Bitcoin का इस्तेमाल क्या है

बिटकॉइन क्या है किसने बनाया और कैसे खरीदें | Bitcoin In Hindi
Bitcoin Kya Hai In Hindi: बिटकॉइन का नाम तो आप लोगों ने जरुर सुना होगा, क्योंकि आज के समय में यह Crptocurrency बहुत चर्चा में है इसलिए सभी लोग बिटकॉइन के बारे में जानना चाहते हैं. बिटकॉइन या टेक्नोलॉजी में रूचि रखने वाले लोग अक्सर इंटरनेट पर सर्च करते हैं कि Bitcoin क्या होता है.
अगर आपको भी बिटकॉइन के बारे में जानना है तो यह लेख आपके लिए ही है. हमने इस लेख के द्वारा कोशिस की है कि आपको बिटकॉइन के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करा सकें.
इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि Bitcoin क्या है इन हिंदी, बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया, बिटकॉइन का उपयोग कहाँ किया जाता है, आप कैसे एक बिटकॉइन खरीद सकते हैं, बिटकॉइन के फायदे और नुकसान क्या हैं और क्या भारत में बिटकॉइन लीगल है.
हमें पूरी उम्मीद है कि इस लेख में आपके बिटकॉइन से सम्बंधित अनेक सारे Confusion दूर हो जायेंगे, लेकिन उसके लिए आपको इस लेख को पूरा पढना होगा. तो चलिए शुरू करते हैं आज का यह लेख और जानते हैं बिटकॉइन क्या होता है विस्तार से.
Cryptocurrency Prices Today: बिटकॉइन, एथेरियम लाल रंग में, जानिए बाकी करेंसी का क्या है हाल
Cryptocurrency Prices Today Bitcoin Ethereum XRP Cardano अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने के बाद से दुनिया के क्रिप्टो करेंसी मार्केट में गिरावट जारी है। बिटकॉइन 20000 डॉलर के नीचे और एथेरियम 1300 डॉलर के आसपास कारोबार कर रहा है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। क्रिप्टो करेंसी बाजार रविवार को सुस्त नजर आ रहा है। बिटकॉइन, एथेरियम समेत दुनिया की बड़ी क्रिप्टो करेंसी हल्की गिरावट के साथ कारोबार कर रही हैं। दुनिया का कुल क्रिप्टो मार्केट कैप पिछले 24 घंटे में 0.98 प्रतिशत गिरकर 937 बिलियन डॉलर पर आ गया है।
Ciinmarketcap.com के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में बिटकॉइन की कीमत 0.90 प्रतिशत गिरकर 19,349 डॉलर, एथेरियम की कीमत 1.58 प्रतिशत गिरकर 1,310 डॉलर, Bitcoin का इस्तेमाल क्या है एक्सआरपी की कीमत 0.54 बढ़कर 43.43 डॉलर, कार्डानो को कीमत 0.06 प्रतिशत बढ़कर 36.42 डॉलर हो गई है।
क्रिप्टो करेंसी यूजर्स की बड़ी संख्या
क्रिप्टो करेंसी जैसे बिटकॉइन और एथेरियम पिछले कुछ सालों में लोगों के बीच लोकप्रिय हो गए हैं। लेन-देन में आसानी और अधिक रिटर्न के कारण बड़ी संख्या में पूरी दुनिया में लोग इसमें निवेश करते हैं। एक अनुमान के मुताबिक, पूरी दुनिया में लगभग 32 करोड क्रिप्टो यूजर्स हैं। लेकिन क्रिप्टो में सबसे बड़ी कमी यह है कि इसका अधिक उपयोग करने के कारण पर्यावरण पर प्रतिकूल असर पड़ता है।
व्हाइट हाउस की ओर से जारी की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में क्रिप्टो के द्वारा उपयोग की जाने वाली बिजली की मांग साल दर साल तेजी से बढ़ती जा रही है। अगस्त 2022 में लगाए गए अनुमानों में बताया गया कि वैश्विक स्तर पर क्रिप्टो एसेट्स के द्वारा उपयोग की जाने वाली बिजली 120 से लेकर 240 बिलियन किलोवाट सालाना तक पहुंच सकती है और यह दुनिया के बड़े देश जैसे अर्जेंटीना और ऑस्ट्रेलिया की ओर से उपयोग की जाने वाली कुल बिजली से अधिक है।
ग्रीन क्रिप्टो पर जोर
इसी समस्या का हल करने के लिए हाल ही में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी एथेरियम ने अपने सिस्टम को 'प्रूफ ऑफ वर्क' से 'प्रूफ ऑफ स्टेक' पर शिफ्ट किया है। एथेरियम के सह-संस्थापक विटालिक ब्यूटिरिन ने ट्वीट किया था कि एथेरियम मर्ज से पूरी दुनिया की बिजली खपत में 0.2 प्रतिशत की कमी आएगी।
Explainer: क्या है बिटकॉइन सिटी, क्या होगी इसकी खासियत, इन्वेस्टर्स को कैसे होगा फायदा?
सितम्बर में अल सल्वाडोर ने बिटकॉइन को अपनाया था, जिसके बाद यह दुनिया का पहला देश बन गया था जिसने क्रिप्टो को क़ानूनी मान्यता दी. 7 सितम्बर को अल सल्वाडोर में कानूनी मान्यता दी गयी थी. अल सल्वाडोर ने जब बिटकॉइन को अपनाया उसके बाद कई दूसरे देश भी डिजिटल करेंसी की तरफ सकारात्मक रुख अपनाने लगे हैं.
प्रतीकात्मक तस्वीर
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 23 नवंबर 2021,
- (Updated 23 नवंबर 2021, 8:34 Bitcoin का इस्तेमाल क्या है PM IST)
सबसे पहले अल सल्वाडोर ने दी बिटकॉइन को क़ानूनी मान्यता
निवासियों को नहीं देना होगा कोई टैक्स
क्रिप्टो-करेंसी को कहा जाता है ‘डिजिटल गोल्ड’
जरा सोचिये 13 साल पहले एक आइडिया जो केवल एक इंसान के दिमाग में था आज लाखों लोगों द्वारा ट्रेडिंग का एक जरिया बन गया है. ये है अल्टरनेट फाइनेंशियल सिस्टम, बिटकॉइन. अब इसका एक शहर बनने जा रहा है. जी हां, मध्य अमेरिका का देश अल सल्वाडोर दुनिया की पहली बिटकॉइन सिटी बनाने वाला है. ये एक अलग शहर होगा जहां लोग इन्वेस्ट कर सकेंगे.
इस शहर को बिटक्वाइन पर आधारित बॉन्ड्स के जरिए फंड किया जाएगा. अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति नायिब बुकेले ने इसकी घोषणा की है. उन्होंने अपने देश की इकोनॉमी में निवेश बढ़ाने के लिए क्रिप्टो करेंसी पर ये बड़ा दांव लगाने का ऐलान किया है. दुनिया का पहला बिटकॉइन शहर ला यूनियन के ईस्टर्न रीजन में बनाया जाएगा वैट (Value Added Tax) के अलावा दूसरा किसी प्रकार का टैक्स नहीं देना होगा. बुकेले ने इस शहर में निवेश करने के लिए लोगों को आमंत्रित किया है. उन्होंने कहा कि “यहां निवेश करिए और भरपूर रिटर्न हासिल करिए.”
सबसे पहले अल सल्वाडोर ने दी बिटकॉइन को क़ानूनी मान्यता
आपको बता दें, सितम्बर में अल सल्वाडोर ने बिटकॉइन को अपनाया था, जिसके बाद यह दुनिया का पहला देश बन गया था जिसने क्रिप्टो को क़ानूनी मान्यता दी. 7 सितम्बर को अल सल्वाडोर में कानूनी मान्यता दी गयी थी. अल सल्वाडोर ने जब बिटकॉइन को अपनाया उसके बाद कई दूसरे देश भी डिजिटल करेंसी की तरफ सकारात्मक रुख अपनाने लगे हैं. पराग्वे, अर्जेंटीना, ब्राजील और पनामा में भी क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी मान्यता देने पर विचार किया जा रहा है.
कैसा होगा बिटकॉइन शहर?
न्यूज़ एजेंसी रायटर्स के अनुसार, बिटकॉइन शहर बिटकॉइन के रूप में ही बनाया जायेगा, इसके केंद्र में एक प्लाजा होगा जो एक विशाल बिटकॉइन की तरह दिखेगा. इस शहर को कोंचागुआ ज्वालामुखी (Conchagua volcano) के पास बनाया जाएगा. आपको बता दें, अल सल्वाडोर पहले से ही टेकापा ज्वालामुखी के बगल में एक अन्य जियोथर्मल पावर प्लांट बनाने के लिए पायलट प्रोजेक्ट चला रहा है.
आपको बता दें, बुकेले के अनुसार, बिटकॉइन शहर के निवासियों को किसी प्रकार की कोई आय, संपत्ति, Bitcoin का इस्तेमाल क्या है पूंजीगत लाभ या पेरोल टैक्स नहीं देना होगा. इस शहर का निर्माण विदेशी निवेश को ध्यान में रखकर किया जाएगा.
उन्होंने आगे बताया कि बिटकॉइन शहर में आवासीय क्षेत्र, मॉल, रेस्तरां और एक बंदरगाह होगा. देश के पास डिजिटल शिक्षा, प्रौद्योगिकी और टिकाऊ सार्वजनिक परिवहन तक पहुंच होगी.
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निवासियों को नहीं देना होगा कोई टैक्स
इसके अलावा, वहां केवल एक ही टैक्स लिया जायेगा, वैल्यू एडेड टैक्स (Value added tax), जिसमें से आधा मुन्सिपल बांड का भुगतान करने के लिए और शेष नगरपालिका के बुनियादी ढांचे और रखरखाव के लिए उपयोग किया जाएगा. बुकेले ने बताया कि "कोई संपत्ति, आय या Bitcoin का इस्तेमाल क्या है नगरपालिका टैक्स नहीं होगा और शहर में शून्य कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन (Zero zero carbon dioxide emissions) होगा. हालांकि ये शहर कबतक तैयार होगा इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गयी है.
क्या है क्रिप्टो-करेंसी?
आसान शब्दों में समझें, तो क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) एक डिजिटल एसेट है. जैसे यूएस डॉलर को यूएस का सेंट्रल बैंक कंट्रोल करता है, भारतीय रुपये को रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया कंट्रोल करता है, ऐसे ही बिटकॉइन और क्रिप्टोकोर्रेंसी को कोई सेंट्रल बैंक या फाइनेंशियल इंस्टीटूशन कण्ट्रोल नहीं करता है.
कैसे करती है काम?
सभी बिटकॉइन ट्रांजेक्शन का एक पब्लिक खाता होता है, जिसे हम लेजर फॉर्म कहते हैं. इस खाते की कॉपी सभी बिटकॉइन सिस्टम पर होती है. मान लीजिये किसी ‘A’ नाम के शख्स को दूसरे, ‘B’ नाम के शख्स के खाते में 4 बिटकॉइन भेजने हैं, ऐसे में माइनर्स (Miners) यह कन्फर्म करते हैं कि वह ट्रांसफर ठीक हुआ है या नहीं. हर एक बिटकॉइन ट्रांजेक्शन का एक यूनिक बिटकॉइन वेरिएबल होता है. इस वेरिएबल या इकुएशन को सोल्व करके ये ट्रांजेक्शन पूरा किया जाता है.
‘डिजिटल गोल्ड’ के फायदे?
कई लोग जहां क्रिप्टो करेंसी को इन्वेस्टमेंट के रूप में प्रयोग करते हैं तो कुछ लोग इसे अल्टरनेटिव करेंसी (Alternative currency) के रूप में लेते हैं. आज लाखों लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. जिस तरह से हम सोने का उपयोग करेंसी के रूप में करते हैं ठीक उसी तरह क्रिप्टो का कर पाएंगे. इसे हम भविष्य के लिए भी रख सकते हैं और इसीलिए इसे ‘डिजिटल गोल्ड’ (Digital Gold) भी कहा जाता है. हालांकि, कई विशेषज्ञों का मानना है कि इसपर भरोसा नहीं किया जा सकता है.
मनी लॉन्ड्रिंग में क्रिप्टोकरंसी का बढ़ता इस्तेमाल बड़ी चिंता, वजीर एक्स की संपत्तियों को ईडी ने किया फ्रीज
क्रिप्टोकरेंसी के जरिये मनी लॉन्ड्रिंग, घोटाले, फिरौती, रिश्वतखोरी, हैंकिंग, डार्कनेट मार्केट और आतंकवादी गतिविधियों की फंडिंग की जा रही है। पोंजी स्कीम, फिशिंग, फेक टोकन सेल, ब्लैकमेलिंग लेनदेन बढ़ा।
वित्तीय अपराधों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने वाले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कंपनी वजीर एक्स की संपत्तियों को फ्रीज कर दिया। ब्लॉकचेन की अंतर्निहित क्षमता के बावजूद ईडी क्रिप्टो प्लेटफॉर्म पर इस तरह के आरोप लगाने वाली पहली एजेंसी नहीं है। जांच एजेंसियों के लिए यह एक नई चिंता बनकर उभरा है।
कैसे बढ़ रही क्रिप्टो चोरी
चेनअनालिसिस 2022 क्रिप्टो क्राइम रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 में क्रिप्टोकरंसी चोरी और अवैध खातों में पैसा हस्तांतरित करने का चलन 80 फीसदी तक बढ़ गया।
वर्ष कुल नुकसान (बिलियन डॉलर में)
2017 में 4.6
2018 Bitcoin का इस्तेमाल क्या है में 4.4
2019 में 11.7
2020 में 7.8
2021 में 14.0
1. क्या ब्लॉकचेन से लेनदेन का आकलन संभव है ?
ब्लॉकचेन पर लेनदेन Bitcoin का इस्तेमाल क्या है हमेशा जांच योग्य होता है। दुनिया भर में अधिकांश अदालत और कानून प्रवर्तन निकाय ब्लॉकचेन रिकॉर्ड को लेनदेन इतिहास के कानूनी प्रमाण के रूप में स्वीकार करते हैं। हालांकि, क्रिप्टो लेनदेन कभी-कभी ऑफ-चेन हो सकता है, या धन के प्रवाह को बाधित करने के लिए अन्य तरीकों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा, ब्लॉकचेन कन्वेयर बेल्ट की तरह हैं, जो क्रिप्टो के प्रवाह को एक वॉलेट से दूसरे में भेजने की सुविधा देते हैं। वॉलेट सेवा देने वाली कंपनी वॉलेट रखने वाले के बारे में गोपनीयता का ध्यान रखती है।
2. हस्तांतरण किस तरह छिपाए जाते हैं?
हैकर्स द्वारा उपयोग Bitcoin का इस्तेमाल क्या है किए जाने वाले सबसे आम तरीकों में से एक को मिक्सिंग या टम्बलर कहा जाता है। चूंकि हर क्रिप्टो टोकन का पता लगाया जा सकता है, टंबलर विभिन्न ब्लॉकचेन से कई टोकन तोड़ते हैं और उन्हें मिलाते हैं। फिर वे मूल राशि को उसके मालिक को हस्तांतरित कर देते हैं, लेकिन कई माध्यमों से लेन-देन के चलते इसका पता लगाना कई बार मुश्किल हो जाता है। कुछ अवैध उपयोगकर्ता ट्रेस करने योग्य टोकन को गोपनीयता-केंद्रित ब्लॉकचेन जैसे मोनेरो में भी स्थानांतरित करते हैं, जो वॉलेट का पता और विवरण छिपा लेते हैं। ऐसे दलाल भी हैं जो नकद सहित अन्य रूप में भुगतान लेकर समान राशि को क्रिप्टो में उपयोगकर्ता के वॉलेट में भेज देते हैं।
3.ईडी ने वजीर एक्स और बिनांस पर क्या आरोप लगाए?
ईडी का दावा है कि वजीरएक्स की होल्डिंग कंपनी जानमाई लैब्स क्रिप्टो-टू-क्रिप्टो लेनदेन के बारे में विरोधाभासी और अस्पष्ट जवाब दे रही है। ईडी ने कहा कि वजीरएक्स ब्लॉकचेन डाटा और लेनदेन का ब्योरा में विफल रहा है।
4.ऑफ-चेन हस्तांतरण क्या है?
-जब कोई उपयोगकर्ता किसी एक्सचेंज से क्रिप्टो निकालता है तो उसे अपना वॉलेट पता बताना होता है, जिसके बाद टोकन ट्रांसफर किया जाता है। इसका ब्योरा ब्लॉकचेन पर भी रखा जाता है। हालांकि, इसके लिए उन्हें एक शुल्क देना होता है जिसका उपयोग ब्लॉकचेन पर भुगतान में किया जाता है। इस शुल्क से बचने के लिए, दो प्लेटफॉर्म एक-दूसरे के साथ एकीकृत हो सकते हैं और उपयोगकर्ताओं को ब्लॉकचेन का उपयोग किए बिना क्रिप्टो ट्रांसफर करने की अनुमति दे सकते हैं। ब्लॉकचेन पर रिकॉर्ड नहीं रखे जाते, ऐसे में इस तरह के लेन-देन से धन की खोज के संबंध में सवाल उठते रहते हैं।
5. एक्सचेंज किस तरह मनी लॉन्ड्रिंग रोक सकते Bitcoin का इस्तेमाल क्या है हैं?- विशेषज्ञों के अनुसार, एक्सचेंज केवाईसी और आठ से दस वर्षों के लेनदेन का रिकॉर्ड रख सकते हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस में साइबर अपराध शाखा के पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह के अनुसार, केवाईसी वाले वॉलेट से लेनदेन का ब्योरा आसानी से रखा जा सकेगा। हालांकि, भारत के बाहर के प्लेटफॉर्म Bitcoin का इस्तेमाल क्या है पर रखे गए वॉलेट के लिए केवाईसी मानदंड भारत से भिन्न हो सकते हैं। कुछ ब्लॉकचेन रिसर्च फर्म मशीन लर्निंग-आधारित टूल पर भी काम कर रही हैं जो अवैध खातों को चिह्नित कर सकती हैं।
बिटकॉइन को मान्यता देने वाला दुनिया का पहला देश बना साल्वाडोर, क्या भारत में भी मिलेगी मंजूरी?
अल साल्वाडोर बिटकॉइन को कानूनी मान्यता देने वाला दुनिया का पहला देश बना है. पूरे देश में 200 बिटकॉइन एटीएम स्थापित किये गए हैं, जिनसे लोग अमेरिकी डॉलर के बदले बिटकॉइन ले पाएंगे.
By: एबीपी न्यूज़ वेब डेस्क | Updated at : 10 Sep 2021 09:32 AM (IST)
Edited By: Abhishekkum
नई दिल्ली: पूरी दुनिया में ये बहस चल रही है कि क्या बिटकॉइन को मंजूरी देनी चाहिए? क्या बिटक्वॉइन का इस्तेमाल आपकी किसी करेंसी की तरह हो सकता है? यानी अभी किसी भी सामान को खरीदने के लिए आप रुपये में पेमेंट करते हैं तो क्या आने वाले भविष्य में ये पेमेंट बिटकॉइन में हो सकती है? भारत में तो पता नहीं, लेकिन सेंट्रल अमेरिका के देश अल साल्वाडोर ने बिटकॉइन को अपना लिया है.
बिटकॉइन को मान्यता देने वाला दुनिया का पहला देश है अल साल्वाडोर
अल साल्वाडोर बिटकॉइन को कानूनी मान्यता देने वाला दुनिया का पहला देश बना है. पूरे देश में 200 बिटकॉइन एटीएम स्थापित किये गए हैं, जिनसे लोग अमेरिकी डॉलर के बदले बिटकॉइन ले पाएंगे. जून में अल साल्वाडोर ने एक कानून पारित किया था, जिसमें बिटकॉइन को लीगल टेंडर के रूप में स्वीकारने की बात कही थी.
करेंसी को लीगल टेंडर देने का मतलब क्या है?
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किसी भी करेंसी को लीगल टेंडर देने का मतलब ये है कि वो देश उस करेंसी को मान्यता देता है. यानी उस करेंसी के माध्यम से कोई भी सामान खरीद सकते हैं. साल 2016 में 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब नोटबंदी का ऐलान किया था तो तब उन्होंने भी Bitcoin का इस्तेमाल क्या है Bitcoin का इस्तेमाल क्या है लीगल टेंडर शब्द का इस्तेमाल किया था और कहा था कि 500 और हजार के नोट अब लीगल टेंडर नहीं रहेंगे. इसी तरह से अल साल्वाडोर में बिटकॉइन लीगल टेंडर हो गया है.
अल साल्वाडोर के बारे में जानकारियां
अल साल्वाडोर की अपनी कोई करेंसी नहीं है. वहां के लोग अमेरिकी डॉलर में ही लेन देन करते हैं. यहां की 25 प्रतिशत जनसंख्या अमेरिका में गुजर बसर करती है. ये लोग हर साल अपने देश में करीब 6 अरब डॉलर भेजते हैं. जिस पर कई तरह के टैक्स लगते हैं.
अब बिटकॉइन अपनाने के बाद अल साल्वाडोर को उम्मीद है कि वो हर साल इस टैक्स के 400 मिलियन डॉलर की फीस बचा पाएंगे. लेकिन इसका विरोध भी हो रहा है. पूरे देश में जनमत सर्वेक्षण हो रहे हैं और इसमें 70 प्रतिशत लोग बिटकॉइन को लीगल टेंडर देने को गलत बता रहे हैं. बिटकॉइन के उपयोग के साथ जुड़े जोखिमों को लेकर इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी आईएमएफ भी लगातार अल साल्वाडोर को चेतावनी दे रहा है.
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Published at : 10 Sep 2021 09:32 AM (IST) Tags: India Cryptocurrency Bitcoin currency el salvador हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp Bitcoin का इस्तेमाल क्या है News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi