ट्रेंड रिवर्सल

Maruti Suzuki: मारुति के शेयर ऑल टाइम हाई से 16% कमजोर, क्या आपको करना चाहिए निवेश, एक्सपर्ट वैशाली पारेख की क्या है सलाह?
Maruti Stocks: शेयर बाजार के एक्सपर्ट का कहना है कि मारुति सुजुकी के शेयरों में अब ट्रेंड रिवर्सल का संकेत बन रहा है. इससे यह समझ आ रहा है कि मारुति सुजुकी के शेयरों (Maruti Stocks) में आने वाले कुछ समय में तेजी दर्ज की जा सकती है. साल 2022 में अब तक मारुति सुजुकी के शेयरों (Maruti Stocks) में कमजोरी ही दिख रही है
MSIL: शेयर बाजार के एक्सपर्ट का कहना है कि मारुति सुजुकी के शेयरों में अब ट्रेंड रिवर्सल का संकेत बन रहा है
शेयर बाजार के एक्सपर्ट का कहना है कि मारुति सुजुकी के शेयरों में अब ट्रेंड रिवर्सल का संकेत बन रहा है. इससे यह समझ आ रहा है कि मारुति सुजुकी के शेयरों (Maruti Stocks) में आने वाले कुछ समय में तेजी दर्ज की जा सकती है.
साल 2022 में अब तक मारुति सुजुकी के शेयरों (Maruti Stocks) में कमजोरी ही दिख रही है. मारुति सुजुकी के शेयर 52 हफ्ते की ऊंचाई पर पहुंच कर ₹9022 पर चले गए थे. 17 मई को मारुति के शेयर (Maruti Stocks) गिरकर ₹7533 पर आ गए हैं. यह 52 हफ्ते की ऊंचाई से करीब 16% की कमजोरी है. 16 मई को चार्ट पर मारुति सुजुकी के स्टाक ने डेथ क्रॉस बनाया है, जिसका मतलब है कि मारुति सुजुकी के शेयरों (Maruti Stocks) में बिकवाली बढ़ सकती है.
ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर की टेक्निकल रिसर्च वीपी वैशाली पारेख ने कहा है, "मारुति सुजुकी के शेयरों (Maruti Stocks) ने ₹8000 के लेवल से करेक्शन देखा है और अब ₹7000 के लेवल पर आ गए हैं. इस अवधि में मारुति के शेयरों में बिकवाली तेजी से बढ़ी है. डेली चार्ट पर अब मारुति सुजुकी के शेयर (Maruti Stocks) बाय सिग्नल दे रहे हैं जबकि इसका वॉल्यूम भी औसत से ठीक-ठाक है. अगर मारुति सुजुकी के शेयर (Maruti Stocks) ₹7700 के ऊपर के लेवल पर बंद होते हैं तो MSIL में तेजी आ सकती है और यह 8000 और 8200 रुपए के लेवल तक जा सकते हैं."
डीसीएक्स सिस्टम्स के आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम बढ़कर 90 रुपये पहुंचा
दिल्ली: डीसीएक्स सिस्टम्स आईपीओ का शेयर अलॉटमेंट अनाउंस हो गया है। अब इनवेस्टर्स का पूरा ध्यान कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग डेट और लिस्टिंग प्रीमियम पर है। ट्रेंड रिवर्सल डीसीएक्स सिस्टम्स के आईपीओ को ग्रे मार्केट में तगड़ा रिस्पॉन्स मिल रहा है। डीसीएक्स सिस्टम्स के आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) शुरुआत के 55 रुपये से बढ़कर बुधवार को 90 रुपये पर पहुंच गया है। डीसीएक्स सिस्टम्स का आईपीओ करीब 70 गुना सब्सक्राइब हुआ है।
11 नवंबर को लिस्ट हो सकते हैं कंपनी के शेयर: बाजार पर नजर रखने वाले लोगों के मुताबिक, डीसीएक्स सिस्टम्स के आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम बुधवार को बढ़कर 90 रुपये पहुंच गया है। कंपनी के शेयरों का ग्रे मार्केट प्रीमियम मंगलवार को 82 रुपये के स्तर पर था। यानी, ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयरों का प्रीमियम 8 रुपये बढ़ गया है। बाजार से जुड़े लोगों का कहना है कि दलाल स्ट्रीट पर ट्रेंड रिवर्सल के कारण 3 दिन के भीतर DCX Systems के आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 55 रुपये से 90 रुपये पर पहुंच गया है। उनका कहना है कि अगर बुलिश ट्रेंड जारी रहता है तो प्रीमियम 100 रुपये तक जा सकता है। कंपनी के शेयर 11 नवंबर 2022 को एक्सचेंज में लिस्ट हो सकते हैं।
300 रुपये के करीब लिस्ट हो सकते हैं कंपनी के शेयर: बाजार से जुड़े लोगों का कहना है कि डीसीएक्स सिस्टम्स के शेयरों का प्रीमियम बुधवार को 90 रुपये है। कंपनी के आईपीओ का प्राइस बैंड 197-207 रुपये है। उनका कहना है कि कंपनी के शेयर 297 रुपये के करीब बाजार में लिस्ट हो सकते हैं। ग्रे मार्केट से लिस्टिंग वाले दिन मजूबत लिस्टिंग प्रीमियम का संकेत मिल रहा है। डीसीएक्स सिस्टम्स का आईपीओ 69.79 गुना सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ का रिटेल कोटा 61.77 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं, QIB कैटेगरी 84.32 गुना सब्सक्राइब हुई थी।
Downfall of these Shares: इन शेयरों में मंदी के आसार
Share market: गुरुवार को घरेलू बाजारों में थोड़ा उछाल देखा गया था लेकिन वह ज्यादा देर नहीं चल सका। भारतीय रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीती (आरबीआई पॉलिसी रेट) की संभावित घोषणा के कारण निवेशकों ने अभी इंतज़ार (वेट एंड वॉच) का मन बनाया हुआ है। वही विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली जारी होने के कारण भी दबाव बना है। रुपए के मूल्य में मामूली ट्रेंड रिवर्सल सुधार होने के कारण थोड़ी राहत तो जरूर मिली है। गुरुवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स में 0.33% की गिरावट देखी गई। 188.32 अंक गिरने के बाद बाजार 56,409.96 अंकों पर बंद हुआ। वहीं भारतीय स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी इंडेक्स की बात करें तो उसमें 0.24% की गिरावट आई। बाजार 40.50 अंक गिरकर 16,818.10 अंकों पर बंद हुआ। इनमें कारोबार करने वाले प्रमुख शेयर के बारे में जानते हैं I
तेजी बनाने वाले शेयर
मोमेंटम इंडिकेटर, मूविंग एवरेज कन्वर्जन्स डिवर्जन्स(MACD) के अनुसार Zydus Lifesciences, Glennmark Pharma और डाबर इंडिया के शेयर में तेजी दिखाई दी। यही तेजी प्रिकॉल(Pricol) और राइट्स(Rites) में भी बनी रही। MACD ट्रेडेड सिक्युरिटीज़ या इंडेक्स के ट्रेंड रिवर्सल के संकेत देने के लिए जानी जाती है और जब यह सिग्नल लाइन के पार चला जाता है तो माना जाता है कि उस शेयर तेजी है। ऐसा न होने पर मंदी का इशारा माना जाता है।
इसके अनुसार अर्शिया (Arshiya), वेलस्पन कॉर्प (Welspun Corp), एडवांस्ड एंजाइम (Advanced Enzyme), क्वेस कॉर्प (Quess Corp), ओर विंडसर मशीन(Windsor Machines ), आदि शेयरों में मंदी की असार दिखाई दिए हैं।
खरीदे जाने वाले शेयर
राइट्स(Rites) के साथ ही कोचिन शिपयार्ड (Cochin Shipyard), गो फैशन(Go Fashion) के शेयरों में खरीद का दौर चला। उसी तरह सिप्ला(Cipla) और गुजरात फल्यूरोकैम(Gujrat Phlurochem) के शेयरों को खरीदने में निवेशकों ने रुचि दिखाई। इसके चलते ये सभी शेयर अपने 52 हफ्ते के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुँच चुके थे।
बिकवाली की मार
दूसरी ओर जेंसार (Zensar), पीरामल, आईईएक्स के साथ इंटेलेक्ट डिजाइन (Intellect Design), बिरलासॉफ्ट, और सनोफी इंडिया (Sanofi India ) में भी बिकवाली का दौर चला। ये बिकवाली इतनी ज्यादा हुई कि ये सारे शेयर अपने 52 हफ्तों के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गए।
Stock Market CRASH शरू हो चुका है?
Share market: गुरुवार को घरेलू बाजारों में थोड़ा उछाल देखा गया था लेकिन वह ज्यादा देर नहीं चल सका। भारतीय रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीती (आरबीआई पॉलिसी रेट) की संभावित घोषणा के कारण निवेशकों ने अभी इंतज़ार (वेट एंड वॉच) का मन बनाया हुआ है। वही विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली जारी होने के कारण भी दबाव बना है। रुपए के मूल्य में मामूली सुधार होने के कारण थोड़ी राहत तो जरूर मिली है। गुरुवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स में 0.33% की गिरावट देखी गई। 188.32 अंक गिरने के बाद बाजार 56,409.96 अंकों पर बंद हुआ। वहीं भारतीय स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी इंडेक्स की बात करें तो उसमें 0.24% की गिरावट आई। बाजार 40.50 अंक गिरकर 16,818.10 अंकों पर बंद हुआ। इनमें कारोबार करने वाले प्रमुख शेयर के बारे में जानते हैं I
तेजी बनाने वाले शेयर
मोमेंटम इंडिकेटर, मूविंग एवरेज कन्वर्जन्स डिवर्जन्स(MACD) के अनुसार Zydus Lifesciences, Glennmark Pharma और डाबर इंडिया के शेयर में तेजी दिखाई दी। यही तेजी प्रिकॉल(Pricol) और राइट्स(Rites) में भी बनी रही। MACD ट्रेडेड सिक्युरिटीज़ या इंडेक्स के ट्रेंड रिवर्सल के संकेत देने के लिए जानी जाती है और जब यह सिग्नल लाइन के पार चला जाता है तो माना जाता है कि उस शेयर तेजी है। ऐसा न होने पर मंदी का इशारा माना जाता है।
इसके अनुसार अर्शिया (Arshiya), वेलस्पन कॉर्प (Welspun Corp), एडवांस्ड एंजाइम (Advanced Enzyme), क्वेस कॉर्प (Quess Corp), ओर विंडसर मशीन(Windsor Machines ), आदि शेयरों में मंदी की असार दिखाई दिए हैं।
खरीदे जाने वाले शेयर
राइट्स(Rites) के साथ ही कोचिन शिपयार्ड (Cochin Shipyard), गो फैशन(Go Fashion) के शेयरों में खरीद का दौर चला। उसी तरह सिप्ला(Cipla) और गुजरात फल्यूरोकैम(Gujrat Phlurochem) के शेयरों को खरीदने में निवेशकों ने रुचि दिखाई। इसके चलते ये सभी शेयर अपने 52 हफ्ते के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुँच चुके थे।
बिकवाली की मार
दूसरी ओर जेंसार (Zensar), पीरामल, आईईएक्स के साथ इंटेलेक्ट डिजाइन (Intellect Design), बिरलासॉफ्ट, और सनोफी इंडिया (Sanofi India ) में भी बिकवाली का दौर चला। ये बिकवाली इतनी ज्यादा हुई कि ये सारे शेयर अपने 52 हफ्तों के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गए।
नौसिखियों के लिए मूविंग एवरेज इंडिकेटर
Olymp Trade प्लेटफॉर्म पर, तकनीकी विश्लेषण के ट्रेंड इंडिकेटर खंड में पहले तीन इंडिकेटर मूविंग एवरेज हैं। ये हैं सिंपल मूविंग एवरेज (SMA), एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA), और वेटेड मूविंग एवरेज (WMA) और विभिन्न तरीकों को दर्शाता है कि कैसे औसत (एवरेज) की गणना की जाती है।
Olymp Trade प्लेटफॉर्म पर इंडिकेटर साइडबार में तीन मूविंग एवरेज
अक्सर, किसी निश्चित बिंदु पर मूविंग एवरेज इंडिकेटर के मूल्य की गणना उस बिंदु पर चुनी गई अवधियों में ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट की औसत कीमत के रूप में की जाती है। जैसा कि इंडिकेटर की कीमत समय के साथ चलता है, यह दर्शाता है कि औसत में कैसे बदलाव होता है।
इसलिए, अवधियों की संख्या इस इंडिकेटर की प्रकृति की कुंजी है। इसे चार्ट के ऊपरी-बाएँ कोने पर पेंसिल चिह्न का चयन करके निर्धारित किया जा सकता है जो इंडिकेटर की सेटिंग के अनुरूप होता है।
आप यहां इंडिकेटर की सेटिंग को एक्सेस कर सकते हैं।
यदि इसे 10 पर निर्धारित किया जाता है, तो इंडिकेटर प्रत्येक चरण में ट्रेंड रिवर्सल 10 अवधियों में औसत मूल्य दिखाएगा। यदि इसे 200 पर निर्धारित किया जाता है, तो यह प्रत्येक 200 अवधियों में औसत मूल्य की गणना करेगा।
मूविंग एवरेज इंडिकेटर का उपयोग करने के सबसे आसान तरीके क्या हैं?
ट्रेंड की दिशा का पूर्वानुमान
यदि मूविंग एवरेज बढ़ता है, तो एक अपट्रेंड आ सकता है, और एक अप ट्रेड खोलना उचित होता है।
यदि मूविंग एवरेज गिरता है, तो एक डाउनट्रेंड बन सकता है, और डाउन ट्रेड को खोलना उपयुक्त होता है।
MA के साथ उपयोग किए जाने वाले अन्य इंडिकेटर के संयोजन से बाजार में प्रवेश और निकास बिंदुओं की सबसे बेहतर ट्रेंड रिवर्सल समझ मिलती है।
ट्रेंड रिवर्सल की पहचान करना
प्रस्तुत है, मूविंग एवरेज का एक तर्क:
यदि MA ऊपर की ओर रिवर्स ट्रेंड रिवर्सल करता है, और कीमत बढ़ जाती है, एक अपट्रेंड बन सकता है।
यदि MA नीचे की ओर रिवर्स करता है, और कीमत गिर जाती है, एक डाउनट्रेंड बन सकता है।
प्रस्तुत है, दो मूविंग एवरेज का उपयोग करते समय का तर्क:
यदि छोटी अवधि MA नीचे की ओर बड़ी अवधि MA को पार करती है, तो एक डाउनट्रेंड आने वाला है।
यदि एक छोटी अवधि MA बड़ी अवधि को ऊपर की ओर पार करती है, तो एक अपट्रेंड आने वाला है।
सपोर्ट और रेज़िस्टेंस स्तरों के रूप में MA का उपयोग करना
वैसे किसी भी अवधि के लिए निर्धारित मूविंग एवरेज को गतिशील सपोर्ट स्तर के रूप में लिया जा सकता है, और रेज़िस्टेंस स्तर, 50, 100 और 200 की अवधि के लिए MA का निर्धारण सबसे महत्वपूर्ण है।
सीखने के लिए और भी बहुत कुछ है
सहायता केंद्र अन्य इंडिकेटर सहित उपयोगी ट्रेडिंग सुझावों से परिपूर्ण है।
ऑसिलेटर्स एक अलग स्क्रीन पर चार्ट किए गए इंडिकेटर होते हैं जो अक्सर यह दिखाते ट्रेंड रिवर्सल हैं कि क्या इंस्ट्रूमेंट की कीमत ओवरबॉट या ओवरसोल्ड क्षेत्र में है।
सिंपल मूविंग एवरेज (SMA) एक तकनीकी विश्लेषण इंडिकेटर है जो लगातार अपडेट की गई औसत कीमत बनाकर मूल्य डेटा को सहज बनाता है।
EMA वेटेड मूविंग एवरेज का एक प्रकार है जो हालिया आंकड़ों को सबसे अधिक महत्व देता है।
वेटेड मूविंग एवरेज हालिया आंकड़ों पर अधिक महत्व देता है।
सपोर्ट स्तर कई लो (न्यून) द्वारा बनाई गई रेखा है जो कीमत को गिरने के विरुद्ध "समर्थन" करती है।
रेज़िस्टेंस स्तर कई उच्च (हाई) द्वारा बनाई गई रेखा है जो ऊपर की ओर कीमत का "प्रतिरोध" करती है।
टीम में पेशेवर लेखक, विश्लेषक और विशेषज्ञ ट्रेडर शामिल हैं जो ट्रेडिंग और जानकारी साझा करने की विशेषज्ञता दोनों का जुनून रखते हैं।