क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास

क्रिप्टो इतिहास की सबसे बड़ी चोरियों में से एक : हैकरों ने 600 मिलियन डॉलर की डिजिटल करेंसी पर हाथ किया साफ
रोनिन ने चोरी का खुलासा करते हुए एक पोस्ट में कहा कि अधिकांश हैक किए गए फंड अब भी हैकर के वॉलेट में हैं.
हैकर्स ने 600 मिलियन डालर के क्रिप्टोकरेंसी पर हाथ किया साफ
क्रिप्टोकरेंसीज (cryptocurrency) को लेकर भारत सहित पूरी दुनिया में क्रेज बढ़ता जा रहा है. इस वजह से हैकर्स इसमें सेंधमारी की अक्सर कोशिश करते हुए दिखाई देते हैं. मंगलवार को हैकर्स ने 600 मिलियन डॉलर से अधिक मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी चुरा ली. इसके लिए हैकर्स ने एक लोकप्रिय ऑनलाइन गेम एक्सी इन्फिनिटी (Axie Infinity) के प्लेयर्स द्वारा उपयोग किए जाने वाले डिजिटल लेजर की मदद ली. रोनिन नेटवर्क (Ronin Network) ने कहा कि 173,600 ether और 25.5 मिलियन मूल्य की स्टेबल क्वाइन को अपना टार्गेट बनाया. 23 मार्च को चोरी होने पर इसकी कीमत 545 मिलियन डॉलर थी, लेकिन मंगलवार की कीमतों के आधार पर इसकी कीमत लगभग 615 मिलियन डॉलर हो गई. इसे क्रिप्टो के इतिहास में दुनिया की चोरी की बड़ी घटनाओं में से एक माना जा रहा है.
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रोनिन ने चोरी का खुलासा करते हुए एक पोस्ट में कहा कि अधिकांश हैक किए गए फंड अब भी हैकर के वॉलेट में हैं. उन्होंने कहा कि हैकर्स ने डिजिटल फंड निकालने के लिए 'प्राइवेट की' की मदद ली है. रोनिन ने कहा कि हम जानते हैं कि ट्रस्ट अर्जित करने की आवश्यकता है. भविष्य में ऐसी चीजें न हो, हम हर कोशिश कर रहे हैं. हम यह सुनिश्चित करने के लिए कानून प्रवर्तन अधिकारियों, फोरेंसिक क्रिप्टोग्राफरों (forensic cryptographer) और अपने निवेशकों के साथ काम कर रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यूजर्स को फंड की कोई नुकसान न हो.
Axie Infinity में बैटल के दौरान प्लेयर्स कलरफूल ब्लॉब Axies का उपयोग करते हैं. इस दौरान "Smooth Love Potion (SLPs)" के तौर पर कई रिवार्ड मिलते हैं. इन्हें क्रिप्टोकरेंसी या नकदी के लिए एक्सचेंज किया जा सकता है. गेम खेलने के लिए प्लेयर्स को सबसे पहले कम से कम तीन एक्सिस खरीदने होंगे. एक Axie एक एनएफटी है.
क्रिप्टोकरेंसी की अब तक की सबसे बड़ी चोरी, हैकर्स ने उड़ाए 4,465 करोड़ रुपए
बिजनेस डेस्कः बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसीज के बारे में भारत समेत पूरा दुनिया में इसका क्रेज बढ़ रहा है, लेकिन अब हैकर्स की इस पर बुरी नजर पड़ गई है। मिली जानकारी के अनुसार, हैकर्स ने 60 करोड़ डॉलर यानी करीब 4,465 करोड़ रुपए की क्रिप्टोकरेंसीज चुराई गई है। इसे क्रिप्टोकरेंसीज की अब तक की सबसे बड़ी चोरी माना जा रहा है। चोरी की गई क्रिप्टोकरेंसीज में ईथर (Ether) और दूसरी डिजिटल करेंसीज शामिल हैं।
अलग-अलग ब्लॉकचेंस को जोड़ने वाली कंपनी पॉली नेटवर्क (Poly Network) ने मंगलवार को ट्विटर पर जानकारी दी कि कुछ हैकरों ने उसकी सिक्योरिटी में सेंध लगाई है और रिकॉर्ड मात्रा में क्रिप्टोकरेंसी उड़ा ली है। कंपनी ने बताया कि हैकरों ने उसके नेटवर्क पर अटैक किया क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास और फिर बड़ी मात्रा में क्रिप्टोकरेंसीज को अपने अकाउंट्स में ट्रांसफर कर दिया।
इतिहास की सबसे बड़ी चोरी
कंपनी ने साथ ही हैकरों की ओर से इस्तेमाल किए गए ऑनलाइन एड्रेस भी शेयर किए। उसने इस हैकिंग से प्रभावित ब्लॉकचेंस और क्रिप्टो एक्सचेंजेज को इन एड्रेसेज से आ रहे टोकंस को ब्लैकलिस्ट करने को कहा है। पॉली नेटवर्क ने साथ ही हैकरों से भी चुराई गई क्रिप्टोकरेंसीज वापस करने की अपील की है। कंपनी ने कहा कि जो अमाउंट आपने हैक की है, वह इतिहास की सबसे बड़ी चोरी है। जो पैसे आपने चुराए हैं, वो क्रिप्टो कम्युनिटी के हजारों सदस्यों के हैं।
माना जा रहा है कि इस चोरी में सबसे ज्यादा प्रभावित दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ethereum हुई है। हैकर्स ने 27.3 करोड़ डॉलर के Ethereum पर हाथ साथ किया है। साथ ही उन्होंने पॉली नेटवर्क से 25.3 करोड़ डॉलर के Binance Smart Chain को भी अपने अकाउंट्स में ट्रांसफर किया। लगभग 3.3 करोड़ डॉलर की Tether कॉइन भी चोरों ने उड़ा ली थी लेकिन अटैक का पता चलते ही इसे इशूअर ने इसे फ्रीज कर दिया है।
3 अकाउंट में ट्रांसफर किया पैसा
हैकर्स ने करेंसीज चुराने के बाद इन्हें क्रिप्टोकरेंसी एड्रेसेज में भेजना शुरू कर दिया था। सिक्योरिटी कंपनी SlowMist के मुताबिक कुल 61 करोड़ डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी को 3 अलग-अलग एड्रेसेज में ट्रांसफर किया गया। ये अब तक की सबसे बड़ी चोरी डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस या DeFi स्पेस में हुई है। Poly Network एक प्लेटफॉर्म है जो यूजर्स को क्रिप्टो टोकन्स एक्सचेंज करने की परमिशन देता है।
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13 साल का हुआ बिटकॉइन, निवेशकों के 1000 रुपये को बना दिया 76.4 करोड़
Bitcoin Price- दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) किशोर अवस्था में प्रवेश करने वाली पहली क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) बन गई है। बिटकॉइन ने 13 साल पुरे कर लिए.
Bitcoin Price- दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) किशोर अवस्था में प्रवेश करने वाली पहली क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) बन गई है। बिटकॉइन ने 13 साल पुरे कर लिए हैं। हालांकि, बिटकॉइन का श्वेतपत्र सातोशी नाकामोतो द्वारा 28 अक्टूबर, 2008 को जारी किया गया था, लेकिन मिंट डेट 3 जनवरी, 2009 है, इसीलिए लोग 3 जनवरी को ही इसका बर्थडे मानते हैं। Mudrex के सीईओ और सह-संस्थापक एडुल पटेल (Edul Patel) ने कहा कि दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन (blockchain) के उदय के पीछे बिटकॉइन की अहम भूमिका रही है।
पहला ट्रांजैक्शन मई 2009 में हुआ था
बता दें कि बिटकॉइन के क्रिएटर नाकामोतो ने 3 जनवरी को बिटकॉइन का ऑरिजिनल ब्लॉक रिलीज किया था, जिसे वर्तमान में जेनेसिस ब्लॉक (Genesis Block) के नाम से जाना जाता है। इसमें पहली 50 बिटकॉइन थीं। इंडिया ब्लॉकचैन एलायंस के संस्थापक राज ए कपूर के मुताबिक, इसका पहला ट्रांजैक्शन मई 2009 में हुआ था।
रोमांचक रहा 13 साल का सफर
बिटकॉइन की 13 साल की यात्रा बेहद उतार-चढ़ाव वाला रहा। बिटकॉइन को लेकर कुछ मजबूत कट्टर आलोचक रहे तो कुछ सपोर्टर। कुल मिलकर बिटकॉइन के लिए यहां तक का सफर बेहद रोमांचक रहा। यह करेंसी आज भी यह अपने वजूद के लिए संघर्ष कर रही है। हालांकि, बिटकॉइन के प्रति निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है।
निवेशकों को 76.43 करोड़ रुपये का फायदा
शुरुआत से लेकर अब तक बिटकॉइन ने कितना रिटर्न दिया इसे कैलकुलेट करना थोड़ा मुश्किल है, क्योंकि उस समय जब इसे पेश किया गया था तब इसकी कीमत शून्य थी। जुलाई 2010 में, इसकी कीमत $0.क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास 09 हो गई और नवंबर 2021 में यह 68,790 डॉलर के ऑल टाइम हाई पर पहुंच क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास गई थी। बिटकॉइन ने पिछले 13 साल में अपने निवेशकों को भारी भरकम रिटर्न दिया है। इसने क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास अपने रजिस्टर लो से ऑल टाइम हाई तक 7,64,33,233 का अविश्वसनीय रिटर्न दिया है। यानी शुरुआत में किसी निवेशक ने इसमें 1000 रुपये का निवेश किया होता तो नवंबर 2021 में यह रकम 76.43 करोड़ रुपये बन जाती।
Bitcoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाने वालों के लिए आई सबसे बड़ी खबर, इन बातों को नहीं मान रहा है RBI, जल्द आएंगे नए नियम
cryptocurrency Latest News: क्रिप्टोकरेंसी में अगर आप पैसा लगाते है तो ये खबर बेहद महत्वपूर्ण है. क्योंकि RBI ने क्रिप्टोकरेंसी को एसेट मानने से इनकार कर दिया है.
भारत में क्रिप्टोकरेंसी कानूनी तौर पर मान्यता प्राप्त नहीं है. लेकिन ये गैरकानूनी भी नहीं है. लेकिन इसमें पैसा लगाने वालों के हितों का खयाल रखने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. सरकार इसके लिए फ्रेमवर्क तैयार कर रही है. आपको बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी होती है. इसका कोई रेगुलेटर नहीं और कोई क्रिप्टोकरेंसी को कंट्रोल नहीं करता. यानी बाकी किसी मुद्रा की तरह कोई सरकार इसे संचालित नहीं करती. इसके प्रयोग के लिए क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल किया जाता है. साल 2009 में शुरू होने के बाद क्रिप्टो की कीमत अब आसमान को पार कर रही है.
इसकी शुरुआत साल 2008 के फाइनेंशियल क्राइसिस से होती है. जब लोगों का बैंकिंग सिस्टम से भरोसा उठ गया था. साल 2009 में एक जापानी वैज्ञानिक सतोषी नाकामोतो ने बिटकॉइन का अविष्कार किया.
तब किसी को कुछ पता नहीं था कि आखिर ये क्या बला है. तब इसे क्रिप्टो करेंसी कहा गया. क्रिप्टो यानी ग्रीक भाषा में सीक्रेट यानी गुप्त मुद्रा.
बिटकॉइन ऐसी करेंसी है जो सिर्फ़ डिजिटल फ़ॉर्म में होती है. इससे आप वो सब काम कर सकते हैं, जो नॉर्मल करेंसी से करते हैं.
जैसे Phonepe और Paytm के वॉलेट से आपने लेनदेन कर लिया. शॉपिंग कर ली. लेकिन कुछ ऐसी चीजें है जो इसे आपकी जेब में रखें नोट के बराबर नहीं खड़ी होने देती है.जी हां, इस पर किसी सरकार का कोई कंट्रोल नहीं है. जिसके पास है सिर्फ़ वही इसका इस्तेमाल कर सकता है.
अब क्या हुआ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी की परिभाषा पर RBI, SEBI में सहमति नहीं बनी है. क्रिप्टोकरेंसी को RBI एसेट मानने को तैयार नहीं है. दरअसल, सरकार चाहती है कि क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाने वालों के लिए रेग्युलेशन बनने चाहिए. इसीलिए फ्रेमवर्क पर काम चल रहा है. आपको क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास बता दें कि RBI और SEBI मिलकर क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े नियम तैयार कर रहे है.
डिजिटल एसेट मैनेजमेंट फर्म CoinShares’ weekly के मुताबिक अमेरिकी मार्केट रेगुलेटर यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन यानी SEC की क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास ओर से बिटक्वाइन ईटीएफ को मंजूरी देने के बाद इसके दाम तेजी से बढ़े. इसी वजह से क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास क्रिप्टोकरेंसी के एयूएम में बढ़ोतरी हुई है.
पिछले सप्ताह क्रिप्टोकरेंसी में जितना निवेश हुआ उसमें 99 फीसदी हिस्सेदारी अकेले बिटक्वाइन (Bitcoin) की थी. बिटक्वाइन में निवेश 1.45 अरब डॉलर का हुआ.
इसके अलावा Solano,Cardano और Binance में भी निवेशकों ने जम कर निवेश किया. इनमें क्रमश: 8.1, 5.3 और 1.8 मिलियन डॉलर का निवेश हुआ.
Litecoin, Polkadot,Ripple और Bitcoin Cash में निवेश बढ़ा, जबकि Etherium में निवेशकों ने निवेश घटाया. इससे लगातार तीसरे सप्ताह निवेशकों ने फंड निकाला.