NFT क्या है?

क्या है NFT जिसके तहत एक JPEG फाइल 5 अरब रुपये में बेच दी गई? यहां जानें
NFT Explained: हाल ही में ट्विटर फाउंडर जैक डोर्सी ने अपना ट्वीट NFT के तौर पर बेचा है. लेकिन क्या आप जानते हैं ये NFT क्या है? आइए आसान शब्दों में आपको बताते हैं.
Munzir Ahmad
- नई दिल्ली,
- 03 जून 2021,
- (अपडेटेड 03 जून 2021, 3:03 PM IST)
- NFT के तहत एक JPEG फाइल 5 अरब में बेची गई
- जैक डोर्सी ने अपना पहला ट्वीट 21 करोड़ में NFT के तौर पर बेचा
Twitter CEO जैक डोर्सी का पहला ट्वीट हाल ही में 21 करोड़ रुपये से ज्यादा में बिका. लेकिन ये ट्वीट अभी भी जैक डोर्सी के अकाउंट में ही है. ऐसे में इसे खरीदने का क्या मतलब है?
ट्वीट तो पब्लिक डोमेन में है, फिर क्यों और किसने खरीदा? इसका जवाब जानने के लिए आपको पहले ये जानना होगा कि NFT क्या होता है.
जैक डोर्सी ने अपना ट्वीट NFT के तहत बेचा है. इन दिनों इंटरनेट पर NFT की खूब चर्चा हो रही है. खास कर के क्रिप्टोकरेंसी के साथ ही लोग NFT के बारे में भी बातें कर रहे हैं.
आपमें से कई शायद NFT के बारे में जानते भी होंगे. लेकिन जो नहीं जानते हैं उनके लिए हम आसान शब्दों में बताएंगे कि NFT क्या है?
1 JPEG फाइल 5 अरब रुपये की!
आप शायद यकीन न करें, लेकिन 1 jpeg इमेज को NFT के तौर पर 69 मिलियन डॉलर में बेचा गया. इसे भारतीय रुपये में तब्दील करें तो करीब 5 अरब रुपये होते हैं.
दरअसल माइक विंकलमैन नाम के एक डिजिटल आर्टिस्ट ने एक JPEG फाइल तैयार किया. इसे ऑनलाइन ऑक्शन के लिए रखा गया और 69.3 मिलियन डॉलर में बेच दिया गया NFT के तौर पर.
इस इमेज में क्या था?
इस JPEG फाइल में उन्होंने एक कोलाज बनाया. इस कोलाज में 2007 से लेकर अब तक जो तस्वीरें उन्होंने पोस्ट की थी उन सब को ऐड कर दिया गया. 2007 से हर दिन पोस्ट किए गए फोटोज को इस कोलाज में प्ले किया गया. इन्होंने इसके लिए जस्टिन बीबर और लूई वित्तॉं के साथ पार्टनर्शिप भी की थी.
NFT यानी नॉन फंजिबल टोकेन.
NFT का फुल फॉर्म दरअसल Non Fungible Token होता है. इसे कई बार क्रिप्टोकरेंसी के लिए यूज की जाने वाली टेक्नोलॉजी ब्लॉकचेन के साथ भी जोड़ कर देखा जाता है.
आगे आपको ये भी बताएंगे कि कैसे Twitter पर किए गए पहले ट्वीट को NFT के तहत बेचा गया है.
Monalisa की पेंटिंग का नाम काफी सुना होगी. दुनिया में वैसी सिर्फ एक ही पेंटिंग है. इसी NFT क्या है? तरह से कई आर्ट वर्क हैं जो काफी महंगे में बेचे जाते हैं. इसकी वजह ये होती है कि वो दुनिया में सिर्फ एक ही होता है. उसे कोई रिप्लेस नहीं कर सकता है.
कोई भी ऐसी चीज जो दुनिया में सिर्फ एक ही है उसकी वैल्यू बढ़ जाती है. वो चीज कुछ भी हो सकती है. चाहे वो कोई पेंटिंग हो या फिर आपके पास रखी हुई रेयर घड़ी है.
दुनिया का एकलौता वर्चुअल प्रोडक्ट.
नॉन फंजिबल का मतलपब भी यही होता है. उदाहरण के तौर पर आपने एक जींस खरीदी, वैसी जींस दुनिया में कई होगी, क्योंकि कंपनी ने सिर्फ एक नहीं बनाया है.
लेकिन इसी तरह अगर ट्विटर पर किए गए पहले ट्वीट की बात करें तो? या फिर किसी ऐसे प्रोडक्ट के बारे में बात करें जो दुनिया में सिर्फ एक ही है.
Twitter फाउंडर जैक डोर्सी का पहला ट्वीट NFT के तौर पर लगभग 21 करोड़ रुपये में बेचा गया है. इसके लिए बिडिंग की गई थी. ये पहला ट्वीट था - just setting up my twttr. इसे जैक डोर्सी ने 1 मार्च 2006 को पोस्ट किया था.
NFT को आप डिजिटल ऐसेट के तौर पर भी समझ सकते हैं यानी ये फिजिकल तो नहीं है जिसे आप फील कर सकें या घर पर स्टोर कर सकें. इस ट्वीट को घर पर नहीं रखा जा सकता है, लेकिन इसे डिजिटली ओन किया जा सकता है यानी इस पर आपका हक होगा.
NFT के तहत बेचे जाने के बाद जैक डोर्सी के इस ट्वीट पर इनका कोई हक नहीं है. NFT में फोटोज, वीडियोज क्लिप्स भी शामिल हैं जिन्हें किसी सामान की तरह ही बेचा या खरीदा जा सकता है. आप सोच रहे होंगे कि ये तो ऐसा ही हुआ जैसे किसी फोटो के लिए एजेंसी पैसे लेती है, लेकिन ये उससे अलग है.
क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन पर काम करती है और NFT भी ब्लॉकचेन बेस्ड है.
NFT ब्लॉकचेन पर काम करता है और इससे जुड़े ट्रांजैक्शन भी क्रिप्टोकरेंसी में किए जाते हैं. ब्लॉकचेन एक तरह का डिजिटल लेजर है जैसे बैंकों में होता है, लेकिन ये बैंक से अलग है, क्योंकि ये डिसेंट्रलाइज्ड है.
यहां पूरे ट्रांजैक्शन का लेखा जोखा किसी एक एंटिटी के पास नहीं होता, बल्कि लाखों लोगों के पास होता है जो ब्लॉकचेन में शामिल रहते हैं.
NFT के तौर पर जैसे ही जैक डोर्सी का ट्वीट NFT क्या है? खरीदा गया उसके बाद ब्लॉकचेन के जरिए ये वैलिडेट कर लिया गया कि उस ट्वीट का ओनर कौन होगा. ये ट्वीट भले ही ट्विटर पर रहेगा, लेकिन उसके ओनर जैक डोर्सी नहीं रहेंगे.
रेयर वर्चुअल चीजों की वर्चुअल खरीद फरोख्त -- ब्लॉकचेन बेस्ड.
मोटे तौर पर कहें तो NFT एक ऐसा तरीका है जिसके जरिए वर्चुअल चीजों की डिजिटल खरीद फरोख्त की जाती है. कोई सामान आपके पास नहीं आता और वर्चुअल चीजें ही खरीदते हैं जो रेयर होती हैं दुनिया में उसका कोई दूसरा विकल्प नहीं होता है.
क्रिप्टोकरेंसी की पॉपुलैरिटी के साथ NFT भी पॉपुलर हो रहे हैं, क्योंकि ये भी ब्लॉकचेन पर ही चलता है.
अगर अभी भी NFT समझने में दिक्कत हो रही है तो आप पहले ये जान लें कि ब्लॉकचेन काम कैसे करता है. इसके लिए आप यहां क्लिक करके हमारा ये आर्टिकल पढ़ सकते हैं. आसान शब्दों में बताने की कोशिश की है कि NFT क्या होता है.
NFT के तहत सिर्फ जैक डोर्सी का ट्वीट ही नहीं, बल्कि जिफ, वीडियो क्लिप्स से लेकर वर्चुअल तस्वीरें भी करोड़ों में बेची जा रही हैं. खास बात ये है कि जो भी बेचा जा रहा है उसका कोई दूसरा विकल्प नहीं है.
NFTs की दुनिया: पेटिंग्स से Memes तक के बिक रहे डिजिटल वर्जन, आखिर क्या होते हैं ये टोकन?
Non-Fungible Tokens : NFT एक तरीके के डिजिटल टोकन होते हैं, जिन्हें असली चीजों यानी कि किसी पेंटिंग, गेम, म्यूजिक एलबम, मीम, कार्ड्स वगैरह चीजों से असाइन किया जाता है. कोई क्रिएटिव शख्स अपने स्किल को NFT के जरिए मॉनेटाइज़ करके बेच सकता है.
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डिजिटल स्पेस में NFTs (Non-Fungible Tokens) का नया क्रेज शुरू हुआ है. NFT नई जेनरेशन के लिए काफी दिलचस्प चीज है, क्योंकि इसमें क्रिप्टोकरेंसी, वर्चुअल रिएलिटी और सोशल मीडिया का क्रेज जुड़ा हुआ है. NFT के जरिए बड़े-बड़े अरबपतियों ने भी लाखों डॉलर के ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में लगाए हैं. लेकिन NFT तो बस डिजिटल स्पेस में ही होते हैं. इनको आप इंटरनेट पर देख तो सकते हैं, लेकिन छू नहीं सकते, फिर ऐसी चीज के लिए इतने पैसे क्यों खर्च किए जा रहे हैं? ऐसा भी नहीं है कि कुछ डिजिटल असेट को देखने के लिए लोगों को पैसे चुकाने हैं, वो चीजें आसानी से इंटरनेट पर सर्च करके देखी जा सकती हैं, फिर भी उन्हें खरीद कौन और क्यों रहा है? आइए समझते हैं.
NFT क्या है?
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NFT यानी नॉन-फंजिबल टोकन एक तरह की डिजिटल संपत्ति या डेटा होता है, जो ब्लॉकचेन पर रिकॉर्ड होता है. NFT एक तरीके के डिजिटल टोकन होते हैं, जिन्हें असली चीजों यानी कि किसी पेंटिंग, गेम, म्यूजिक एलबम, मीम, कार्ड्स वगैरह चीजों से असाइन किया जाता है. कोई क्रिएटिव शख्स अपने स्किल को NFT के जरिए मॉनेटाइज़ करके बेच सकता है. इन डिजिटल संपत्तियों को क्रिप्टोकरेंसी के जरिए बेचा और खरीदा जाता है, क्योंकि इनका एन्क्रिप्शन भी वैसे ही सॉफ्टवेयर के साथ होता है.
आपको जानकर शायद हैरानी हो कि NFT साल 2014 से अस्तित्व में हैं. हालांकि, पिछले कुछ वक्त में Ethereum और Tezos जैसे ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म ने ट्रांजैक्शन के लिए आ रहे डिजिटल असेट्स के खरेपन को लेकर कुछ पैमाने तय किए हैं, जिसके बाद NFT में निवेश बढ़ा है.
NFT यूनीक क्यों है?
कोई भी क्रिएशन अगर डिजिटल है, यानी इंटरनेट पर है, तो हो सकता है कि उसकी कुछ कॉपीज़ भी इंटरनेट पर हों. लेकिन NFT यूनीक होते हैं, क्योंकि उनका एक यूनीक आईडी कोड होता है. जैसे कि कहा जाता है कि दो अंगूठों के छाप एक जैसे नहीं होते हैं, वैसे ही दो NFT मैच नहीं कर सकते. हर NFT की आईडी यूनीक होती है, इससे फर्जी NFT के बिकने की शंका कम हो जाती है. जब कोई NFT खरीदता है, तो उसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से लैस सुरक्षित सर्टिफिकेट मिलता है.
बता दें कि किसी भी चीज को NFT में बदला जा सकता है और इसे बेच सकता है. चाहे वो कोई पेंटिंग हो, मीम हो या फिर कोई फनी सा वीडियो ही क्यों न हो.
पिछले कुछ वक्त में इन बड़ी NFT सेल्स ने खींचा है ध्यान
हाल ही में, साल 2015 का एक मीम फिर से वायरल हो रहा था. यह NFT के रूप में 38 लाख रुपये में बिका. इस मीम में एक पाकिस्तानी शख्स ने अपने दोस्त के साथ दोस्ती खत्म होने को लेकर जोक बनाया था. इस मीम को बनाने वाले मुहम्मद आसिफ रज़ा राना और उनके दोस्त मुदस्सिर पर बने इस मीम से उन्हें खूब फायदा हुआ और वो सुर्खियों में भी रहे.
हाल ही में एक ग्रे रंग के पत्थर की एक पेंटिंग NFT के तौर पर लगभग 75 लाख में बिकी है. यह एक डिजिटल पेंटिंग हैं, जिसमें एक बड़ा सा ग्रे रंग का पत्थर है, बस. इस साल जुलाई में ‘Super Mario 64' वीडियो गेम का एक कार्टरिज एक नीलामी में 11.58 करोड़ रुपये में बिका.
यहां तक कि Twitter के CEO जैक डॉर्सी का पहला ट्वीट एक NFT के तौर पर मिला. यूएस की कंपनी Cent के जरिए Valuables नाम के एक प्लेटफॉर्म पर बिके इस ट्वीट के लिए उन्हें लगभग 20 करोड़ रुपये मिले. उन्होंने यह ट्वीट 21 मार्च, 2006 को किया था, जो इस साल 22 मार्च को NFT के तौर पर बिक गया.
यहां तक कि Beeple नाम से जाने जाने वाले एक डिजिटल आर्टिस्ट ने अपना एक jpeg फाइल लगभग 512 करोड़ में बेचा.
NFTs जरूरी क्यों हैं?
NFTs के समर्थकों के मुताबिक, ये इसलिए बहुत अहम हैं क्योंकि सबसे पहले तो ये किसी भी असेट के मालिकाना हक को एक ही व्यक्ति तक सीमित रखता है. दूसरे, ब्लॉकचेन टेक्नीक पर काम कर रहे इन डिजिटल असेट्स को बस एक ही शख्स होल्ड और एक्सेस कर सकता है. आर्टिस्ट्स के लिए यह बड़ी मदद साबित हो सकता है. वो अपने वर्क को NFT के जरिए मॉनेटाइज कर सकते हैं और अगर उनका क्रिएशन कहीं और बिकता है तो उन्हें इसपर रॉयल्टी भी मिलेगी.
क्या आप क्रिप्टोकरेंसी के जरिए NFT खरीद सकते हैं?
बहुत सारे मार्केटप्लेस हैं, जहां इथीरियम में पेमेंट होता है. हालांकि ये NFT बेच रहे शख्स पर निर्भर करता है कि वो किसी करेंसी में पेमेंट चाहता है.
अब आखिर में हम आपको यह भी बता दें कि NFTs को जेनरेट करने में बहुत ज्यादा बिजली खर्च होती है क्योंकि ये भी क्रिप्टोकरेंसी की तरह ही ब्लॉकचेन पर काम करते हैं और इनके जेनरेशन में ग्रीनहाउस गैसें निकलती हैं, जो क्लाइमेंट के लिए अच्छी नहीं होतीं.
एक और कमी जो है, वो ये कि जरूरी नहीं है कि आपको बहुत आराम से कोई अच्छी डील मिल जाए. हो सकता है कि कहीं किसी चीज को खरीदने के चक्कर में आप ज्यादा पैसे लगा दें. अगर एक सेलर यानी विक्रेता के नजरिए से सोचें तो जब NFT का हाइप फेड होगा, तो प्रॉफिट कमाने में दिक्कत आएगी, क्योंकि उस वक्त हर कोई प्रॉफिट ही कमाने की कोशिश कर रहा होगा.
NFT kya hain (Full form) एनएफटी क्या हैं कैसे काम करता हैं फ़ायदे नुक़सान
आजकल डिजिटलाइजेशन के दौर में कमाई के लिए नई तकनीकें और नए प्रयोग अक्सर सामने आते हैं। एनएफटी यानि नॉन NFT क्या है? फंजिबल टोकन भी इसी दिशा से संबंधित है। एनएफटी के माध्यम से गेम, पेंटिंग्स, एल्बम, मीम, म्यूजिक इत्यादि को बेचा जा रहा है, पर आश्चर्य कि बात ये है की लोग इन चीजों को छू नहीं सकते बस डिजिटल स्पेस में देख सकते फिर भी उनके द्वारा इतने पैसे डिजिटल एसेट्स के लिए चुकाए क्यूं जा रहे हैं। दोस्तों, नई पीढ़ी के लिए एनएफटी का कांसेप्ट बेहद दिलचस्प है। एनएफटी वर्चुअल रियलिटी, सोशल मीडिया और क्रिप्टो करेंसी का बेजोड़ मेल है। हम इस आर्टिकल के माध्यम आपको बताएंगे आखिर एनएफटी आजकल सुर्खियों में क्यूं बना हुआ है और इसकी क्या खास बाते हैं। तो इस दिलचस्प जानकारी के लिए आर्टिकल को NFT क्या है? पूरा पढ़ें।
Table of Contents
एनएफटी NFT Full form, quick view
पूरा नाम | नॉन फंजिबल टोकन |
कब हुआ शुरू | शुरुआत साल 2014 से हुई है |
पहली एनएफटी किसने बेची | केविन मैककॉय एवं अनिल दास द्वारा |
उद्देश्य | एनएफटी डिजिटल एसेट्स की तरह काम करते हैं जिनसे वैल्यू जेनरेट किया जाता है |
खास बात | एनएफटी हमेशा ही यूनीक होते हैं |
एनएफटी (NFT) क्या है?
एनएफटी का मतलब नॉन फंगिबल टोकन होता है। इसकी शुरुआत साल 2014 से हुई है।जब भी कोई चीज डिजिटली इंटरनेट पर मौजूद होती है तो ये संभव है कि उसकी नकल या कॉपी भी इंटरनेट पर मौजूद हो। पर एनएफटी की एक खास बात है। एनएफटी हमेशा ही यूनीक होते हैं। उनके साथ एक यूनीक आईडी कोड जुड़ा होता है। अगर कोई व्यक्ति ये बोलता है कि उसके पास एनएफटी मौजूद है तो इसका मतलब ये है कि उसके पास एक यूनिक डिजिटल वर्क है जो दुनिया में और किसी के पास मौजूद नहीं है। ये एनएफटी डिजिटल एसेट्स की तरह काम करते हैं जिनसे वैल्यू जेनरेट किया जाता है। इसे दो लोग आपस में एक्सचेंज नही कर सकते। इससे जुड़ा हर टोकन यूनिक होता है। सामान्य भाषा में अगर एनएफटी को समझें तो जब आप ब्लॉक चेन पर किसी आर्ट वर्क के ओनरशिप के लिए रजिस्ट्रेशन ( पंजीकरण) करवा लेते हैं तो ये एनएफटी कहलाता है।
एनएफटी का महत्व
दोस्तों, अपने एसेट्स या क्रिएशन पर मालिकाना हक किसे पसंद नही होता है। मालिकाना हक आपके क्रिएशंस को यूनिक बनाते हैं और कोई दूसरा व्यक्ति उसे अपना नही बता सकता या उसकी कॉपी नहीं बना सकता है। अगर ब्लॉकचेन या डिजिटल वर्ल्ड में भी ये सुविधा मिले तो भला इससे कौन परहेज करेगा। एनएफटी का प्रयोग डिजिटल एसेट्स को यूनिक बनाता है और इसका मालिक केवल NFT क्या है? एक इंसान ही हो सकता है। एनएफटी कलाकारों के लिए एक बड़ी मदद से कम नहीं है। एनएफटी के जरिए उनके आर्टवर्क की यूनिकनेस और ओनरशिप हमेशा ही सुरक्षित रहती है। इसके अलावा गौर करने वाली बात ये है कि आर्टिस्ट अपने काम को एनएफटी के माध्यम से मोनेटाइज भी कर सकते हैं। एनएफटी को NFT क्या है? बेचनेवाले इंसान पर ये निर्भर करता है कि उसे पेमेंट किस प्रकार की करेंसी में चाहिए।
एनएफटी का इतिहास क्या है?
- एनएफटी यानि Non Fungible Token का अस्तित्व सर्वप्रथम मई 2014 में आया था।
- पहला एनएफटी केविन मैककॉय एवं अनिल दास द्वारा बनाया गया था।
- ये ईथेरियम ब्लॉकचेन तकनीक पर बेस्ड सिद्धांत पर काम करता है।
क्या बनाता है एनएफटी को यूनिक?
आपको बता दे कि दो एनएफटी कभी मेल नहीं खा सकते हैं। जब कोई भी इंसान एनएफटी को खरीदता है तो उसे एक सर्टिफिकेट भी मिलता है जो कि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से जुड़ा हुआ होता है। कोई भी व्यक्ति मीम, पेंटिंग, वीडियो, म्यूजिक एल्बम, गेम इत्यादि से जुड़े अपने क्रिएशंस को एनएफटी में बदल सकता है। यूनिक आई डी कोड होने के कारण एनएफटी से जुड़े फर्जी काम नही हो सकते हैं।
एनएफटी से कैसे कमाए पैसे?
- एनएफटी से पैसे कमाने के लिए कई पॉपुलर प्लेटफॉर्म्स मौजूद हैं। यहां आपको अपनी क्रिएशंस को स्टोर करना होगा। इसके बाद जब आपकी क्रिएशन सेल होगी तब आपको रॉयल्टी मिलेगी।
- बिटकॉइन कैश प्लेटफार्म, ethereum ब्लॉकचैन प्लेटफार्म फॉर एनएफटी जैसे प्लेटफार्म्स की मदद से कमाई की जा सकती है। हाल ही में लॉन्च हुए प्लेटफार्म जैसे कि Foundation, Rarible, Wazirx NFT आदि की मदद से भी पैसे कमाए जा सकते हैं।
- ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी मिंटिंग में मदद करती है। यहां मिंटिंग करने के लिए आपको कुछ फीस चुकानी होती है। इस स्टेप को करने के लिए एक क्रिप्टो एक्सचेंज अकाउंट की आवश्यकता होती है।
- क्रिप्टो एक्सचेंज अकाउंट बनाने के लिए बहुत सारे प्लेटफार्म मौजूद हैं जहां KYC एवं अन्य जानकारियों को देने के बाद अकाउंट वेरिफिकेशन होता है।
- वेरिफिकेशन के बाद एक वॉलेट की आवश्यकता होगी। ये वॉलेट ट्रस्ट वॉलेट या मेटा मास्क वॉलेट होता है।इस वॉलेट में कुछ अमाउंट होता है।
- जब आप ethereum प्लेटफार्म से जुड़ जाएंगे तो अपनी कृति पर मालिकाना अधिकार पाने के लिए डिजिटल साइन करना होता है।
- एनएफटी से पैसे कमाने के लिए एक बात का ध्यान रखना जरूरी है कि आप जब अपने क्रिएशंस NFT क्या है? को मोनेटाइज करने का सोचे तो ध्यान रखें कि उस वक्त कौनसी चीज या आर्ट ट्रेंड कर रहा है। ट्रेंड्स को ध्यान में रख कर क्रिएशंस बनाने पर मोनेटाइजेशन के चांसेज बढ़ जाते हैं और आपको इससे फायदा मिलता है।
एनएफटी और बिटकॉइन कैसे हैं अलग?
दो बिटकॉइन एक्सचेंज किए जा सकते हैं क्यूंकि इनकी कीमत एक जैसी होगी,जबकि एनएफटी के केस में ऐसा नहीं हो सकता। एनएफटी से जुड़ा टोकन यूनिक होता है। दो एनएफटी को एक दूसरे से एक्सचेंज नहीं कर सकते हैं। ऐसा कहा जा सकता है कि बिटकॉइन अगर एक डिजिटल एसेट है तो एनएफटी एक यूनिक डिजिटल एसेट है। एनएफटी में क्रिएशन या एसेट के ऊपर स्वामित्व स्थापित किया जा सकता है।
एनएफटी और क्रिप्टो करेंसी कैसे हैं अलग?
एनएफटी और क्रिप्टो करेंसी में भिन्नता होती है। आपको बता दे कि जहां एनएफटी डिजिटल एसेट्स के तौर पर देखे जा सकते हैं वहीं क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल करेंसी है। इस तरह की करेंसी को पेमेंट से जुड़े कामों में प्रयोग में लाया जाता है जबकि एनएफटी किसी को प्रोडक्ट ओनरशिप दिलवाने के विचार से बनाया जाता है।
क्यों है एनएफटी चर्चा में?
एनएफटी की शुरुआत भले ही 2014 में हुई हो पर आजकल ये चर्चा का विषय बना हुआ है। चलिए आपको एनएफटी से जुड़े कुछ ऐसे उदाहरण बताते हैं जिन्होंने एनएफटी को लाइमलाइट में ला दिया है:
- डिजिटल आर्टिस्ट माइकल विंकलमैन ने अपनी एक एनएफटी को 69.3 मिलियन डॉलर्स में बेच दिया था।
- ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोरसे का पहला ट्वीट एनएफटी के रूप में 2.9 मिलियन डॉलर्स में बेचा था।
- वीडियो गेम सुपर मारियो से संबंधित एक कार्टरिज 11.58 करोड़ में बिक गया था।
- साल 2015 में आया एक मीम 38 लाख रुपए में बिका था।
भारत में एनएफटी
बात भारत में एनएफटी के प्रचलित होने की करें तो धीरे धीरे ये भारतीयों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। उदाहरणस्वरूप, भारतीय मूल के नागरिक विग्नेश सुंदरेशन ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी से संबंधित बिजनेस करते हैं और डिजिटल आर्टिस्ट माइकल विंकलमैन की एक पेंटिंग को इन्होंने 69.3 मिलियन डॉलर में खरीदा था।माना जा रहा कि फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन भी एनएफटी को लॉन्च करने की तैयारी में हैं। बताया गया है कि उनकी एनएफटी में अमिताभ के ऑटोग्राफ वाले पोस्टर्स शामिल रहेंगे। इनके अलावा अभिनेता सलमान खान, क्रिकेटर दिनेश कार्तिक ने भी एनएफटी बनाने की पहल की है। ऐसी खबर भी है कि भारत में एनएफटी को लोगों तक पहुंचाने वाली पहली कंपनी क्रिप्टो एक्सचेंज बनेगी।
NFT क्या है? आसान भाषा में समझिए कैसे लोग एनएफटी से कमा रहे करोड़ों! What is NFT in Hindi?
NFT क्या है? (What is NFT in Hindi): आजकल निवेश की दुनिया में NFT चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग NFT के जरिये लाखो और करोड़ों रुपये कमा रहे है। इसलिए आम निवेशक भी NFT के बारे में जानना चाहते है आखिर एनएफटी क्या है? और दुनिया भर लोग कैसे एनएफटी का इस्तेमाल करके खूब पैसा कमा रहे है। आज हम आपके इन सभी सवालो के जबाब देने की कोशिश करेंगे और आपको बताएँगे NFT की पूरी जानकारी।
NFT क्या है?
NFT का पूरा नाम नॉन फंजिबल टोकन (Non Fungible Token) है। NFT वे डिजिटल असेट होते हैं जिन्हें किसी दूसरी चीज के साथ बदल नहीं सकते। नॉन फंजिबल एक यूनीक टोकन होता है जिसकी मदद से आप अपने ओरिजनल आर्टवर्क को ओरिजनल कर सकते। NFT का इस्तेमाल कर कोई भी आर्टिस्ट अपने डिजिटल एसेट्स की कॉपी को ओरिजिनल करार दे सकता है और उसकी जीवन भर रॉयलिटी ले सकता है।
एनएफटी के जरिये लोग अपने डिजिटल असेट्स जैसे डिजिटल आर्ट, म्यूजिक, फिल्म, गेम्स, डिजिटल बुक या किसी भी तरह के डिजिटल कंटेंट का एक Non Fungible Token जेनरेट कर उसे ओरिजिनल करा लेते है। NFT ऐसे यूनिक आर्ट पीस होते हैं जिनका हर टोकन अपने आप में यूनिक होता है।
NFT की पूरी जानकारी
मौजूदा समय में NFT सबसे चर्चित विषय है। NFT का इस्तेमाल तेजी से डिजिटल आर्ट और डिजिटली मौजूद चीजों के लिए हो रहा है। NFT का इस्तेमाल कर कोई भी व्यक्ति अपने डिजिटल काम की एक कॉपी को ओरिजिनल करा सकता है। और अपने इस यूनिक वर्क की इस ओरिजिनल कॉपी को लाखों और करोडो में बेंच सकता है। आज हम जानेंगे की आखिर NFT क्या है? NFT का अर्थ क्या है? NFT कैसे कार्य करता है सहित NFT की पूरी जानकारी।
एनएफटी का अर्थ (What is NFT in Hindi)
एनएफटी का फुल फॉर्म है नॉन फंजिबल टोकन (Non Fungible Token) है। यहाँ फंजिबल का अर्थ होता है इंटरचेंजेबल। मतलब दो चीजों का आपस में बदलाव। आउट नॉन का अर्थ है नहीं। अर्थात नान फंजिबल का मतलब हुआ जो इंटरचेंज न किया जा सके। इसका मतलब साफ़ है की NFT किसी भी डिजिटल असेट्स की ओरिजिनल कॉपी होती है जो सिर्फ एक ही है। इसलिए यदि कोई व्यक्ति अपने डिजिटल वर्क की NFT करता है तो वह उसकी एक ओरिजिनल कॉपी बन जाती है। जिसे वह कभी भी नीलाम कर अच्छे पैसे बना सकता है।
NFT कैसे कार्य करता है?
किसी भी डिजिटल कार्य की कई कॉपी बन सकती है। उदहारण के लिए अगर आप कोई ट्वीट करते है तो उसकी अनलिमिटेड कॉपी बन सकती है। लेकिन NFT का इस्तेमाल कर आप अपने ट्वीट की एक कॉपी को ओरिजिनल बना सकते है। और यदि आगे कोई भी आपके ट्वीट को कॉपी करता है तो आप उससे रॉयलिटी भी ले सकते है। आपको बता दें की बीपल नाम के आर्टिस्ट के कोलाज की “Everydays – The First 5000 Days” की लाखों कॉपीज में से एक ओरिजिनल कॉपी नीलामी के दौरान 517 करोड़ रुपये में बिकी थी। आप भी Non Fungible Token (NFT) के जरिये करोडो कमा सकते है।
एनएफटी के इस्तेमाल का तरीका!
एनएफटी आर्टिस्ट खास तौर पर कंटेंट क्रिएटर्स को अपने कीमती कंटेंट और आर्ट को बेचने के लिए एक बड़ा प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराता है। अगर आपके पास यूनीक और कीमती चीजों है और आप उसे बेचना चाहते हैं तो उसकी नीलामी के लिए आपको कही जाने की जरूरत नहीं है। आप उसे एनएफटी के तौर पर नीलाम कर सकते हैं।
इसका एक बड़ा फायदा ये है कि अगर इस NFT को कहीं और बेचा गया तो उस पर उसके ओरिजिनल आर्टिस्ट को रॉयल्टी भी मिलती है। अगर हम फिजिकल वर्ड में बात करें तो यह विल्कुल कॉपीराइट के तरह कार्य करता है। ठीक वैसे ही आपको भी रॉयल्टी मिलेगी जैसे कॉपीराइट वाले गाने, म्यूजिक, किताब आदि की बिक्री से किताब के लेखक को रॉयल्टी मिलती है।
एनएफटी को कहां बेचें?
एनएफटी को बेचने के लिए कई प्लेटफॉर्म मौजूद हैं। जैसे क्रिप्टोकरेंसी को बेचने और खरीदने के लिए क्रिप्टो एक्सचेंज होने है वैसे ही एनएफटी को बेचने के आज लिए कई प्लेटफॉर्म मौजूद हैं। एनएफटी को निम्नलिखित जगहों पर बेचा जा सकता है। अगर आप अपनी एनएफटी के लिए अधिक कीमत चाहते है तो उसे प्रमोट जरूर करें। जिससे नीलामी में अधिक से अधिक कीमत पाने की संभावना बढ़ जाती है।
एनएफटी को बेचने का तरीका
अगर आप अपने कंटेंट को NFT के जरिये बेचना चाहते है तो आपको NFT के प्लेटफॉर्म पर आपको एक वॉलेट बनाना होगा और उसमें इथेरियम क्रिप्टोकरंसी रखनी होगी। आपको बता दें की एनएफटी प्लेटफॉर्म इथेरियम पर आधारित है। इसलिए NFT के ट्रांजेक्शन फीस के लिए आपके वॉलेट में कुछ इथेरियम होना अनिवार्य है। अब आपको जो एसेट्स बेचनी है उसे एनएफटी मार्केटप्लेट पर डालना होगा। आपके कंटेंट का अधिकतम साइज 100 एमबी तक सिमित है।
What is NFT in Hindi?
ट्विटर के पूर्व सीईओ ने NFT से कमाए 17 करोड़!
ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी ने अपना एक ट्वीट एनएफटी (NFT) के तौर पर नीलाम किया था। आपको बता दें कि Jack Dorsey का Tweet एनएफटी (NFT) के तौर पर 24 लाख डॉलर यानी कुल 17 करोड़ रुपये में बिका था।
अमिताभ बच्चन ने NFT से कमाए 7.18 करोड़!
बॉलीवुड के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन ने भी एनएफटी के जरिये करोड़ों रुपये कमाए। अमिताभ बच्चन ने अपने एनएफटी कलेक्शन से 7.18 करोड़ रुपये कमाए। आपको बता दें कि अमिताभ बच्चन की NFT में मधुशाला की प्रति, साइन वाले पोस्टर और कुछ अन्य चीजें शामिल थीं।
NFT में धोखाधड़ी और हैकिंग असंभव!
एनएफटी सभी क्रिप्टोकरेंसी की तरह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित है। इसे थर्ड पार्टी की मदद के बिना ऑनलाइन क्रिएट किया और रखा जा सकता है। आपको बता दें की ब्लॉकचेन एक ऐसा डेटाबेस है जहां जानकारी/सूचना ब्लॉक्स के सेट में स्टोर रहती है और ये ब्लॉक्स आपस में एक चेन के जरिए जुड़े रहते हैं। ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में हुए ट्रांजेक्शन के डेटा को कोई भी व्यक्ति कंट्रोल नहीं कर सकता। क्योकि इसकी जानकारी एक जगह नहीं कई कंप्यूटर्स में सेव रहती है। इसलिए इसे हैक करना या सिस्टम के साथ धोखाधड़ी करना असंभव होता है।
FAQs: NFT क्या है?
Q: NFT का फुल फॉर्म क्या है?
Ans: NFT NFT क्या है? का फुल फॉर्म “नॉन फंजिबल टोकन” है। The full form of NFT is “Non Fungible Token”.
Q: NFT और cryptocurrency में क्या अंतर है?
Ans: cryptocurrency एक फंजिबल टोकन है अर्थात इसका विनिमय किया जा सकता है। अर्थात अगर आपके पास एक क्रिप्टोकरंसी है तो आप उसे भी दूसरी क्रिप्टोकरंसी से बदल सकते NFT क्या है? NFT क्या है? हैं। वही NFT का विनिमेय संभव नहीं है।
Q: NFT किस टेक्नोलॉजी पर आधारित है?
Ans: NFT क्रिप्टोकरेंसी की तरह ही ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित होती है। जिन्हें थर्ड पार्टी की मदद के बिना भी ऑनलाइन क्रिएट किया जा सकता है।
Q: NFT के अविष्कारक कौन है?
Ans: NFT के अविष्कारक की कोई जानकारी मौजूद नहीं है। लेकिन इंटरनेट पर मौजूद जानकारी के अनुसार NFT का पहली बार इस्तेमाल Anil Dash and Kevin McCoy ने किया था।
Q: नॉन फंजीबल असेट मतलब क्या है?
Ans: नॉन फंजीबल असेट ऐसे डिजिटल असेट होते हैं जिन्हें किसी दूसरी चीज के साथ बदल नहीं सकते।
NFT क्या है और कैसे काम करता है?
इंटरनेट पर किसी भी डिजिटल वस्तु को खरीदने एवं बेचने के लिए एक ऐसे सिस्टम का उपयोग किया जाता है जो यह साबित करता है कि डिजिटल वस्तु का असली मालिक कौन है या यह डिजिटल वस्तु किसके नाम पर है, इस सिस्टम को NFT कहते हैं। इस लेख के माध्यम से आप NFT क्या है? जानेंगे कि NFT क्या हैं? और NFTs कैसे बनाते हैं।
Table of contents
NFT क्या है? (What is an NFT)
NFT का पूरा नाम Non-Fungible Token हैं। इसमें Non-fungible का मतलब एक ऐसी डिजिटल वस्तु है जो दूसरों से बिल्कुल अनोखा(unique) हैं, इसके अलावा एक ऐसी डिजिटल वस्तु जिसे दूसरे डिजिटल वस्तु के साथ एक्सचेंज नहीं किया जा सकता जैसे कि मोनालिसा की पेंटिंग, किसी का डिजिटल फोटो या फिर कोई ओरिजिनल डिजिटल वस्तु। आसान शब्दों में कहें तो ऐसी चीजें जिसको एक्सचेंज या रिप्लेस नहीं किया जा सकता हैं।
Token का मतलब Proof हैं जिस प्रकार घर के रजिस्ट्री के कागजात यह साबित करते हैं कि घर आपका है, उसी प्रकार डिजिटल चीजों के भी डिजिटल कागजात होते हैं जिसे Token कहते हैं। Token यह साबित करते हैं कि यह डिजिटल वस्तु किसके नाम पर है या फिर इस डिजिटल वस्तु को किसने खरीदा हैं।
NFTs Blockchain पर आधारित है, Blockchain को पब्लिक कंट्रोल करती है इसमें डिजिटल ट्रांजैक्शन की हिस्ट्री मौजूद होती हैं। Non-Fungible Token के मदद से इंटरनेट पर किसी भी प्रकार का डिजिटल वस्तु खरीदा और बेचा जाता है इसके अलावा डिजिटल वस्तु की लेनदेन भी की जाती हैं, NFT को proof of ownership कहते हैं। NFTs कुछ भी हो सकती हैं जैसे कि photos, videos, artwork, panting, song, इत्यादि। ज्यादातर NFTs को क्रिप्टोकरेंसी के जरिए खरीदा और बेचा जाता हैं।
NFTs कैसे बनाएं जाते हैं? (How are NFTs made?)
ब्लॉकचेन की मदद से किसी भी फाइल या डाटा जैसे photos, videos, games, memes, artwork को असाइन करके NFT में परिवर्तित किया जाता हैं। बहुत सारे ऐसे सॉफ्टवेयर्स और वेबसाइट मौजूद है जिनकी मदद से किसी भी डिजिटल सामान को NFT में परिवर्तित किया जा सकता हैं।
ज्यादातर आर्टिस्ट एवं एक्टर्स एनएफटी का उपयोग करते हैं, वे अपने कीमती डिजिटल आर्टवर्क को NFT के द्वारा नीलाम करते हैं, लेकिन आप भी किसी भी डिजिटल डाटा को एनएफटी में कन्वर्ट कर सकते हैं, कन्वर्ट करने के बाद आप एनएफटी को बेच भी सकते हैं और अगर आपको किसी की एनएफटी खरीदनी है तो आप क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से दूसरों की एनएफटी भी खरीद सकते हैं।
NFT कैसे कार्य करता हैं? (How does NFT work?)
Non-Fungible Token ब्लॉकचेन तकनीक पर कार्य करता है, एनएफटी को एथेरियम क्रिप्टो करेंसी के द्वारा खरीदा और बेचा जाता हैं। अगर किसी व्यक्ति को किसी का NFT खरीदना है तो उसके पास एथेरियम करंसी होना बहुत जरूरी है ऐसा इसलिए क्योंकि Non-Fungible Token को सिर्फ एथेरियम क्रिप्टो करेंसी के जरिए ही खरीदा जा सकता है।
NFT कहाँ से खरीदें? (Where to buy NFTs?)
NFT खरीदने के लिए सबसे पहले आपके पास एथेरियम क्रिप्टो करेंसी होना बहुत जरूरी है, अगर आपके पास एथेरियम नहीं है तो आप सबसे पहले किसी एप या वेबसाइट से एथेरियम करेंसी खरीद ले, इसके बाद आप किसी कंपनी के द्वारा Non-Fungible Token खरीद सकते हैं और खरीद कर बेच भी सकते हैं
हमने सबसे अच्छे NFTs खरीदने एवं बेचने वाली कंपनी की सूची तैयार की है जिनके माध्यम से आप एनएफटी खरीद सकते हैं।
- SuperRare
- The Sandbox
- Valuables
- Opensea.io
- Rarible
- Axie Infinity
- Decentraland
- Venly
- Zeptagram
- Zora
- NBA Top Shot
- GROW.HOUSE
- MakersPlace
- Mintable
- Sorare
- Nifty Gateway
- Foundation
NFT का भविष्य (The Feature of NFT)
पूरी दुनिया में NFT का शोर मचा हुआ है, साल 2020 में NFTs की बिक्री 100 मिलियन डॉलर से भी ज्यादा की थी। समय के साथ NFTs की मांग बहुत तेजी से बढ़ रही है, बड़े-बड़े इन्वेस्टर्स एनएफटी पर इन्वेस्ट कर रहे हैं। जिस तरह पिछले कुछ सालों में बिटकॉइन ने पूरी दुनिया में शोर मचाया उसी तरह NFT भी लोगों में तेजी से प्रचलित हो रही हैं।
पिछले कुछ समय से क्रिप्टो करेंसी को लेकर भारत देश में बहुत सारे विवाद उत्पन्न हुए हैं, इसलिए इसका असर NFTs पर भी पड़ सकता है, भारत में क्रिप्टो करेंसी ट्रांजैक्शन पर 30% का टैक्स भी लगा दिया गया हैं इसलिए एनएफटी को लेकर कुछ कहा तो नहीं जा सकता हैं, लेकिन पूरी दुनिया में एनएफटी पीक पर हैं। ऐसा बताया जाता है कि कोरोना काल के चलते NFT ज्यादा प्रचलित हुआ, केस स्टडी के तहत कहा जाए तो NFTs का भविष्य उज्जवल हो सकता हैं।
NFT की विशेषताएं (Features of NFTs)
अधिकांश एनएफटी को छोटे मूल्यवर्ग में विभाजित नहीं किया जा सकता है, आप एनएफटी के एक अंश को खरीद या स्थानांतरित नहीं कर सकते। इसके दूसरे विशेषताएं निम्न है।
- प्रत्येक NFT की एक अनूठी संपत्ति होती है जो आमतौर पर टोकन मेटाडेटा में संग्रहीत होती हैं।
- NFT को ब्लॉकचेन नेटवर्क में स्टोर किया जाता है।
- NFT को पब्लिक कंट्रोल करती हैं।
- NFTs को एथेरियम करेंसी के द्वारा खरीदा और बेचा जा सकता हैं।
- NFTs की कीमत का कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है, यह ₹1 से लेकर 1 अरब रुपए तक का हो सकता हैं।
सबसे महंगा NFT (Most Expensive NFTs)
साल 2021 में `द मर्ज` NFT को 9 करोड़ 18 लाख डॉलर में बेचा गया था, यह अब तक की सबसे महंगी एनएफटी डिल में से एक हैं इसके अलावा `एवरीडेज द फर्स्ट 5000 डेज` आर्ट वर्क को 503 करोड रुपए में बेचा गया था। पूरी दुनिया में ऐसे बहुत सारे आर्ट वर्क है जिन्हें एनएफटी के द्वारा खरीदा और बेचा जाता हैं।
आप भी पसंद के अनुसार एवं कीमत के अनुसार एनएफटी खरीद सकते हैं और उस एनएफटी को बेच भी सकते हैं, यही नहीं आप खुद से NFT बनाकर बेच भी सकते हैं, NFT बनाना बहुत आसान हैं।
NFT का इतिहास (History of NFT)
October 2015 में NFT सिस्टम को बनाया गया था और इसके 3 महीने बाद Ethereum blockchain को लॉन्च किया गया। NFT सिस्टम बनने के बाद लोग इसका ज्यादा उपयोग नहीं करते थे लेकिन जब 2020 में कोरोना लॉकडाउन लगा तब स्मार्टफोन का जोरो सोरो से उपयोग होने लगा इसके चलते एनएफटी का भी ज्यादा उपयोग होने लगा, एनएफटी लोगों के सामने आने लगी और यह बेहद प्रचलित होने लगी।
कोरोना काल के वजह से ही एनएफटी और बिटकॉइन के बारे में लोगों को जानने मिला, एनएफटी इतना पॉपुलर हुआ कि बहुत सारे इन्वेस्टर्स इस पर इन्वेस्ट करने लगे और लोकप्रिय एनएफटी खरीदने लगे ताकि आगे चलकर उन्हें मुनाफा हो सके। साल 2015 से लेकर 2022 तक एनएफटी के द्वारा करोड़ों के लेनदेन हुए, कुछ लोगों ने तो खुद की एनएफटी बना कर लाखों, करोड़ों रुपए कमाए।
कुछ महत्वपूर्ण बातें
उम्मीद है कि अब आपको NFT क्या है और एनएफटी कैसे खरीदे जाते हैं अच्छी तरह से समझ आ गया होगा, Non-Fungible Token को आप खरीद कर रख सकते हैं NFT क्या है? और भविष्य में इसे बेचकर अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं। एनएफटी खरीद कर लेनदेन करने के लिए एथेरियम क्रिप्टो करेंसी का होना बहुत जरूरी है, अगर आपके पास एथेरियम क्रिप्टोकरंसी नहीं है तो आप एनएफटी नहीं खरीद सकते हैं, लेकिन यह संभव है कि भविष्य में दूसरे करेंसी के जरिए एनएफटी को खरीदा जा सकता हैं।