रणनीति व्यापार

टेक्निकल एनालिसिस का आधार

टेक्निकल एनालिसिस का आधार
और इस तरह हम कह सकते है कि, FUNDAMENTAL ANALYSIS और TECHNICAL ANALYSIS आधार पर टेक्निकल एनालिसिस का आधार ही आप अच्छे तरीके से किसी शेयर के FUTURE PERFORMANCE का एक अनुमान बता सकते है,

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Top Picks- करना चाहते है अच्छी कमाई तो एक्सपर्ट्स के सुझाए इन स्टॉक्स पर जरुर लगाए दांव

राजेश सातपुते ने Axis bank में लॉन्ग करने की सलाह दी है। उनका कहना है कि इस स्टॉक में 286 रुपये के स्टॉपलॉस के साथ 312/330 रुपये के लक्ष्य के लिए खरीदारी की जा सकती है।

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Top Picks- हफ्ते के पहले कारोबारी दिन बाजार में खरीदारी का मूड कायम हैं। RIL, ICICI BANK, एशियन पेंट और इंफोसिस के दम पर निफ्टी में हल्की बढ़त देखने को मिली हैं। मिडकैप शेयर OUTPERFROM कर रहे हैं। कच्चे तेल में तेज गिरावट से OMCs टेक्निकल एनालिसिस का आधार शेयरों में बहार नजर आ रहा है। BPCL और HPCL 3% से ज्यादा चढ़े है। वहीं टायर, एयरलाइंस और पेंट शेयरों में भी रौनक देखने टेक्निकल एनालिसिस का आधार टेक्निकल एनालिसिस का आधार को मिल रही है।

इधर 15 साल पुरानी सरकारी गाड़ियों पर सख्ती की तैयारी से ऑटो शेयरों में टेक्निकल एनालिसिस का आधार जोश नजर आ रहा है। निफ्टी ऑटो इंडेक्स 1% से ज्यादा चढ़ा है। अशोक लैलैंड, टाटा मोटर्स और आयशर मोटर्स में रौनक देखने को मिल रहा हैं।

Market A-Z Show: Technical Analysis क्या है और इसके में अहम इंडिकेटर क्या है?

Market Analysis को मुख्य रूप से Fundamental Analysis और Technical Analysis में विभाजित किया गया है। Technical Analysis को विशेष रूप से Stock Market में Short Term की Trading करने के लिए किया जाता है। Technical Analysis की मदद से Share Price Movements, टेक्निकल एनालिसिस का आधार Trends, Trading Volume इत्यादि का विश्लेषण कर सकते हैं। Institutional Equity KR Choksey Stocks & Securities के Senior VP Hemen Kapadia ने Jagran Business के Market A-Z Show पर टेक्निकल एनालिसिस बारे में विस्तार से बताया।

Technical Analysis का उपयोग Financial Market की चाल को आसानी से समझने के लिए किया जाता है। यह ऐतिहासिक वॉल्यूम और प्राइस मूवमेंट के आंकड़ों के आधार पर Financial Market की कीमतों की दिशा का पहले से अनुमान लगाने का एक मेथड है । इसके माध्यम से पुराने आंकड़ों के आधार पर शेयर की चाल का पूर्वानुमान लगा सकते हैं। शेयर के उतार-चढ़ाव के चार्ट का विश्लेषण कर सकते हैं।

टेक्निकल या फंडामेंटल विश्लेषण, दोनों में किस पर करें भरोसा?

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यह बताना मुश्किल टेक्निकल एनालिसिस का आधार है कि दोनों में से कौन बेहतर है. सफल निवेशकों दोनों ही विश्लेषणों का प्रयोग करते टेक्निकल एनालिसिस का आधार हैं.

1. फंडामेंटल विश्लेषण क्या है?
किसी शेयर के संभावित भविष्य का आंकलन कई व्यापक संकेतों के आधार पर किया जाता है. इसमें देश का जीडीपी, महंगाई दर, ब्याज दर के साथ-साथ कंपनी की बिक्री, मुनाफा क्षमता, रिटर्न ऑन इक्विटी, नकद स्थिति और लाइबिलिटी शामिल होते हैं.

2. क्या है तकनीकी विश्लेषण?
तकनीकी विश्लेषण में बाजार के एतिहासिक आंकड़ों का इस्तेमाल किया जाता है. इनमें शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव, वॉल्यूम, ओपन इंट्रेस्ट आदि शामिल हैं. इसके आधार पर यह बताया जाता है कि भविष्य में शेयर की दिशा क्या होगी.

Dow Theory in Technical Analysis

अगर शेयर मार्किट में जब भी टेक्निकल एनालिसिस कर के पैसे कमाने की बात आती है तो सबसे पहले Dow Theory सबसे महत्वपूर्ण है, जिसके आधार पर ही पूरा Technical Analysis आधारित है !

Dow Theory कहती है किसी भी शेयर की वर्तमान में जो कीमत है उस पर सारी चीजें कंपनी का फंडामेंटल, लोगों का सेंटीमेंट, आने वाली कोई भी न्यूज़, ग्लोबल मार्केट का प्रभाव और भविष्य में जो होने वाला है उन सारी चीजों को मिलाकर बनता है, अगर किसी की शेयर में अच्छी खबर आने वाली है तो उसकी कीमत पहले भी बढ़ जाएगी और टेक्निकल एनालिसिस का आधार अगर कोई खराब खबर या न्यूज़ आने वाली है तो उसकी कीमत पहले ही कम हो जाएगी, Market में जब आप Price Action करते है to तो भविष्य में क्या होने वाला है उसे शेयर के बारे में पता कर सकते हैं! जब हम किसी शेयर के किसी Time Frame में Analysis करते हैं तो हर Time Frame में जो Pattern बनते हैं वह उस Time Frame टेक्निकल एनालिसिस का आधार में अपने आप को पूरा करता है!

शेयर बाजार का RISK और RISK पे नियंत्रण

वैसे तो पूरे शेयर बाजार में दो ही काम होता है, शेयर खरीदना और शेयर बेचना,अब यही सबसे मजेदार पार्ट भी है, और इस बाजार कि दूसरी सच्चाई और सबसे निराली बात ये है कि, किसी को भी ठीक ठीक नहीं पता कि, कोई शेयर्स कब खरीदना चाहिए, और कब बेचना चाहिए, यही इसका जोखिम पार्ट भी है,

बाजार में जोखिम इसी बात का है कि, किसी को भी ठीक ठीक नहीं पता कि कोई शेयर्स टेक्निकल एनालिसिस का आधार कब ख़रीदे, कितने भाव में ख़रीदे, और कब बेचे तथा कितने भाव में बेचे,

सारा जोखिम इसी बात का है,

क्योकि यहाँ कोई भी हमेशा 100 % सही नहीं हो सकता, और कोई भी ऐसा एक तरीका नहीं है जो सिख के हम ये कह सके कि हम शेयर बाजार के बारे में सब सिख चुके है, और हम शेयर बाजार में हमेशा फायदे में ही रहेंगे.

शेयर बाजार के जोखिम को नियंत्रित करने के उपाय –

हमने देखा कि शेयर बाजार में दो कम होते है – शेयर्स खरीदना और शेयर्स बेचना,

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