जानिए शेयर मार्केट में निवेश करने के खास मंत्र

धीरूभाई के हमेशा निवेश करने के विजन के बारे में बात करते हुए मुकेश अंबानी ने कहा, उन्होने (धीरूभाई अंबानी) रिलायंस इंडस्ट्रीज की शुरूआत किया, और हमेशा इस बात में विश्वास जताया कि हमे भाविष्य को ध्यान मे रखते हुए हमेशा निवेश करते रहना चाहिए। पिछले 40 वर्षो में हमने ऐसा ही किया है। हम युवाओं की शक्ति में विश्वास रखते हैं। सबसे खास बात ये है कि पिछले 40 सालों से हमारे कर्मचारियों की औसत उम्र 30 साल के आसपास रही है।
सक्सेस मंत्र: जाने मुकेश अंबानी ने क्या दिए सफलता कि टिप्स
नई दिल्ली। भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी ने इंटरनेशनल एडवर्टाइजिंग ऐसोसिएशन अवार्ड के दौरान अपने लीडरशीप पर अपना अनुभव साझा किया। इसी अवार्ड समारोह मे मुकेश अंबानी को लास्टिंग बिजनेस के लिए बिजनेस लीडर ऑफ द इयर चुना गया। उन्होने ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि, लीडरशीप का मतलब किसी को फॉलो करना नहीं होता है। इसका मतलब एक ऐसा नया स्टैंडर्ड सेट करना होता है जो पहले कभी नहीं हुआ है।
50 लाख से 250 अरब डॉलर का सफर
भारत के सबसे वैल्यूएबल कंपनियों मे से एक के चेयरमैन और एमडी ने इसी साल फोब्र्स इंडिया के लगातार दसवीं बार पहले पायदान पर कब्जा किया था। उन्होने कहा, वो खुशकीस्मत है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज मे शुरूआत से ही उन्हे काम करने का मौका मिलेगा। मुझे आज भी याद है कि जब मैने शुरूआत किया था, मै केमिकल इंजिनयरिंग का स्टूडेंट हूं। उस समय रिलायंस का इंटरप्राइज वैल्यू 50 लाख से भी कम था। और अब 40 साल बाद, एक भारतीय कंपनी के तौर पर, हम 250 अरब डॉलर का इंटरप्राइज है। ये जानिए शेयर मार्केट में निवेश करने के खास मंत्र जानिए शेयर मार्केट में निवेश करने के खास मंत्र एक अद्भूत सफर रहा है।
सक्सेस मंत्र: बुरे वक्त में हिम्मत और मेहनत से करें सफलता का रास्ता तय
आज पंडित बिरजू महाराज कथक की दुनिया का नामचीन चेहरा हैं। नृत्य की तमाम विघाओं में निपुणता हासिल करने के साथ-साथ वह शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में भी अलग पहचान बनाने में कामयाब रहे हैं। लेकिन बिरजू महाराज को यह शौहरत विरासत में नहीं मिली है। उन्होंने कर्ज और गरीबी का लंबा दौर झेलने के बाद इसे हासिल किया है। आइए जानते हैं आखिर क्या है इनका सक्सेस मंत्र।
लखनऊ में हुआ जन्म-
बिरजू महाराज का जन्म लखनऊ के एक जाने-माने कथक घराने में हुआ था। उनके पिता अच्छन महाराज रायगढ़ के राजघराने में नर्तक थे। बचपन में बिरजू महाराज ने अपने चाचा लच्छू महाराज और शंभू महाराज से कथक का प्रशिक्षण लेना शुरू किया। सात साल की उम्र में उन्होंने पहली प्रस्तुति दी, जिसे काफी सराहा गया। मई 1947 में अच्छन महाराज के आकस्मिक निधन के बाद बिरजू महाराज और उनके परिवार का जीवन काफी दुश्वारियों में बीता।
ट्रेडिंग में न ग्रुप काम आए, न खबरें
संघे-शक्तिः कलियुगे। आज जिसके पास संगठन और समूह है, वही जीतता है। अक्सर ट्रेडिंग में अकेले पड़ जाने के बाद हमें भी ऐसा लगता है। हम किसी न किसी ग्रुप से जुड़ने की फिराक में पड़ जाते हैं। कहीं नहीं तो फेसबुक जैसी सोशल वेबसाइट्स पर ही ग्रुप बना लेते हैं। लेकिन इससे ट्रेडिंग की सफलता में सचमुच हमें कुछ फायदा मिलता है या इसमें भी अच्छी-बुरी संगत से फर्क पड़ता है? ट्रेडरों में दो खास ग्रुपऔर और भी
हमारे अंदर जो भी भावनाएं या विचार उठते है, उससे शरीर में खास तरह के हॉर्मोन बनते हैं। साथ ही हॉर्मोनों का स्राव हमारी मानसिक अवस्था का निर्धारण भी करता है। शेयर या किसी भी वित्तीय बाज़ार में भी यह क्रिया-प्रतिक्रिया चलती रहती है। ऐसी ट्रेडिंग के दौरान हमारी स्थिति बराबर करो या मरो की रहती है। लालच और भय की भावनाएं हमें जकड़ लेती हैं। तनाव में हमारे शरीर की एड्रेनल ग्रंथि से कोर्टिज़ॉल नामक हॉर्मोनऔर और भी
वित्तीय आज़ादी है मैराथन दौड़ जैसी
जानकारी हासिल करना आजकल बड़ा आसान है। गूगल पर सर्च करो और पलक झपकते हज़ारों सूचनाएं हाज़िर। लेकिन मंथन के बाद उन्हें ज्ञान तक पहुंचाने और हुनर बनाने में भरपूर वक्त लगता है। इस दौरान किसी साधना जैसा अनुशासन बरतना होता है। इसी तरह ट्रेडिंग में जब तक अपने माफिक पद्धति पा न ली जाए, तब तक धैर्य अपनाना पड़ता है। लेकिन अक्सर किनारे पर पहुचने से ठीक पहले कश्ती डूब जाती है। असल में जानकारी याऔर और भी
जब कोई शेयर या कमोडिटी जैसे वित्तीय बाज़ार में ट्रेडिग करने की सोचता है तो उसके मन में हर तरफ से लड्डू ही लड्डू फूटते हैं। कितना मज़ा आएगा! न कोई बॉस, न सुबह-सुबह ऑफिस जाने का झंझट! घर पर बैठकर अपने लैपटॉप से ट्रेडिंग। बचत से ढाई लाख रुपए भी लगाए तो महीने में 10% कमाने पर ही 25,000 आ जाएंगे। बाकी मूलधन सुरक्षित। इससे ज्यादा और क्या चाहिए रिटायरमेंट के बाद। ट्रेडिंग में उतरनेवाला हरऔर और भी
रिटेल का धन जाए प्रोफेशनल के पास
कई साल पहले दिल्ली में एक बड़ी ब्रोकरेज फर्म के मुखिया से बात हो रही थी। उनको मैंने बताया कि कैसे वित्तीय संस्थाओं व बैंकों की खरीद-बिक्री को हम भावों के चार्ट पर पकड़ सकते हैं और उसके आधार पर देख सकते हैं कि कहां उसकी खरीद आ सकती है और कहां उनकी बिक्री। संस्थाओं व बड़े निवेशको की डिमांड-सप्लाई का नियम मैंने हाल-हाल में सीखा था और उसको लेकर मैं काफी उत्साहित था। लेकिन मेरे सारेऔर और भी
दोस्तों! अगले हफ्ते सोमवार से शनिवार तक हम शेयर बाज़ार की ट्रेडिंग के तमाम बुनियादी पहलुओं को लेख के रूप में पेश करते रहेंगे क्योंकि हम यह आदत खुद डालना और आपको भी डलवाना चाहते हैं कि हर दिन, हर हफ्ते ट्रेडिंग करना ज़रूरी नहीं है। 1 मई, सोमवार को बाज़ार बंद है तो ट्रेडिंग बुद्ध में सलाह का अगला सिलसिला 2 मई, मंगलवार के कॉलम से शुरू होगा। लेकिन आप सब्सक्राइबरों को कोई नुकसान न हो,और और भी
टिप्स नहीं, रिस्क संभालने में है सार
कस्तूरी कुंडली बसे, मृग ढूंढय वन मांहि। यही हाल ट्रेडिंग में कामयाबी का है। वित्तीय बाज़ारों से कमाने की सोचनेवाले सामान्य ट्रेडर टिप्स के चक्कर में कहां-कहां नहीं फिरते। टीवी चैनल देखते हैं। महीनों के हज़ारों लुटा देते हैं। लेकिन सब कुछ ठन-ठन गोपाल हो जाता है। इसलिए, क्योंकि ट्रेडिंग से कमाई का सूत्र खुद उनके पास है और वो है रिस्क का प्रबंधन। यह संभाल लिया तो बच्चे की बात भी शानदार टिप्स बन जाती है।और और भी
निवेश – तथास्तु
ज्यों-ज्यों निफ्टी 20,000 अंक के करीब पहुंचता जा रहा है, बाज़ार में उन्माद बढ़ता जा रहा है। लेकिन किसी भी किस्म का उन्माद समझदारी को धुंधला कर देता है और हम बहक कर गलत फैसले ले सकते हैं। इसलिए उन्माद में भी हमें संतुलित रहना चाहिए। वहीं, अगर मान लीजिए कि निफ्टी 20,000 का स्तर छूने से पहले ही फिसलकर गिर गया या लम्बे तक सीमित रेंज में भटकता रहे, तब भी हमें न तो हताश होना […]
ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे करें, जानिए भारत के बेस्ट मोबाइल ट्रेडिंग एप्स के बारे में
By विभूू गोयल On Aug 5, 2020 4,959 0
पैसा कमाने के कई रास्ते हैं और उन्हीं रास्तों में से एक है शेयर मार्केट (Share Market). शेयर मार्केट काफी रिस्की है ये तो हम सभी जानते हैं लेकिन फिर भी लोग इसमें काफी मुनाफा कमा लेते हैं. शेयर मार्केट में पैसा कमाने के लिए आपको पता होना चाहिए की शेयर मार्केट में कैसे निवेश करें? (How to Invest in Share Market?) शेयर मार्केट में आप मोबाइल एप (Online Trading App) के माध्यम से निवेश कर सकते हैं. ये काफी आसान और फास्ट होता है.
भारत में ट्रेडिंग करने के लिए कई सारे एप (Online Trading App in India) उपलब्ध हैं आप इन एप्स का उपयोग करके बहुत ही आसानी से शेयर मार्केट में निवेश (Investment in Share Market) कर सकते हैं और मुनाफा कमा सकते हैं. इन ट्रेडिंग एप (Trading App) पर आप कम ब्रोकरेज रेट (Low Brokerage Rate) एवं बहुत सारी सुविधाओं के साथ जब चाहे तब ऑनलाइन ट्रेडिंग (Online Trading) कर सकते हैं.
इतने पढ़े-लिखे थे Rakesh Jhunjhunwala, ये हैं उनकी सफलता के खास मंत्र
भारतीय शेयर मार्केट के बिगबुल कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला का 14 अगस्त 2022 को मुंबई में 62 वर्ष की आयु में निधन हो गया। दिल का दौरा पड़ने के बाद सुबह करीब 6.45 बजे मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। झुनझुनवाला की तबीयत पिछले कुछ दिनों से ठीक नहीं थी और आज उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। राकेश झुनझुनवाला का जन्म 5 जुलाई 1960 को हैदराबाद में हुआ था। उनके पिता जानिए शेयर मार्केट में निवेश करने के खास मंत्र राधेश्यामजी झुनझुनवाला मुंबई में एक आयकर अधिकारी के रूप में काम करते थे और माता उर्मिला झुनझुनवाला हाउस वाइफ थीं। उनकी दो बहने सुधा गुप्ता और नीना संघरिया व एक बड़ा भाई राजेश झुनझुन वाला हैं, जो कि पेशे से एक चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं।