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क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी क्या है?

क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी क्या है?
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डिजिटल करेंसी क्या है? डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं?

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क्रिप्टो मार्केट में वोलैटिलिटी, बिटकॉइन और Ether के प्राइस में कमी

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट के हालात महीनों बाद भी सुधरते नहीं दिख रहे हैं। बिटकॉइन समेत पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसीज की कीमतें लगातार नीचे आती जा रही हैं। ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी मार्केट के भविष्य क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी क्या है? को लेकर भी कई तरह के कयास लगने लगने लगे हैं। बिटकॉइन दुनिया की सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी है और सबसे महंगी भी। लेकिन कुछ क्रिप्टोकरेंसी ऐसी हैं जो साल-दो साल पहले ही अस्तित्व में आईं और एकदम से शिखर पर पहुंच गई। लेकिन मार्केट की अस्थिरता के चलते ये क्रिप्टोकरेंसी फिर से नीचे आती जा रही हैं। वहीं मार्केट के कुछ जानकार ये भी कहने लगे हैं कि कुछ क्रिप्टोकरेंसी आने वाले कुछ सालों में गायब ही हो जाएंगीं। ऐसी कौन सी क्रिप्टोकरेंसी हैं जिनके गायब हो जाने का खतरा दिखने लगा है, एक नजर डालते हैं।

क्या है डिजिटल करेंसी ?

डिजिटल करेंसी अर्थात डिजिटल मुद्रा, इस करेंसी को भारत में सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (Central Bank Digital Currency या CBDC) का नाम दिया गया है। सीबीडीसी ऐसी करेंसी जो पूरी तरह से डिजिटल होगी, न कि नोट या सिक्के की तरह। इसे वर्चुअल करेंसी क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी क्या है? क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी क्या है? या वर्चुअल मनी कह सकते हैं। यह आपके पर्स या हाथ में नहीं दिखेगी लेकिन काम वैसा ही होगा जैसा रुपये और सिक्के से होता है। इसे आरबीआई द्वारा जारी किया जाएगा। डिजिटल करेंसी दो तरह की होती है। पहला रिटेल डिजिटल करेंसी इसे आम लोग और कंपनियों के लिए जारी किया जाता है। वहीं दूसरा होलसेल डिजिटल करेंसी इसे वित्तीय संस्थाओं द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।

  • इसे आप सॉवरेन करेंसी में बदल सकते हैं।
  • डिजिटल करेंसी से भारत सरकार को लगभग 14 लाख करोड़ के फायदे का अनुमान हैं।
  • क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी क्या है?
  • 2030 तक 8 लाख रोजगार मिलने का अनुमान
  • बिटकोईन और क्रिप्टो करेंसी से अलग सरकारी डिजिटान करेंसी होगी।
  • देश मे नई डिजिटल करेंसी से विकास को गति मिलेगा।
  • डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
  • डिजिटल करेंसी की व्यवस्था एक सस्ती और कुशल करेंसी सिस्टम की ओर बढ़ेगी।

ब्लॉकचेन क्या है?

ब्लॉकचेन एक ऐसा तकनीक है जिसके जरिए करेंसी ही नहीं बल्कि किसी भी चीज को डिजिटल फॉरमेट में बदलकर स्टोर कर सकते है। 1991 में स्टुअर्ट हबर और डब्ल्यू स्कॉट स्टोर्नेटो ने ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल किया था। ये प्लेटफॉर्म एक लेजर की तरह है। विशेषज्ञों का मानना है कि ये एक तरह का एक्सचेंज प्रोसेस है, जो डेटा ब्लॉक पर काम करता है। इसमें हर एक ब्लॉक एक-दूसरे से कनेक्ट होते हैं जिसे हैक नहीं किया क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी क्या है? जा सकता है। इस तकनीक का उद्देश्य डॉक्यूमेंट्स को डिजिटली सुरक्षित रखना है।

  • डेटा रहेगा पूरी तरह से सुरक्षित क्योंकि ब्लॉकचेन बेस्ड सिस्टम काफी सुरक्षित है।
  • ब्लॉकचैन एंड – टू – एंड एन्क्रिप्शन के साथ लेनदेन का एक अपरिवर्तनीय रिकॉर्ड बनाती है।
  • जो धोखाधड़ी और अनधिकृत गतिविधि को रोकने में मदद करती है।
  • ब्लॉकचेन पर डेटा कंप्यूटर के एक नेटवर्क में संग्रहीत किया जाता हैं, जिससे इसे हैक करना लगभग असंभव हो जाता है।
  • यह लेनदेन को संसाधित करने में दक्षता पैदा करता है।
  • इस तकनीक से डेटा एकत्र करने और संशोधित करने के साथ – साथ रिपोर्टिंग और ऑडिटिंग प्रक्रियाओं को आसान बनाने का काम करता है।
  • ब्लॉकचेन व्यवसायों को बिचौलियों – विक्रेताओं और तीसरे पक्ष के प्रदाताओं को – समाप्त करके लागत में कटौती करने में मदद करता है।

क्रिप्टो करेंसी और डिजिटल करेंसी में क्या अंतर हैं?

डिजिटल करेंसी और क्रिप्टो करेंसी में सबसे बड़ा अंतर यह है कि डिजिटल करेंसी को उस देश की सरकार की मान्यता हासिल होती है, जिस देश का केंद्रीय बैंक इसे जारी करता है। इसलिए इसमें जोखिम नहीं होता है। इससे जारी करने वाले देश में खरीदारी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन क्रिप्टोकरेंसी एक मुक्त डिजिटल एसेट है। इसे कानूनी मान्यता नही हैं। इसकी सारी जिम्मेदारी निवेशकों की होती हैं। इसमें जोखिम ज्यादा होता हैं। क्योंकि यह किसी भी सरकार या संस्था द्वारा संचालित नही होता हैं।

दोस्तों नमस्कार ! हम कोशिश करते हैं कि आप जो चाह रहे है उसे बेहतर करने में अपनी क्षमता भर योगदान दे सके। प्रेणना लेने के लिए कही दूर जाने की जरुरत नहीं हैं, जीवन के यह छोटे-छोटे सूत्र आपके सामने प्रस्तुत है.

Life Certificate Last Date 2022 : मात्र 6 दिन बाकी ! जल्दी से निपटा लें यह जरूरी काम, नहीं तो अटक जाएगी Pension….

Life Certificate Last Date 2022 :- नवंबर का महीना खत्म होने में मात्र 6 दिन बचा हुआ है। ऐसे में पेंशनर्स को 30 नवंबर यानी अगले हफ्ते बुधवार तक अपना लाइफ सर्टिफिकेट जमा कर देना चाहिए। अगर आपने अभी तक लाइफ सर्टिफिकेट की कॉपी नहीं निकाली है, और किसी कारणवश जमा नहीं कर पाए हैं, तो आज हम आपको इसे ऑनलाइन या ऑफलाइन कैसे निकाला जा सकता हैं साथ क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी क्या है? ही सर्टिफिकेट को जमा करने से पहले किन किन बातों की जानकारी आपको जरूर होने चाहिए। इन सभी मुद्दों पर आज के आर्टिकल में आपसे बिंदुवार चर्चा करेंगे। अतः आर्टिकल को आराम से अंत तक पढ़े।

Life Certificate Last Date 2022

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अगर आप पेंशनभोगी हैं तब तो यह खबर आपको जरूर करनी चाहिए क्योंकि पेंशन भोगियों को अपने वेतन जारी रखने के लिए नवंबर में अपना व्हाट्सएप जीवन प्रमाण पत्र जमा करना ही पड़ता है, हालांकि केंद्र सरकार 80 वर्ष और उससे अधिक आयु बढ़कर सुपर सीनियर पेंशन धारियों को हर साल 1 नवंबर के बजाय 1 अक्टूबर से वार्षिक जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की अनुमति देती है। आपको बताते चलें कि पेंशनर्स के लिए लाइफ सर्टिफिकेट यानी जीवन प्रमाण पत्र सबसे जरूरी दस्तावेजों में से एक है सरकारी पेंशन धारियों को बिना रुकावट अपनी पेंशन पाने के लिए अपना लाइफ सर्टिफिकेट जमा करना होता है लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने से पता चलेगा कि पेंशन पाने वाला व्यक्ति जीवित है या नहीं।Life Certificate Submission 2022 : सावधान!पेंशनर्स 30 नवंबर से पहले निपटा लिया जरूरी काम,नहीं तो रुक जाएगी पेंशन। पढ़िए खबर !!

अब ऑनलाइन बनवाएं लाइफ सर्टिफिकेट !

वह दौड़ गया जब पेंशनर्स को लाइफ सर्टिफिकेट बनाने के लिए लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता था। आज के डिजिटल युग में आपको कहीं जाने की आवश्यकता नहीं है अब घर बैठे ऑनलाइन लाइफ लाइफ सर्टिफिकेट निकाल सकते हैं। बस एक ऐप गूगल प्ले स्टोर से इंस्टॉल करें और उसका इस्तेमाल करते हुए अपने डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र को निकाल सकते हैं। इसके लिए आपको एक सुरक्षित आधार आधारित बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन सिस्टम भी जरूरी है। अगर पेंशनर चाहे तो ऑफलाइन यानि अपने बैंक या पीडीए जाकर लाइफ सर्टिफिकेट निकलवा सकते हैं ।Life Certificate for Pensioners : सावधान ! मात्र 19 दिन बचे हैं जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए ! घर बैठे इन 6 तरीकों से कर सकते हैं यह काम !!

हर साल पेंशन पाने के लिए पेंशनर्स को अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा करना ही होता है लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने का मतलब है पेंशन धारक अभी जिंदा हैं। अगर 30 नवंबर तक लाइफ सर्टिफिकेट जमा नहीं किया तो आपको पेंशन नहीं मिलेगी अर्थात आप की पेंशन रुक सकती है। बता दें कि क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी क्या है? लाइफ सर्टिफिकेट जहां से पेंशन मिलती है वहां जमा करना होता है, इसमें पेंशन वितरण प्राधिकरण (PDA) जैसे डाकघर, बैंक जैसी संस्थाओं में !Jeevan Pramaan Patra Latest News: EPFO ने life Certificate के लिए जारी की नई गाइडलाइंस, जानें डिटेल्स

ये रहा ऑनलाइन जीवन प्रमाण पत्र जनरेट करने का तरीका !

  • सबसे पहले आवेदक जीवन प्रमाण पत्र की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।
  • उसके बाद आप अपने लैपटॉप पर जरूरी सॉफ्टवेयर मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड करके खुद को enroll कर ले।
  • enroll करने के लिए आपको अपना आधार नंबर,पेंशन पेमेंट ऑर्डर, बैंक का नाम,अकाउंट नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा !
  • साथी आधार ऑथेंटिकेशन के लिए आपको फिंगरप्रिंट्स देने होंगे
  • ऑथेंटिकेशन के बाद s.m.s. के जरिए आपको आपका जीवन प्रमान ID मिल जाएगा।

जीवन प्रमाण पत्र आईडी के जरिए आप आधार नंबर देकर अपना लाइफ सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं जिस संस्था जिस बैंक से आप की पेंशन आती है वहां के कार्यकर्ता वेबसाइट से आपका सर्टिफिकेट डाउनलोड करके इस्तेमाल कर सकते हैं।Pan Linking In Bank : SBI में है खाता तो जाग जाओ ! जल्द निपटा लें ये काम,Yono वाले जरूर पढ़ें !

Digital Currency क्या है | डिजिटल करेंसी के प्रकार और फायदे नुकसान

Digital Currency की उपयोगिता भौतिक मुद्राओं के समान होती है। उनका उपयोग सामान खरीदने और सेवाओं के लिए भुगतान करने के लिए किया जा सकता है। आज कई देश डिजिटल करेंसी को अपने देश में सरकारी मान्यता देने की राह पर है। आने वाले दिनों में कई देशों में यह मुद्रा आम बात साबित होगी। इस लेख में हम Digital Currency क्या है और डिजिटल करेंसी के प्रकार व फायदे नुकसान को जानेंगे।

डिजिटल करेंसी क्या है, Digital Currency के प्रकार और फायदे - नुकसान

Digital Currency क्या है

Digital Currency, मुद्रा का एक रूप है जो केवल डिजिटल या इलेक्ट्रॉनिक रूप में उपलब्ध है। इसे Digital money, Electronic money, Electronic currency या Cybercash भी कहा जाता है। डिजिटल करेंसी में भौतिक स्वरूप नहीं होता है, यह केवल डिजिटल रूप में उपलब्ध होती हैं। मतलब इसे आप नहीं छू सकते है। यह आपके इंटरनेट अकाउंट पर स्टोर रहती है। Digital Currency से जुड़े लेनदेन कंप्यूटर या इंटरनेट नेटवर्क से जुड़े इलेक्ट्रॉनिक वॉलेट का उपयोग करके किए जाते हैं।

इसके विपरीत, भौतिक मुद्राएं, जैसे कि बैंकनोट और सिक्के मूर्त हैं, जिसका अर्थ है कि आप उन्हे छू सकते है और उसे किसी दूसरे को भी प्रत्यक्ष दे सकते है। इसका अर्थ हम जो बैंक-नोट या सिक्के का इस्तेमाल करते है, यह भौतिक पैसा है और जिसे हम केवल इंटरनेट के जरिए खर्च कर सकते है वह डिजिटल पैसा है।

डिजिटल करेंसी के प्रकार

Cryptocurrency, डिजिटल मुद्राएं हैं जो एक नेटवर्क में लेनदेन को सुरक्षित और सत्यापित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करती हैं। Cryptography का उपयोग ऐसी मुद्राओं के निर्माण के प्रबंधन और नियंत्रण के लिए भी किया जाता है। बिटकॉइन और एथेरियम क्रिप्टोकरेंसी के उदाहरण हैं। अधिकार क्षेत्र के आधार पर, क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित किया जा सकता है या नहीं भी।

Virtual Currency डेवलपर्स या प्रक्रिया में शामिल विभिन्न हितधारकों से मिलकर एक संस्थापक संगठन द्वारा नियंत्रित अनियमित डिजिटल करेंसी हैं। आभासी मुद्राओं को भी एक परिभाषित नेटवर्क प्रोटोकॉल द्वारा एल्गोरिथम रूप से नियंत्रित किया जा सकता है। Virtual Currency का एक उदाहरण एक गेमिंग नेटवर्क टोकन है जिसका अर्थशास्त्र डेवलपर्स द्वारा परिभाषित और नियंत्रित किया जाता है।

WhatsApp डीपी में आदियोगी शिव, हिंदू नाम, फर्जी आधार कार्ड: 2 महीने पहले गिरफ्तार किया गया था मंगलुरु का आतंकी मोहम्मद शरीक, मिल गई थी जमानत

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कर्नाटक के मंगलुरु में शनिवार (19 नवंबर 2022) को बम धमाका हुआ था। इस मामले में गिरफ्तार मोहम्मद शरीक को लेकर जिस तरह की जानकारी सामने आ रही है, उससे जाहिर है कि अपनी पहचान छिपाने की उसने पूरी तैयारी कर रखी थी। उसने अपने व्हाट्सएप डीपी में आदियोगी शिव की प्रतिमा लगा रखी थी।

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