डिस्ट्रीब्यूशन इंडिकेटर

डीआईएन रेल सर्ज प्रोटेक्शन
सर्ज प्रोटेक्टिव डिवाइसेस को क्षणिक उछाल की स्थिति से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। बिजली जैसे बड़े एकल उछाल की घटनाएं सैकड़ों हजारों वोल्ट तक पहुंच सकती हैं और तत्काल या रुक-रुक कर उपकरण विफलता का कारण बन सकती हैं।
हालांकि, बिजली और उपयोगिता शक्ति विसंगतियों में क्षणिक उछाल का केवल 20% हिस्सा होता है। शेष 80% वृद्धि गतिविधि आंतरिक रूप से उत्पन्न होती है।
हालांकि ये उछाल परिमाण में छोटे हो सकते हैं, वे अधिक बार होते हैं और निरंतर एक्सपोजर के साथ सुविधा के भीतर संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खराब हो सकते हैं।
डीआईएन रेल एसी सर्ज प्रोटेक्टिव डिवाइस समानांतर में जुड़े हुए हैं और हाई-वोल्टेज सर्ज को क्लैंप करने के लिए एक एमओवी का उपयोग करते हैं। इन उपकरणों का उपयोग मुख्य रूप से 1-चरण और 3-चरण प्रणालियों की सुरक्षा के लिए मुख्य विद्युत पैनल में किया जाता है।
कम वोल्टेज रेंज के लिए डीआईएन रेल उत्पाद समाधान एक सुसंगत बिजली संरक्षण प्रणाली में टाइप 1 लाइटनिंग प्रोटेक्शन से लेकर टाइप 2 सर्ज प्रोटेक्शन और टाइप 3 एंड डिवाइस प्रोटेक्शन तक के समाधान शामिल हैं।
एक समायोज्य डीआईएन रेल माउंट किसी भी औद्योगिक नियंत्रण कक्ष के भीतर तेज, सुविधाजनक स्थापना की अनुमति देता है। बढ़ते: 35 मिमी शीर्ष टोपी डीआईएन रेल
टाइप 1 / क्लास I / क्लास बी - डीआईएन रेल सर्ज प्रोटेक्शन डिवाइस
FLP25 सीरीज Iimp 25kA
सर्ज और वोल्टेज ट्रांसजेंडर महंगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण विफलता और व्यावसायिक व्यवधान का एक प्रमुख कारण हैं। नुकसान के परिणामस्वरूप कंप्यूटर डिस्ट्रीब्यूशन इंडिकेटर और संचार उपकरण जैसे पूंजीगत परिव्यय की हानि हो सकती है, साथ ही अनिर्धारित सिस्टम डाउनटाइम के कारण राजस्व डिस्ट्रीब्यूशन इंडिकेटर और मुनाफे का परिणामी नुकसान हो सकता है।
एलएसपी सर्ज प्रोटेक्टिव डिवाइसेस (एसपीडी) की कई श्रृंखलाएं प्रदान करता है, जो कि बिजली वितरण प्रणालियों पर वोल्टेज ट्रांसजेंडर्स से विश्वसनीय सुरक्षा प्रदान करने वाले अनुप्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए उपयुक्त हैं। FLP25 सीरीज DIN रेल सर्ज प्रोटेक्टिव डिवाइसेस IEC क्लास I और EN टाइप 1 वातावरण के भीतर वोल्टेज ट्रांसजेंडर्स के खिलाफ विश्वसनीय और कुशल सुरक्षा प्रदान करते हैं।
IEC और EN मानकों के लिए परीक्षण और स्वतंत्र रूप से प्रमाणित, FLP25 सीरीज कठोर IEC क्लास I और EN टाइप 1 वातावरण के लिए कॉम्पैक्ट, सुरक्षित और उच्च वृद्धि-रेटेड प्रदर्शन सुविधाओं की एक श्रृंखला प्रदान करता है और एक विस्तृत श्रृंखला के भीतर सुरक्षा के लिए उपयुक्त है। अनुप्रयोग।
भारत में सबसे सस्ती टॉप 5 बीएस 6 कारें – Alto से S-Presso तक
अधिकांश कार निर्माताओं ने बीएस6 नार्म्स लागू होने के बाद अपने पूरे लाइनअप को अपडेट किया है, यहां 5 सबसे सस्ती बीएस 6 कारें हैं
भारत में बीएस6 नार्म्स लागू होने के बाद सभी प्रमुख कार निर्माता कंपनियों ने अपने मौजूदा कार के मॉडल और भविष्य में आने वाले सभी मॉडलों को लेकर अपनी तैयारी शुरू करते हुए बीएस-6 उत्सर्जन मानक के अनुसार अपने सभी प्रोडक्टस को अपडेट कर दिया है। तो आइये इस लेख में आपकों टॉप 5 बीएस 6 कारों की जानकारी से रूबरू कराते हैः
1. मारुति सुजुकी ऑल्टो ( Maruti Suzuki Alto)
मारुति सुजुकी ऑल्टो एक दशक से अधिक समय तक भारत में सबसे अधिक बिकने वाली और सबसे सस्ती कारों में से एक है। मारुति सुजुकी आल्टो की कीमत 2.94 लाख रूपए से लेकर 4.36 लाख रूपए (एक्स-शोरूम) तक जाती है और यह 796 सीसी इंजन से संचालित होचती है। कार का नया बीएस6 मॉडल 7.0 इंच टचस्क्रीन जैसी सुविधाओं से लैस है, जो एंड्रॉइड ऑटो और एप्पल कारप्ले को सपोर्ट करता है।
कार के अन्य फीचर्स में ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, ड्यूल-टोन इंटीरियर, एयर कंडीशनर हीटर के साथ, पावर स्टीयरिंग, पावर विंडो, रिमोट लॉकिंग और मैन्युअल एडजस्टेबल रियरव्यू मिरर्स, एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS), इलेक्ट्रॉनिक ब्रेक डिस्ट्रीब्यूशन (EBD), रिवर्स पार्किंग सेंसर, सीटबेल्ट रिमाइंडर, स्पीड अलर्ट सिस्टम और ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स आदिस है । इन सारी सुविधाओं से लैस ऑल्टो बीएस6 कार अपने आप को भारत की सबसे सस्ती कार का दावेदार बनाती है।
2. मारुति सुजुकी एस-प्रेसो (Maruti S-Presso)
ये कार अगली सबसे सस्ती बीएस 6 कार है। एस-प्रेसो लुक में शायद आपको अच्छी न लगे लेकिन इस कार का प्रदर्शन लाजवाब है। हालांकि सुरक्षा को लेकर मारुति की कार पर हमेशा ही प्रश्नचिन्ह लगता आया है, लेकिन इस बार कंपनी ने इस हिस्से पर कुछ गंभीर कार्य किया है और दो एयरबैग और रिवर्स पार्किंग सेंसर से लैस है। मारुति सुजुकी एस-प्रेसो की कीमत 3.70 लाख रूपए से लेकर 4.99 लाख रूपए (एक्स-शोरूम) तक जाती है।
मारुति एस-प्रेसो 1.0 लीटर इंजन के साथ आती है और इसमें 5 स्पीड मैन्युअल और 5 स्पीड AMT ट्रांसमिशन दिया गया है। इसके अलावा ABS (एंटी-लॉक-ब्रेकिंग सिस्टम), हाई-स्पीड वार्निंग अलर्ट, ड्राइवर / सह-ड्राइवर सीटबेल्ट रिमाइंडर और वाहन इमोबिलाइज़र स्टेन्डर्ड फिट के रूप में शामिल है। सुरक्षा फीचर्स जैसे कि रिमोट सेंट्रल लॉकिंग, स्पीड-सेंसिटिव डोर लॉक, प्री-टेंशनर्स के साथ फ्रंट सीट बेल्ट्स और पार्किंग ब्रेक वार्निंग केवल वीएक्सआई (VXi) और VXi + वेरिएंट में ही उपलब्ध है
3. रेनो क्विड (Renault Kwid)
लिस्ट में तीसरी दावेदार के रूप में सबसे सस्ती रेनो Kwid है। भारत में ये कार ऑल्टो के10 (Alto k10), डैटसन रेडी गो(Datsun Redi go) और मारूति सुजुकी एस-प्रेसो (Maruti Suzuki S-Presso) के मुकाबले है। रेनो क्विड की कीमत 2.92 लाख रूपए से लेकर 5.01 लाख रूपए (एक्स-शोरूम) तक जाती है। kwid 0.8 लीटर और 1.0 लीटर के दो इंदन में आता है और इसके फीचर में रियर पार्किंग सेंसर्स, 8.0-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम (टॉप-एंड वेरिएंट तक सीमित), रियर-सीट आर्मरेस्ट और स्पीड-अलर्ट आदि हैं।
4. मारुति सुजुकी सेलेरियो (Maruti Suzuki Celerio)
मारुति मॉडल सेलेरियो ह बी 1-सेगमेंट हैचबैक में एएमटी विकल्प के साथ पेश होने वाली पहली मारुति कार बन गई थी। हालांकि सेलेरियो अब अपनी लाइफ के अंतिम चरण में है और इसे जल्द ही एक नए मॉडल से बदल दिया जाएगा। मारुति सुजुकी सेलेरियो की कीमत 4.41 लाख रूपए से लेकर 5.58 लाख रूपए (एक्स-शोरूम) तक जाती है। मारुति सेलेरियो 1.0 लीटर इंजन आता है।
कार के अंदर की तरफ ऑल-ब्लैक कलर थीम अपहोल्स्ट्री के साथ सिल्वर हाइलाइट्स दिया गया है, गाड़ी के चारों-दरवाज़े पॉवर विंडो के साथ हैं। इसमें 2.0 इंफोटेनमेंट सिस्टम, इलेक्ट्रिक पावर स्टीयरिंग, ड्यूल-एयरबैग दिया गया है, इसे ईबीडी के साथ एबीएस, स्पीड अलर्ट सिस्टम और रियर पार्किंग सेंसर से कार को लैस किया गया है।
5. हुंडई सैंट्रो (Hyundai Santro)
सैंट्रो को कभी भारत में सबसे सस्ती कार माना जाता था लेकिन इस कार का नया अपग्रेडड वर्जन अपने खरीददारों को अपनी ओर आकर्षित करने में विफल रहा है। कार के बाहरी डिजाइन और सुविधाओं के बारे में बात करें तो, नई सैंट्रो को 2018 में वापस पेश किया गया था वो आधुनिक-स्पोर्टी डिजाइन के साथ आती है जो इसके सिग्नेचर कैस्केडिंग क्रोम फ्रंट ग्रिल को भी उजागर करती है। हुंडई सैंट्रो की कीमत 4.57 लाख रूपए से लेकर 6.20 लाख रूपए (एक्स-शोरूम) तक जाती है। हुंडई सैंट्रो में 1.1 लीटर पेट्रोल इंजन आता है।
बाहर के अन्य विशेषताओं में फ्रंट फॉग लैंप, ओआरवीएम पर टर्न इंडिकेटर, ड्यूल-टोन बंपर, 14 इंच के पहिए और रियर टेललाइट शामिल हैं। अंदर की बात करें तो, इसमें ऑल-न्यू 7-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, ड्राइवर साइड एयरबैग, EBD के साथ ABS, स्पीड अलर्ट सिस्टम, रियर पार्किंग सेंसर और रियर AC वेंट दिए गए हैं।
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क्या खासियतें समाई है टाटा हैक्सा में, जानिये यहां
नई दिल्ली, कारदेखो.कॉम: टाटा ने हैक्सा क्रॉसओवर से पर्दा उठा दिया है। इसे 16 जनवरी 2017 को लॉन्च किया जाएगा। बुकिंग 1 नवम्बर से शुरू होगी। इसकी संभावित कीमत 12 लाख से 16 लाख रूपए के बीच रहने की संभावना है। लॉन्चिंग के बाद इसका मुकाबला महिन्द्रा एक्सयूवी-500 और टोयोटा इनोवा क्रिस्टा से होगा। टाटा हैक्सा तीन वेरिएंट एक्सई, एक्सएम और एक्सटी में मिलेगी। यह ऑटोमैटिक विकल्प (एक्सएमए और एक्सटीए) और ऑल व्हील ड्राइव (एक्सटी 4x4) में भी आएगी। टाटा हैक्सा के किस वेरिएंट में क्या खासियत समाई है, यह जानने के लिए बढ़ते हैं आगे.
स्टैंडर्ड फीचर
सभी वेरिएंट के बारे में विस्तार से जानने से पहले यहां हम चर्चा करेंगे उन फीचर्स पर जो टाटा हैक्सा के सभी वेरिएंट स्टैंडर्ड रहेंगे। जानने के लिए बढ़ते हैं आगे.
- सेफ्टी: सुरक्षा के लिए इसमें ड्यूल-फ्रंट एयरबैग के साथ कॉ-ड्राइवर एयरबैग डिएक्टीवेशन, एबीएस (एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम) के साथ ईबीडी (इलेक्ट्रॉनिक ब्रेकफॉर्स डिस्ट्रीब्यूशन), ऑल डिस्क ब्रेक, सीएससी (कॉर्नर स्टेबिलिटी कंट्रोल) और इंजन ड्रेग-टॉर्क कंट्रोल जैसे फीचर स्टैंडर्ड मिलेंगे।
- एक्सटीरियर: कार के बाहर की तरफ प्रोजेक्टर हैडलैंप्स, एलईडी टेल लैंप्स, रियर फॉग लैंप्स, क्रॉम प्लेट ट्विन एग्जॉस्ट, इंटीग्रेटेड रियर स्पॉइलर और फ्लॉटिंग रूफ जैसे फीचर मिलेंगे।
- केबिन: केबिन में एलईटी लैंप्स, क्रॉम डोर हैंडल, मैटालिक डोर सिल प्लेट के साथ ‘हैक्सा’ बैजिंग, इल्लुमिनेटेड इग्निशन स्लॉट, मैनुअल एसी, दूसरी और तसरी पंक्ति में ब्लॉवर्स के साथ इंडिविजुअल कंट्रोल, 8 तरह से एडजस्ट होने वाली ड्राइवर सीट, दूसरी पंक्ति में री-ट्रेकेबल विंडो सनब्लाइंड, कूल्ड ग्लॉव बॉक्स, डोर पर पडल लैंप्स और फॉलो-मी-होम हैडलैंप्स जैसे फीचर स्टैंडर्ड रहेंगे।
- इंफोटेनमेंट सिस्टम: कार का इंफोटेनमेंट सिस्टम, कनेक्टनेक्स्ट नोन-टच पर बेस होगा। यह ब्लूटूथ फोन इंटिग्रेशन के साथ ट्यूनर, यूएसबी, ऑक्स और आईपोड कनेक्टिविटी सपोर्ट करेगा। यह 6 स्पीकर सिस्टम (4 स्पीकर और 2 ट्विटर) से जुड़ा होगा।
- सपोर्टेड एप: कनेक्टनेक्स्ट, नवीमैप्स, जुके-कार, टाटा स्मार्ट रिमोट और टाटा स्मार्ट मैनुअल।
इंजन
- हैक्सा में 2.2 लीटर का वेरीकोर डीज़ल इंजन मिलेगा, जो दो तरह की पावर ट्यून देगा।
- बेस वेरिएंट एक्सई में इंजन की पावर 150 पीएस और टॉर्क 320 एनएम का होगा। इसमें 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स मिलेगा।
- एक्सएम और एक्सटी वेरिएंट में इंजन की पावर 156 पीएस और डिस्ट्रीब्यूशन इंडिकेटर टॉर्क 400 एनएम का होगा। इसमें 6-स्पीड मैनुअल और ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का विकल्प मिलेगा।
एक्सई
यह टाटा हैक्सा का बेस वेरिएंट है। इसकी कीमत दूसरे वेरिएंट की तुलना में सबसे कम होगी। ऐसे में एक्सई वेरिएंट में दूसरों की तुलना में फीचर भी थोड़े कम ही मिलेंगे। इसमें ओआरवीएम और डोर हैंडल बॉडी कलर में नहीं मिलेंगे। एक्सई वेरिएंट की फीचर लिस्ट कुछ प्रकार है.
एक्सएम और एक्सएमए
ये दोनों मिड वेरिएंट है। इनमें एक्सएम मैनअल वेरिएंट है, जबकि एक्सएमए ऑटोमैटिक वेरिएंट है। स्टैंडर्ड फीचर के अलावा इनमें ये फीचर भी समाए हैं.
एक्सटी, एक्सटीए और एक्सटी 4x4
ये सभी टॉप वेरिएंट है। इनमें एक्सटी (मैनुअल, टू व्हील ड्राइव), एक्सटीए (ऑटोमैटिक, टू व्हील ड्राइव) और एक्सटीए 4x4 (मैनुअल, ऑल व्हील ड्राइव) में मिलेगा। इन में एक्सएम वेरिएंट की फीचर लिस्ट के अलावा कुछ अतिरिक्त फीचर जोड़े गए हैं, जो इस प्रकार है.
- अतिरिक्त सुरक्षा के लिए एक्सटी और एक्सटी 4 गुणा 4 में ईएसपी (इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम) के साथ रोल-ऑवर मिटिगेशन, ट्रेक्षन कंट्रोल सिस्टम, हाइड्रॉलिक ब्रेक असिस्ट, हिल-होल्ड कंट्रोल (एक्सटीए डिस्ट्रीब्यूशन इंडिकेटर में भी मिलेगा) और एचडीसी (हिल डेकंट कंट्रोल) जैसे फीचर मिलेंगे।
डायमंड कट अलॉय व्हील मिलेंगे, जिन पर 235/55 क्रॉस डिस्ट्रीब्यूशन इंडिकेटर सेक्शन आर19 साइज के टायर लगे होंगे।
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