लाइटक्वाइन

देश के वह सभी व्यक्ति जो बिटकॉइन के बारे में लाइटक्वाइन जानते हैं उन्हें लाइट को इनके बारे में आवश्यक जानकारी होगी। क्योंकि लाइटक्वाइन लाइट को इन एक बहुत ही प्रसिद्ध पेमेंट सिस्टम की तरह है जो देश सुरक्षित और कम लागत वाली भुगतान प्रदान करने में कार्य करता है। इसका प्रयोग केवल डिजिटल रूप में ही किया जा सकता है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से लाइट कॉइन Litecoin क्या है- से संबंधित संपूर्ण जानकारी स्पष्ट करने जा रहे हैं। यदि आपको What Is Lite coin In Hindi से जुड़ी संपूर्ण जानकारी प्राप्त करनी है तो आपको हमारे इस लेख को अंत तक विस्तार पूर्वक पढ़ना होगा
लाइटक्वाइन
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Litecoin kya hai puri jankari ? जैसा की आप लोग जानते हैं, कि दुनिया में सबसे बड़ी क्रिप्टोकरंसी अगर कोई है, तो उसे हम लोग बिटकॉइन cryptocurrency कहते हैं और अगर आप भी इस प्रकार के क्रिप्टोकरंसी का इस्तेमाल करते हैं | तो आपको इस बात की जानकारी जरूर होगी, कि बिटकॉइन की तरह और
प्रीलिम्स फैक्ट्स : 18 दिसंबर, 2017
डिजिटल करेंसी लाइटकॉइन आई.ओ.टी.ए. (IOTA) और रिप्पल (Ripple) को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की चौथी सबसे बड़ी लाइटक्वाइन क्रिप्टो करेंसी बन गई है। हालाँकि बाज़ारी पूंजीकरण के मामले में अभी भी बिटकॉइन ही नंबर एक पर कायम है।
प्रमुख बिंदु
- दूसरे एवं तीसरे नम्बर पर एथरियम (Ethereum) एवं बिटकॉइन कैश कायम है।
- वर्तमान में लाइटकॉइन का मार्किट कैपिटलाइजे़शन 0.88 लाख करोड़ रुपए है।
- अन्तर्राष्ट्रीय बाज़ार में इसकी कीमत तकरीबन 253 डॉलर है।
- सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि जहाँ बिटकॉइन में एक साल के भीतर 1550 प्रतिशत की वृद्धि हुई है वहीं लाइटकॉइन में 5700 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज़ की गई है।
खोजकर्त्ता
- लाइटकॉइन को गूगल के पूर्व कर्मचारी चार्ली ली द्वारा बनाया गया है।
- ये कॉइन बी.एस. में इंजीनियरिंग के पूर्व डायरेक्टर भी हैं।
बनना चाहते लाइटक्वाइन हैं करोड़पति, तो आप भी जानें, कि क्या है Bitcoin और Litecoin
हालांकि बिटकॉइन अकेली क्रिप्टोकरंसी नहीं है। इसके अलावा कई सारी वर्चुअल करंसी मार्केट में आ गई हैं जो कि अच्छे-खासे ग्रोथ के साथ आगे बढ़ रही हैं। ऐसी ही एक करंसी है लाइटकॉइन।
बिटकॉइन में माइनिंग और ट्रांजैक्शन टाइमिंग को लेकर कई सारी समस्याएं हैं। तीन साल बाद आई करंसी लिटकॉइन के संस्थापक चार्ली ली ने इन सारी समस्याओं को लाइटकॉइन में दूर करने का प्रयास किया है।
समय के साथ-साथ करंसी के रूपों में भी बदलाव हो रहा है। किसी समय में वस्तुओं के बदले दूसरी वस्तुओं का आदान प्रदान होता था, जिसे वस्तु विनिमय कहा जाता है। उसके बाद सिक्कों का प्रचलन बढ़ा उसके बाद जमाना आधुनिक हुआ और नोट आ गईं। लेकिन आज के हाईटेक समय में जमाना अत्याधुनिक हो गया जहां बात नोट और ऑनलाइन पेमेंट से आगे निकल चुकी है। अब ऐसी आभासी मुद्राएं आ गई हैं जिन्हें न तो देखा जा सकता है और न ही छूकर अनुभव किया जा सकता है। इन्हें सिर्फ ऑनलाइन व्यापार के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। रोचक लाइटक्वाइन बात यह है कि इन करंसी की कीमत इतनी ज्यादा है कि अगर किसी के पास दस बिटकॉइन हैं तो वह करोड़पति है।
विदेशी मार्केट में खोजी गईं ये करंसी काफी तेजी से विकसित हो रही हैं। हाल ही में इस प्रचलित करंसी को अमेरिका के एक शेयर बाजार में लिस्ट किया गया जिसके बाद इसकी कीमत 18,000 डॉलर के स्तर पर पहुंच गईं। यानी कि एक बिटकॉइन का दाम 12 लाख रुपये हो गया। बिटकॉइन नई इनोवेटिव टेक्नोलॉजी है। इसका इस्तेमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा सकता है। इसका आविष्कार 2008 के आसपास संतोषी नाकामातो नामक सॉफ्टवेयर डेवलपर ने किया था। वह गायब हो चुके हैं, लेकिन कई डेवलपर्स और आंत्रप्रेन्योर्स ने बिटकॉइन को अपनाया है। अब हजारों कंपनियों, लोगों और नॉन-प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशंस में ग्लोबल बिटकॉइन इको सिस्टम है, जो बिटकॉइन को आगे डेवेलप कर इस टेक्नोलॉजी पर आधारित सर्विसेज मुहैया कराते हैं।
क्या है अंतर?
बिटकॉइन में माइनिंग और ट्रांजैक्शन टाइमिंग को लेकर कई सारी समस्याएं हैं। तीन साल बाद आई करंसी लिटकॉइन के संस्थापक चार्ली ली ने इन सारी समस्याओं को लाइटकॉइन में दूर करने का प्रयास किया है। जहां बिटकॉइन एक ब्लॉक को हर दस मिनट में प्रोसेस करता है वहीं लाइटकॉइन को इस काम में सिर्फ 2.5 मिनट लगते हैं। लाइटकॉइन के पास बिटकॉइन के मुकाबले ज्यादा तकरीबन 4 गुना टोकन हैं। इसके अभी 8.4 करोड़ टोकन में 5.4 करोड़ टोकन प्रचलन में हैं। हालांकि इसे पूरी तरह से माइन होने में सौ से भी ज्यादा साल लग जाएंगे। क्योंकि इसका माइनिंग डिफिकल्टी रेट लाइटक्वाइन काफी ज्यादा है।
दूसरा बड़ा फर्क इन दोनों करंसी द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले एल्गोरिदम में है। जहां बिटकॉइन इंटेसिव SHA256 अल्गोरिदम प्रोसेसर का इस्तेमाल करता है, लाइटकॉइन मेमोरी इंटेसिव स्क्रिप्ट अल्गोरिदम का इस्तेमाल करता है। लाइटकॉइन को अक्टूबर 2011 में गूगल में काम करने वाले इंजीनियर चाल्र्स ली ने बनाया था। हालांकि इसकी कीमत अभी बिटकॉइन से काफी कम है लेकिन छोटे लेनदेन के माइनिंग को लेकर यह आगे है। इसका भुगतान प्लेटफॉर्म एक ब्लॉक के माइनिंग में 2.5 मिनट का समय लगाता है, जबकि बिटकॉइन के मामले में यह समय लगभग 10 मिनट है।
लाइट कॉइन कहाँ से खरीदा जा सकता है?
लाइट कॉइन को विभिन्न प्रकार के एक्सचेंजों से खरीदा जा सकता है एवं कारोबार किया जा सकता है। कुछ प्रमुख एक्सचेंजों के नाम इस प्रकार हैं:-
- Huobi Global
- Binance
- Coinbase Pro
- OkEx
- Kraken
Litecoin कितने प्रकार का होता है?
लाइट कॉइन कम से कम दो प्रकार का होता है। लाइट कॉइन के प्रकार निम्नलिखित हैं:-
- सॉफ्टवेयर पर आधारित वॉलेट
- हार्डवेयर पर लाइटक्वाइन आधारित वॉलेट
यह वॉलेट लाइट को इनको प्राइवेट रखने के लिए बनाया गया है। जिसके माध्यम से हम सही प्रकार का कॉइन खरीदने में सक्षम रहते हैं।
लाइट कॉइन के लाभ क्या क्या है?
इस क्रिप्टो करेंसी के कुछ लाभ इस प्रकार हैं:-
- पूरे विश्व में मैं इसको उपयोग करना काफी आसान है।
- इसका प्रयोग हम अन्य पेमेंट एप्लिकेशन के तरह कर सकते हैं।
- लाइट कॉइन पेमेंट प्रोसेसिंग अन्य क्रिप्टो करेंसी की तुलना में बहुत तेज गति की होती हैं।
- साथ ही साथ लोग लाइटक्वाइन डिजिटल करेंसी को लाइट कॉइन वॉलेट में सुरक्षित रख सकते हैं।
अब आप टैटू या फिर खाने की थाली के लिए अपने क्रेडिट/डेबिट कार्ड, कैश या डिजिटल पेमेंट की जगह बिटकॉइन, इथीरियम, डैश, डोजेकॉइन, लाइटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी में पेमेंट कर सकते हैं.
- News18Hindi
- Last Updated : October 06, 2021, 11:35 IST
नई दिल्ली. क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) धीरे-धीरे लोगों के दैनिक जीवन में तेजी से प्रवेश कर रही है. भारत में क्रिप्टोकरेंसी का कोई रेगुलेशन न होने के बावजूद यहां हर रोज नए लोग क्रिप्टो मार्केट (Crypto market) से जुड़ रहे हैं. इसी को देखते हुए दिल्ली के कुछ बिजनेसमैन ने क्रिप्टोकरेंसी लेनी शुरू कर दी है. अब आप टैटू या फिर खाने की थाली के लिए अपने क्रेडिट/डेबिट कार्ड, कैश या डिजिटल पेमेंट की जगह बिटकॉइन, इथीरियम, डैश, डोजेकॉइन, लाइटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी में पेमेंट कर सकते हैं.
दिल्ली के कनॉट प्लेस में मौजूद Ardor 2.1 रेस्टोरेंट ने क्रिप्टो थाली (crypto thali) लॉन्च की है. ग्लोबल कुजीन थाली पर वर्चुअल करेंसी से पेमेंट होने पर 40 फीसदी की छूट मिलेगी. बता दें कि यहां आप बिटकॉइन, डैश, डोजेकाइन, लाइटकॉइन, इथीरियम में पेमेंट कर सकते हैं. बता दें कि यह रेस्तरां Ardor 2.1 ग्राहकों को लुभाने के लिए इससे पहले बाहुबली थाली, यूनाइटेड इंडिया थाली और 56 इंच की थाली लाॅन्च कर चुका है.