार और कृषि आय में वृद्धि हो सके। विश्व स्तर पर अप्रैल 2018 में आरम्भ किया गया बीएलएफ अलायंस के वैश्विक साझीदारों में शामिल हैं – बीजों, फसल की सुरक्षा और कृषि विज्ञान में अपनी आईएफसी बाजार जमा निकासी विशेषज्ञता के साथ बायर; प्रभाव आंकलन के लिए विकास वित्त संस्थान, आईएफसी; और ड्रिप सिंचाई के लिए नेटाफिम। भारत में बीएलएफ अलायंस अतिरिक्त स्थानीय साझीदारों के साथ मिलकर काम करता है, जिनमें मृदा और पोषक प्रबंधन के लिए यारा फ़र्टिलाइज़र्स; खरीदार के रूप में देहात, ऐग्रीबाज़ार और बिग बास्केट;[1] और ग्रामीण आजीविका में सुधार तथा आत्मनिर्भर कृषि-उद्यमिता के संरक्षण के लिए टाटा ट्रस्ट्स सम्मिलित हैं।
बीएलएफ ने गाँव-गाँव में समुदायों को खेती संबंधी सलाह देने के लिए छोटे-छोटे केन्द्रों की स्थापना की है। प्रत्येक बीएलएफ केंद्र में निकटवर्ती पाँच से छः गाँवों के 500 किसानों का समूह होता है। इन केन्द्रों पर कोई एक कृषि-उद्यमी छोटे किसानों को कृषि-इनपुट, फसल संबंधी परामर्श, सिंचाई की सर्वश्रेष्ठ पद्धतियों और नयी प्रौद्योगिकियों का अभिगम प्रदान करता है। इन केन्द्रों द्वारा कृषि उत्पादों के एकत्रीकरण और विक्रय में भी सहयोग किया जाता है। साथ ही ये केंद्र फसल के पोषण विषयक, सूक्ष्म-सिंचाई प्रौद्योगिकियों, मल्चिंग, आदि उत्तम कृषि पद्धतियों की जानकारी साझा करने के लिए आदर्श खेतों का परिचालन करते हैं तथा बीजों एवं फसल रक्षक उत्पादों के सुरक्षित व्यवहार का प्रदर्शन करते हैं। इसके अलावा बीएलएफ ने स्थानीय रोजगार के अवसर उत्पन्न करने, किसानों की आय दोगुनी करने और ग्रामीण युवाओं को कृषि मूल्य श्रृंखला से जुड़ने में भी मदद की है।
बायर क्रॉप साइंस लिमिटेड के एमडी एवं सीईओ तथा बायर की लघु किसान पहल के ग्लोबल लीड, डी नारायण ने कहा कि, “2018 में बेटर लाइफ फार्मिंग की शुरुआत के बाद से हमने उन विभिन्न कमियों की लगातार पहचान की है जिसका सामना छोटे किसान कर रहे हैं। साथ ही हम उनके लिए हमारी पेशकशों को सुदृढ़ करने वाले सहयोगियों को लेकर आए हैं। किफायती ऋण, किसान वित्तीयन और डिजिटल बैंकिंग समाधान ग्रामीण कृषक समुदायों के लिए उच्च प्राथमिकताओं में आते हैं। ऐक्सिस बैंक के साथ बायर की साझेदारी से अंतिम छोर तक संयोजन प्रदान करने में मदद मिलेगी। साथ ही ज्यादा समावेशी कृषि पारितंत्र का निर्माण होगा जिसमें छोटे किसानों की समस्त ज़रूरतों, जैसे की कृषि इनपुट, कृषि परामर्श, ज्ञान एवं क्षमता निर्माण, बाजार सम्बद्धता, और वित्तीय समाधानों का ख्याल एक ही छत के नीचे रखा जाएगा।”
इस साझेदारी पर ऐक्सिस बैंक के एमडी एवं सीईओ, अमिताभ चौधरी ने कहा कि, “ऐक्सिस बैंक ने ग्रामीण समुदायों और छोटे किसानों को समर्थ बनाने के लिए काफी निवेश किया है। इन उद्देश्यों को और मजबूती प्रदान करने के लिए ऐक्सिस बैंक ने इन समुदायों के सामने खड़ी विविध चुनौतियों को संबोधित करने में शक्ति संयोजित करने और मिलजुल कर काम करने के लिए बायर के साथ साझेदारी की है। हमने कृषक और ग्रामीण आबादी के लिए सभी वित्तीय समाधान मुहैया करने में निवेश किया है। ये समाधान ठोस डिजिटल और प्रौद्योगिकी क्षमताओं की बुनियाद पर तैयार किये गए हैं जो सुरक्षित वित्तीय उत्पाद और निर्बाध सेवाएँ प्रदान करते हैं। इस साझेदारी से कई लक्ष्य प्राप्त हुए हैं, जिनमें ग्रामीण उद्यमिता का प्रोत्साहन और ग्रामीण समुदाय के दरवाजे पर एक ही छत के नीचे सर्वांगीण वित्तीय समाधान सम्मिलित हैं।”
बीएलफ़ पहल के परिणामस्वरूप भारत में साल की आईएफसी बाजार जमा निकासी पैदावार दोगुनी और सहभागी किसानों में कृषि आय तिगुनी हो गयी है। इससे बाजारस्थल में मूल्य पारदर्शिता आयी है, आईएफसी बाजार जमा निकासी छोटे किसानों की सौदेबाजी की शक्ति बढ़ी है और अपना खुद का बेटर लाइफ फार्मिंग कलेंडर चलाने वाले ग्रामीण कृषि-उद्यमियों के समूह को प्रोत्साहन मिला है। बीएलएफ पहल इन कृषि-उद्यमियों को व्यावसायिक मालिक की तरह परिचालन करने में सहयोग कर रहा है और इस तरह उनकी बिक्री, आमदनी तथा लाभकारिता बढ़ा रहा है। अपने जेंडर-स्मार्ट दृष्टिकोण के माध्यम से बीएलएफ पहल ने महिला लघु किसानों को उत्पादनकर्ता और उद्यमियों के रूप में आर्थिक तथा सामाजिक रूप से सशक्त बनाते हुए मुख्यधारा के कृषि परिचालनों के साथ एकीकृत किया है।
अभी भारत में उत्तर प्रदेश, झारखण्ड तथा बिहार राज्यों में 150 से अधिक बेटर लाइफ फार्मिंग केंद्र काम कर रहे हैं। आगे इसे पश्चिम बंगाल, ओडिशा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान तक विस्तारित करने की योजना है। बीएलएफ ने 2025 तक भारत में 2.5 मिलियन छोटे किसानों को आधुनिक कृषि-इनपुट सुलभ कराकर अधिकारसंपन्न करने और उनके जीवन स्तर उन्नत करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इन छोटे खेतिहर समुदायों को बागवानी, मक्का-जौ आदि और चावल की खेती में 5,000 कृषि-उद्यमियों द्वारा सहयोग किया जाएगा। ends
आईएफएससी फ़ाइंडर
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इन 10 बैंकों के ग्राहकों का बदलेगा अकाउंट नंबर, विलय के बाद रह गए 4 बैंक
रांची, जासं। एक अप्रैल से दस बैंकों के विलय के बाद यह चार बैंक में बदल गए। इसके बाद राज्य में सार्वजनिक बैंकों की संख्या 27 से घटकर केवल 12 रह गई। विलय के लिए बैंकों को 55,250 करोड़ रुपये दिये जायेंगे। इसमें सबसे ज्यादा पंजाब नेशनल बैंक को 16 हजार करोड़ रुपये मिल रहे हैं। हालांकि बैंक प्रबंधन के द्वारा इस बात का खास ध्यान रखा आईएफसी बाजार जमा निकासी जा रहा है कि ग्राहकों को पैसे की निकासी और जमा करने में कोई खास दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े। विलय के पहले सभी बैंक कर्मचारियों को इसके लिए प्रशिक्षण दिया गया है।
नजदीक के बैंक ब्रांच होंगे बंद
बैंक के ऐसे ब्रांच जो एक दूसरे के पास हैं, उन्हें बंद कर दिया जायेगा। इसमें ऐसे बैंक को बंद करने के लिए चुना जायेगा जिसमें कम खाते होंगे। हालांकि अभी ये साफ नहीं है कि राज्य में कितने बैंकों को बंद किया जायेगा। मगर इससे ग्राहकों पर खास असर पड़ेगा।
किस बैंक का किसमें हुआ विलय
इसमें सबसे बड़ा विलय इलाहाबाद बैंक और इंडियन बैंक के बीच हुआ है। इसमें इलाहाबाद बैंक के झारखंड बिहार के 383 शाखाओं का विलय इंडियन बैंक में किया गया है। इसके रीजन में इस बैंक की कुल 475 आईएफसी बाजार जमा निकासी शाखा हो जायेगी। इसके साथ ही झारखंड में ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के 36 और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के 76 शाखा का विलय पंजाब नेशनल बैंक किया जा रहा है। केनरा बैंक के 143 शाखा का विलय सिंडिकेट बैंक में किया जा रहा है। इससे ये सार्वजनिक क्षेत्र का चौथा सबसे बड़ा बैंक बन जायेगा। वहीं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया बैंक की 85 शाखा, आंध्रा बैंक की 26 शाखा, और कॉर्पोरेशन बैंक की 14 शाखा मिलकर एक हो जायेंगे।
क्या पड़ेगा ग्राहकों पर असर
बैंकों के विलय के बाद ग्राहकों को एक नया खाता नंबर और कस्टमर आईडी मिल सकता है। इसके लिए आपके ईमेल पता/ और मोबाइल नंबर का बैंक के शाखा आईएफसी बाजार जमा निकासी के साथ अपडेट होना जरूरी होगा। बैंक समय-समय पर फेज में हो रहे बदलाव के बारे में अपने ग्राहकों को सुचना देता रहेगा। ग्राहकों के सभी खातों को एक सिंगल कस्टमर आईडी में टैग किया भी किया जा सकता है। इसके साथ ही जिन ग्राहकों का लोन चल रहा होगा उन्हें नया इंस्ट्रक्शन फॉर्म भरना पड़ सकता है। फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) या रेकरिंग डिपॉजिट (आरडी) पर मिलने वाले ब्याज में कोई बदलाव नहीं होगा। जिन ब्याज दरों पर व्हीकल लोन, होम लोन, पर्सनल लोन आदि लिए गए हैं, उनमें कोई बदलाव नहीं होगा।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
बैंकों के बदलाव से ग्राहकों को खास परेशानी नहीं होगा। इसके साथ ही कुछ ग्राहक जिनका सैलरी अकाउंट इन बैंक में है, उनके पैसे आने में कोई दिक्कत नहीं होगी। बैंक के आईएफएस कोड में सिस्टम में स्वत: बदलाव कर लिया जायेगा। विनय चौधरी, वित्तिय सलाहकार और बैंकिंग एक्सपर्ट।
विलय होने वाले बैंकों के ग्राहकों का कस्टमर आई डी, आईएफसी कोड और खाते का नंबर बदल जायेगा। उन्हें अपना पास बुक, चेक बुक, एटीएम व क्रेडिट कार्ड बदलवाना होगा और इसके बाद ही डिजिटल ट्रान्जेक्सन कर सकते हैं। वैसे बैंक विलय के साथ ही बचत खाते का ब्याज दर मूल बैंक के अनुसार हो जायेगा । बैंक ग्राहकों को दिक्कत न हो इसकी कोशिश करेगा। डी एन त्रिवेदी, संयुक्त सचिव, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर एसोसिएशन।
कल से बदल जाएंगे ये नियम, आपकी जेब पर होगा सीधा असर
अगले पांच दिन बाद यानी 1 जुलाई से आपकी लाइफ से जुड़े अहम नियमों में बदलाव होने वाला है, जिनका आपकी जेब और घर के बजट पर सीधा असर पड़ने वाला है
कल यानी 1 जुलाई से आपकी लाइफ से जुड़े अहम नियमों में बदलाव होने वाला है, जिनका आपके घर के बजट पर सीधा असर पड़ने वाला है। हर महीने की पहली तारीख को LPG सिलेंडर यानी रसोई गैस की कीमतें बदलती हैं। SBI बैंक के ATM से पैसा निकालने और चेक को लेकर नियम बदलने वालें हैं। आइए जानते हैं 1 जुलाई से किन-किन नियमों में बदलाव होने वाला है।
रसोई गैस की कीमतें
1 जुलाई को LPG सिलेंडर यानी रसोई गैस की नई कीमतें जारी होंगी। हर महीने की पहली तारीख को ऑयल कंपनियां रसोई गैस की कीमतें तय करती हैं। जुलाई में दखना होगा की कंपनियां रसोई गैस और कमर्शियल सिलेंडर की कीमतें बढ़ाती है या नहीं।
SBI के बदलेंगे नियम
देश का सबसे बड़ा पब्लिक सेक्टर बैंक एसबीआई (SBI) अपने एटीएम से पैसा निकालने, बैंक ब्रांच से पैसा निकालनेऔर चेकबुक को लेकर नियमों में बदलाव करने वाला है। ये नये नियम अगले महीने से 1 जुलाई से लागू हो जाएंगे। एसबीआई बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट अकाउंट (BSBD) खाताधारकों के लिए हर महीने चार मुफ्त नकद निकासी उपलब्ध होगी - जिसमें एटीएम और बैंक शाखाएं शामिल हैं। बैंक फ्री लिमिट के बाद हर ट्रांजैक्शन पर 15 रुपये प्लस जीएसटी चार्ज करेगा। नकद निकासी पर शुल्क होम ब्रांच और एटीएम और गैर-एसबीआई एटीएम पर लागू होगा।